Test 2025 – भारत के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज़ से पहले वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के स्पिनर जोमेल वॉरिकन ने साफ कहा है कि टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए शर्मनाक अनुभव—27 रन पर ऑल आउट—को पीछे छोड़ना होगा।
उनका मानना है कि अगर कैरेबियाई खिलाड़ी अहम मौकों को भुना पाते हैं तो भारत जैसी मजबूत टीम को भी चुनौती दी जा सकती है।
भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज़ की तैयारी
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ 2 अक्टूबर से शुरू हो रही है। पहला टेस्ट 2 से 6 अक्टूबर तक अहमदाबाद में होगा, जबकि दूसरा टेस्ट 10 से 14 अक्टूबर तक दिल्ली में खेला
जाएगा। कैरेबियाई टीम इस वक्त खुद को नए सिरे से साबित करने के दबाव में है, खासकर जुलाई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23/24 रनों पर सिमट जाने के बाद।
वॉरिकन का बयान: हार से सीखना ही रास्ता
अभ्यास सत्र के बाद मीडिया से बात करते हुए वॉरिकन ने कहा, “कोई भी टीम कभी इतना कम स्कोर पर ऑल आउट नहीं होना चाहती। हमें उस अनुभव से सीखना है और आगे बढ़ना है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हम प्रतिस्पर्धी थे लेकिन बड़े क्षणों को भुना नहीं पाए। अब वही सुधार भारत के खिलाफ दिखाना होगा।”
अहम मौकों को पकड़ने पर जोर
वॉरिकन ने कहा कि भारत जैसी शीर्ष टीम को हराने के लिए निर्णायक मौकों को भुनाना बेहद जरूरी है। “अगर हम अहम पलों में शांत रहकर सही फैसले लेंगे, तो इस सीरीज़ में बेहतर कर सकते हैं।”
भारतीय पिचों पर स्पिनरों का दबदबा
वॉरिकन ने माना कि भारत में विदेशी लेफ्ट-आर्म स्पिनरों का अच्छा रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने न्यूजीलैंड के मिशेल सैंटनर का उदाहरण दिया, जिन्होंने पुणे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया था। “ये आत्मविश्वास देता है, लेकिन अंततः आपको मौजूदा हालात और परिस्थितियों के अनुसार ढलना होगा। अतीत पर ज्यादा नहीं जीना चाहिए।”
वॉरिकन का फोकस: वर्तमान पर ध्यान
उन्होंने साफ कहा कि भारत जैसी टीम के खिलाफ लड़ाई आसान नहीं होगी। “हमें वर्तमान पर ध्यान देना होगा, जिम्मेदारी निभानी होगी और यही साबित करना होगा कि कैरेबियाई क्रिकेट अभी भी टॉप टीमों से टक्कर लेने में सक्षम है।”