Shreyas Iyer – भारतीय क्रिकेट में इस वक्त जो हलचल है, उसे आप संक्रमण या नए युग की दस्तक कह सकते हैं। पिछले एक साल में जितने बदलाव देखने को मिले हैं, उतने शायद पिछले एक दशक में भी नहीं हुए। कोच बदल गए, विराट-रोहित-अश्विन जैसे बड़े नाम टेस्ट से हट गए, और अब युवा चेहरों पर भविष्य की बागडोर सौंपी जा रही है। शुभमन गिल को टेस्ट कप्तानी दी जा चुकी है और एशिया कप से उनकी टी20 टीम में वापसी हुई है। लेकिन असली चर्चा तो श्रेयस अय्यर को लेकर है—जिन्हें मुख्य स्क्वाड तो छोड़िए, रिज़र्व लिस्ट तक में जगह नहीं मिली।
श्रेयस अय्यर की कप्तानी की चर्चा कैसे शुरू हुई?
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया कि BCCI, अय्यर को रोहित शर्मा के बाद वनडे टीम की कप्तानी सौंपने का मन बना रहा है। मतलब, गिल टेस्ट और बाद में टी20 के कप्तान होंगे, जबकि अय्यर वनडे टीम को संभालेंगे। खबर सुर्खियों में आई, लेकिन जल्दी ही BCCI ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। सचिव देवजीत सैकिया ने खुद कहा कि ऐसी कोई बातचीत बोर्ड में नहीं हुई।
फिर भी, अंदरखाने से जो आवाजें आ रही हैं, वह कुछ और ही कहानी कहती हैं। सूत्रों के मुताबिक, लंबी अवधि की योजना यह है कि भविष्य में तीनों फॉर्मेट की कप्तानी किसी एक खिलाड़ी के हाथों में हो सकती है।
रोहित शर्मा की स्थिति
38 साल की उम्र में रोहित शर्मा का करियर अब ढलान की ओर है। टेस्ट और टी20 से वह पहले ही संन्यास ले चुके हैं। वनडे में उनका ध्यान 2027 वर्ल्ड कप पर है, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि उनकी फिटनेस और फॉर्म उस मुकाम तक उन्हें खींच पाएगी या नहीं। फिलहाल तो अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में वही कप्तान होंगे।
गिल बनाम अय्यर – असली दावेदार कौन?
श्रेयस अय्यर को लेकर चर्चा भले तेज हो गई हो, लेकिन सूत्र बताते हैं कि बोर्ड की पहली पसंद शुभमन गिल ही हैं। और वजहें भी साफ हैं—
खिलाड़ी | उम्र | ODI औसत | मौजूदा भूमिका | भविष्य की संभावना |
---|---|---|---|---|
शुभमन गिल | 25 | 59+ | टेस्ट कप्तान और वनडे उपकप्तान | तीनों फॉर्मेट में दीर्घकालिक नेतृत्व |
श्रेयस अय्यर | 29 | 45+ | स्क्वाड से बाहर, फॉर्म और फिटनेस पर सवाल | सीमित अवसर, बैकअप विकल्प |
रोहित शर्मा | 38 | 49+ | मौजूदा ODI कप्तान | 2027 तक अनिश्चित |
गिल का रिकॉर्ड ही काफी कुछ कहता है। उनकी उम्र कम है, पहले से ही उपकप्तान हैं और टेस्ट कप्तानी में शुरुआती सफलताएं मिली हैं। ऐसे में बोर्ड उन्हें वनडे टीम की कमान सौंपने में देर नहीं करेगा।
बीसीसीआई की रणनीति
BCCI की सोच इस समय दो बातों पर टिकी है—एक, आने वाले बड़े टूर्नामेंट्स में स्थिर नेतृत्व मिले, और दूसरा, कप्तानी में बार-बार बदलाव की नौबत न आए। यही कारण है कि वे ऐसे कप्तान की तलाश में हैं जो कम से कम 6-7 साल तक टीम को लीड कर सके। गिल इस कसौटी पर अय्यर से कहीं आगे हैं।
आगे का रास्ता
फिलहाल तस्वीर साफ नहीं है क्योंकि रोहित शर्मा ही वनडे कप्तान हैं और जब तक वह हटते नहीं, उत्तराधिकारी पर पक्की मुहर नहीं लगेगी। लेकिन संकेत यही हैं कि BCCI का झुकाव गिल की तरफ है, और अय्यर शायद बैकअप विकल्प से ज्यादा कुछ न रह पाएं।