Bhuvneshwar – कभी-कभी क्रिकेट में एक मैच ही खिलाड़ी का पूरा करियर बदल देता है। 2022 टी20 विश्व कप का सेमीफाइनल ऐसा ही एक मोड़ साबित हुआ।
10 नवंबर 2022 को एडिलेड ओवल में भारत को इंग्लैंड ने 10 विकेट से हराया और इस हार के साथ कई खिलाड़ियों का टी20 करियर लगभग खत्म हो गया। केएल राहुल, आर अश्विन और भुवनेश्वर कुमार जैसे दिग्गज तब से अब तक भारतीय टी20 सेटअप में वापसी नहीं कर पाए।
सेमीफाइनल की कड़वी यादें
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 6 विकेट पर 168 रन बनाए थे। केएल राहुल 5 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए। इसके जवाब में इंग्लैंड ने बिना विकेट खोए 24 गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया।
जोस बटलर (80*) और एलेक्स हेल्स (86*) ने भारतीय गेंदबाजों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। भुवनेश्वर कुमार ने सिर्फ 2 ओवर में 25 रन दिए और फिर उनका अंतरराष्ट्रीय करियर मानो रुक गया। अश्विन के लिए तो यह आखिरी टी20 साबित हुआ।
भुवनेश्वर कुमार की जंग
35 साल के भुवनेश्वर कुमार अभी भी हार मानने को तैयार नहीं हैं। आईपीएल 2025 में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए शानदार गेंदबाजी की—14 मैचों में 17 विकेट। इसके बावजूद चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज किया।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में भुवी ने कहा:
“मैं अभी रिटायरमेंट के बारे में नहीं सोच रहा। जब तक फिट रहूंगा, खेलता रहूंगा। बाकी फैसला चयनकर्ताओं का है।”
घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन
भुवनेश्वर इस समय उत्तर प्रदेश प्रीमियर लीग 2025 में मेरठ मेवरिक्स के लिए खेल रहे हैं। 8 मैचों में उन्होंने 9 विकेट झटके और उनकी इकॉनमी रेट सिर्फ 6.76 रही है। वह मुश्ताक अली ट्रॉफी और रणजी में भी खेलने को तैयार हैं ताकि चयनकर्ताओं को अपनी फिटनेस और निरंतरता साबित कर सकें।
किस्मत या चयनकर्ताओं का फैसला?
भुवी का मानना है कि खिलाड़ी चाहे कितना भी अच्छा प्रदर्शन करे, कभी-कभी किस्मत साथ नहीं देती। “मेरा काम मैदान पर 100 प्रतिशत देना है। चयनकर्ताओं के फैसले पर मेरा वश नहीं,” उन्होंने कहा। उनकी लाइन-लेंथ और अनुशासित गेंदबाजी अब भी उनकी पहचान है। सवाल यही है—क्या भारतीय टीम में उनकी वापसी संभव है या समय अब निकल चुका है?