Tilak Verma – Asia Cup 2025 Winner का ताज एक बार फिर भारत के सिर सजा। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर 9वीं बार एशिया कप ट्रॉफी अपने नाम की।
यह जीत सिर्फ खिताब भर नहीं थी, बल्कि एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी बना—भारत अब पहला देश है जिसने कम से कम दो-दो बार टी20 और वनडे एशिया कप जीता है।
एशिया कप में भारत का दबदबा
भारत पहले से ही सबसे ज्यादा एशिया कप जीतने वाला देश है। टीम ने अब तक 7 बार वनडे एशिया कप और 2 बार टी20 एशिया कप (2016 और 2025) अपने नाम किए। टी20 फॉर्मेट में भारत की यह दूसरी ट्रॉफी है। श्रीलंका एक बार टी20 एशिया कप जीत चुका है, लेकिन भारत ने अब उसे पछाड़कर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया।
कप्तान सूर्यकुमार यादव भारत के छठे ऐसे कप्तान बने जिन्होंने एशिया कप जिताया। उनसे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन, एमएस धोनी और रोहित शर्मा (2-2 बार), सुनील गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर एक-एक बार यह ट्रॉफी जीत चुके हैं।
पाकिस्तान की पारी और भारत की गेंदबाजी
सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। पाकिस्तान की टीम ने मजबूत शुरुआत की और 10वें ओवर तक बिना विकेट खोए 84 रन बना लिए। लेकिन इसके बाद भारतीय स्पिनर्स ने मैच पलट दिया।
पाकिस्तान 146 रन पर ढेर हो गई।
- साहिबजादा फरहान – 57 रन
- फखर जमां – 46 रन
भारत की ओर से
- कुलदीप यादव – 4 विकेट
- जसप्रीत बुमराह – 2 विकेट
- वरुण चक्रवर्ती – 2 विकेट
- अक्षर पटेल – 2 विकेट
भारत की फील्डिंग भी काबिल-ए-तारीफ रही। खिलाड़ियों ने एक से बढ़कर एक शानदार कैच लपके।
भारत की मुश्किल शुरुआत और तिलक-संजू की वापसी
147 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही। सिर्फ 20 रन पर अभिषेक शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल आउट हो गए। लेकिन तभी तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने चौथे विकेट के लिए 57 रन जोड़कर पारी को संभाला।
संजू ने 21 गेंदों में 24 रन बनाए, जबकि तिलक ने जिम्मेदारी निभाते हुए 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन (3 चौके, 4 छक्के) ठोके।
शिवम दुबे का कैमियो और भारत की जीत
अंतिम ओवरों में शिवम दुबे ने तिलक का बखूबी साथ दिया। उन्होंने 22 गेंदों में 33 रन बनाए और 19वें ओवर में आउट हो गए। तब तक मैच पूरी तरह भारत की झोली में आ चुका था। रिंकू सिंह के चौके के साथ भारत ने लक्ष्य हासिल किया और एक बार फिर साबित कर दिया कि Asia Cup 2025 Winner का असली हकदार वही है।