चहल के पुरे चार ओवर न करवाने पर पूर्व कप्तान गौतम गंभीर ने की हार्दिक पंड्या की आलोचना : लखनऊ में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम को आखिरी ओवर में छह विकेट से जीत मिली। पूरे मैच में गेंदबाजों का दबदबा रहा और न्यूजीलैंड के 100 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा , पूरे मैच में दोनों टीमों की परियों में एक भी छक्का नहीं लगा।
वहीं, मैच के बाद भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कप्तान हार्दिक पांड्या की आलोचना करते हुए कहा कि स्पिनर युजवेंद्र चहल का मैच में कोटा पूरा नहीं करना समझ से बाहर था।
चहल ने मैच में दो ओवर फेंके और 4 रन देकर फिन एलेन का अहम विकेट चटकाया। हालांकि, मैच में दो ओवर के बाद बचे हुए दो ओवर चहल से नहीं कराने के पंड्या के फैसले की गंभीर ने आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इस कदम का कोई मतलब नहीं है, खासकर जब चहल इस समय टी20 क्रिकेट में भारत के नंबर एक स्पिनर हैं।
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इस विषय पर गंभीर ने कहा,
“मैं बहुत हैरान हूं, मैं उस सवाल का जवाब नहीं दे सकता, वह भी इस तरह के विकेट पर। चहल टी20 फॉर्मेट में आपके नंबर एक स्पिनर हैं। बस उन्हें दो ओवर फेंकने के लिए कहें और उसमें वह फिन एलन की अहम बढ़त ले लेते हैं।’ ” विकेट हासिल करना और फिर उन्हें पूरे ओवरों में नहीं खेलने का कोई मतलब नहीं बनता है।”
गंभीर ने आगे कहा,
“हां, आप अर्शदीप सिंह या शिवम मावी जैसे युवा गेंदबाजों को एक और मौका देना चाहते हैं, लेकिन तब आप चहल को आखिरी ओवरों में या उससे पहले मौका दे सकते थे। मुझे लगता है कि कप्तान एक चाल चूक गए। वह न्यूजीलैंड को 80 या 85 पर रोक सकते थे और इस तरह की पिच पर आप विपक्षी को मौका नहीं देना चाहते। बड़ा आश्चर्य, हुड्डा को चार ओवर फेंकने के लिए कहा गया लेकिन चहल नहीं था।”
हालांकि स्पिन ऑलराउंडर दीपक हुड्डा ने मैच में अपने पूरे चार ओवर फेंके, लेकिन मैच में स्पिन की अनुकूल पिच पर चहल को अपने पूरे ओवर फेंकने का मौका नहीं मिला। गंभीर का मानना है कि युवा गेंदबाजों को प्रदर्शन का मौका देना महत्वपूर्ण है, लेकिन कप्तान को कुछ ओवर चहल के लिए आरक्षित रखने चाहिए थे।