WTC 2023 – पुजारा और अश्विन को बाहर करने का शास्त्री का फैसला हैरान करने वाला है, क्योंकि दोनों खिलाड़ी कई सालों से भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य हैं। पुजारा एक ठोस सलामी बल्लेबाज हैं, जिनका विदेशी परिस्थितियों में अच्छा रिकॉर्ड है, जबकि अश्विन दुनिया के प्रमुख स्पिनरों में से एक हैं।
हालांकि, शास्त्री अतीत में दोनों खिलाड़ियों की आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने कहा है कि पुजारा को अपनी बल्लेबाजी में और अधिक आक्रामक होने की जरूरत है, वहीं उन्होंने अश्विन की विदेशी परिस्थितियों में विकेट लेने की क्षमता पर भी सवाल उठाया है।
यह देखा जाना बाकी है कि क्या शास्त्री की एकादश को भारतीय टीम प्रबंधन द्वारा चुना जाएगा। हालांकि, पुजारा और अश्विन को बाहर करने का उनका फैसला इस बात का स्पष्ट संकेत है कि उनका मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतने के लिए भारत को टेस्ट क्रिकेट में अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है।
रवि शास्त्री ने संयुक्त भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट एकादश:
रोहित शर्मा (कप्तान), उस्मान ख्वाजा, मारनस लबसचगने, विराट कोहली, स्टीव स्मिथ, रवींद्र जडेजा, एलेक्स केरी, पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन, मोहम्मद शमी
शास्त्री की एकादश उन खिलाड़ियों पर आधारित है जिन्होंने हाल के महीनों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
पुजारा और अश्विन दोनों ने हाल के महीनों में फॉर्म के लिए संघर्ष किया है।
शास्त्री का मानना है कि अगर भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतना है तो उसे अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अधिक आक्रामक होने की जरूरत है।
डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए रवि शास्त्री की संयुक्त प्लेइंग इलेवन एक स्पष्ट संकेत है कि उनका मानना है कि भारत को टेस्ट क्रिकेट के लिए अपना दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है। उनकी एकादश में भारत के दो सबसे अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और रविचंद्रन अश्विन शामिल नहीं हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम प्रबंधन उनके चयन से सहमत क्या करती है।