Asia Cup 2025 – भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मुकाबला हमेशा हाई-वोल्टेज ड्रामा लेकर आता है, लेकिन इस बार एशिया कप 2025 में जीत-हार से ज्यादा चर्चा हाथ नहीं मिलाने की रही।
रविवार को खेले गए मैच में भारत ने पाकिस्तान को एकतरफा मात दी, लेकिन सुर्खियों में आया भारतीय खिलाड़ियों और कप्तान सूर्यकुमार यादव का फैसला—पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इंकार।
पाकिस्तान की नाराजगी
मैच खत्म होने के बाद पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा ने पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन का बहिष्कार किया और टीम मैनेजमेंट ने रेफरी के पास औपचारिक विरोध दर्ज कराया। हार के बाद मिली इस अनदेखी ने पाकिस्तान का गुस्सा और बढ़ा दिया।
पूर्व क्रिकेटरों की तीखी प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने तो अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा—“अगर मामला पहलगाम हमले से जुड़ा है, तो जंग लड़ लो। पीछे हटने की जरूरत नहीं थी।” उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों पर खेल भावना की कमी का आरोप लगाया।
हालांकि, लतीफ शायद यह भूल गए कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान कुछ ही घंटों में घुटनों पर आ गया था और वहां के DGMO ने भारतीय समकक्ष से सीजफायर की गुहार लगाई थी।
सोशल मीडिया पर गुस्सा और संदेश
भारत में सोशल मीडिया पर पहले ही पाकिस्तान के खिलाफ बॉयकॉट ट्रेंड चल रहा था। ऐसे में टीम इंडिया ने मैदान में सिर्फ जीत ही नहीं हासिल की बल्कि साफ संदेश भी दिया—“दिल मिले ना मिले, हाथ मिलाना जरूरी नहीं।”
मैच के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जीत को पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों और उनके परिवारों को समर्पित किया।
राशिद लतीफ का बयान
लतीफ ने कहा—“युद्ध या पहलगाम हमले पर आपकी आपत्तियां जायज हैं, लेकिन जब मैदान पर आते हैं तो खेल को खेल की तरह खेलना चाहिए। युद्ध पहले भी हुए हैं, लेकिन खिलाड़ियों ने हमेशा हाथ मिलाए हैं। यह रवैया जिंदगीभर के लिए धब्बा रहेगा।”