Shubman Gill – कभी-कभी क्रिकेट की पिच पर ऐसा कोई खिलाड़ी उतरता है जो हर गेंद को जैसे अपना खुद का मौका बना ले। और इस इंग्लैंड दौरे पर वो खिलाड़ी रहा—शुभमन गिल।
ना बाउंसरों का डर, ना स्विंग का दबाव। बस शांत, फोकस्ड और बेमिसाल बल्लेबाजी।
अब उनका नाम उस खास क्लब में आ गया है जहाँ जो रूट, एलिस्टेयर कुक और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज बैठे हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि गिल के पास अभी भी एक और टेस्ट बाकी है। और अगर ओवल में उन्होंने 78 रन और बना दिए, तो 800 रन का जादुई आंकड़ा पार करने वाले इस सदी के पहले खिलाड़ी बन जाएंगे।
कौन-कौन से महारथियों की बराबरी की गिल ने?
बल्लेबाज़ | साल | विरोधी | रन | लोकेशन |
---|---|---|---|---|
स्टीव स्मिथ | 2019 | इंग्लैंड | 774 | इंग्लैंड |
स्टीव स्मिथ | 2014–15 | भारत | 769 | ऑस्ट्रेलिया |
एलिस्टेयर कुक | 2010–11 | ऑस्ट्रेलिया | 766 | ऑस्ट्रेलिया |
जो रूट | 2021–22 | भारत | 737 | इंग्लैंड |
शुभमन गिल | 2025 | इंग्लैंड | 722* | इंग्लैंड |
*अभी एक टेस्ट बाकी है
एक सीरीज में सात सौ से ज़्यादा रन बनाना यूँ ही नहीं होता। इसके लिए फिटनेस, फॉर्म और फोकस का फुल पैकेज चाहिए। और गिल ने ये पैकेज पूरे टूर में बखूबी दिखाया।
गिल की धमाकेदार परफॉर्मेंस एक नज़र में
टेस्ट | पारियाँ | रन | हाई स्कोर | शतक | औसत |
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4 | 8 | 722 | 269 | 4 | 103.14 |
269 रन की पारी?
हाँ, वो एक टेस्ट में नहीं, गिल ने पूरी इंग्लिश गेंदबाजी को रगड़ के रख दिया था। और 4 शतक—मतलब हर दूसरे टेस्ट में शतक। consistency ऐसी कि आप सोचें, “क्या ये सच में हो रहा है?”
क्या गिल तोड़ सकते हैं 800 रन का आंकड़ा?
अब बड़ा सवाल यही है—क्या शुभमन गिल 800 रन बना सकते हैं?
ज़रूर! उन्हें बस 78 रन चाहिए। और जिस तरह से वो खेल रहे हैं, ये तो उनके लिए बस एक और दोपहर की बात लगती है।
ओवल की पिच अगर बैटिंग के लिए अच्छी रही, और गिल को शुरुआत मिल गई, तो इंग्लैंड के लिए खतरे की घंटी बजनी तय है। और अगर उन्होंने 800 का आंकड़ा पार कर लिया, तो इतिहास में उनका नाम एक बिल्कुल नई जगह लिखा जाएगा—2000 के बाद एक टेस्ट सीरीज़ में 800+ रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़।
इस फॉर्म का मतलब क्या है?
गिल की ये परफॉर्मेंस सिर्फ स्कोरबोर्ड नहीं, उनके करियर को भी नई दिशा दे रही है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के युग के बाद, टेस्ट में अगली बड़ी भारतीय उम्मीद कौन होगा—इस सवाल का जवाब शायद मिल गया है।
यह सिर्फ रन बनाने की बात नहीं है। यह है विकेट पर टिकने की समझ, बॉडी लैंग्वेज, और तेज गेंदबाज़ों के खिलाफ आत्मविश्वास की बात।
गिल अब सिर्फ एक उभरता टैलेंट नहीं, एक सीरियस मैच विनर बन चुके हैं।