Asia Cup 2025 – कोरोना लॉकडाउन का वो दौर जब पूरी दुनिया थम सी गई थी, तब भारत के पूर्व क्रिकेटर और दो बार के विश्व कप विजेता युवराज सिंह कुछ और ही मिशन पर थे।
मैदान बंद थे, लेकिन युवराज अपने फार्महाउस में नए सितारे गढ़ रहे थे—भविष्य के वो खिलाड़ी जो आने वाले सालों में भारतीय क्रिकेट की तस्वीर बदलने वाले थे। और आज, उन्हीं में से एक खिलाड़ी का नाम पूरे देश की जुबान पर है—अभिषेक शर्मा।
युवराज सिंह की नजर में हीरा था अभिषेक शर्मा
युवराज सिंह ने लॉकडाउन के दौरान पंजाब के कुछ चुनिंदा युवा खिलाड़ियों को अपने कैंप में बुलाया—शुभमन गिल, प्रभसिमरन सिंह, अनमोलप्रीत सिंह, और अभिषेक शर्मा। इन सबके बीच युवराज को एक खास खिलाड़ी में “X-फैक्टर” दिखा—अभिषेक।
बीसीसीआई के आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक, एशिया कप 2025 में 314 रन बनाने वाले इस बाएं हाथ के ओपनर ने टूर्नामेंट में कई बार विपक्षी गेंदबाजों की नींद उड़ा दी। लेकिन अभिषेक का यह रूप अचानक नहीं आया। इसके पीछे युवराज सिंह की मेहनत, अनुशासन और विज़न छिपा है।
अभिषेक ने गौरव कपूर के शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ पर खुलासा किया—
“लॉकडाउन में हम युवी पाजी के कैंप में थे। मैं उस वक्त थोड़ा स्ट्रगल कर रहा था। आईपीएल में भी प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बन पा रही थी, जबकि शुभमन पहले से भारत के लिए खेल रहा था। मुझे लगने लगा कि मैं पीछे रह गया हूं।”
“मैं तुम्हें भारत के लिए मैच जिताने वाला खिलाड़ी बना रहा हूं”
अभिषेक के मुताबिक, उस समय युवराज सिंह ने उनसे कुछ ऐसा कहा जो आज सच साबित हो चुका है।
“पाजी ने कहा कि मैं तुम्हें सिर्फ IPL या स्टेट लेवल के लिए नहीं, भारत के लिए मैच जिताने वाला खिलाड़ी बना रहा हूं। इसे लिख लो—2 से 3 साल में यह होकर रहेगा।”
उस वक्त यह बात महज एक मोटिवेशनल लाइन लग रही थी। लेकिन 2025 के एशिया कप फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ अभिषेक शर्मा की 84 रनों की धुआंधार पारी ने दिखा दिया कि गुरु की भविष्यवाणी सिर्फ शब्द नहीं, एक सटीक आकलन थी।
युवराज सिंह का ट्रेनिंग कैंप: डिसिप्लिन, डीटेल और डेडिकेशन
अभिषेक शर्मा बताते हैं कि युवराज सिंह सिर्फ बैटिंग टिप्स देने तक सीमित नहीं थे। वे हर नेट सत्र के वीडियो देखते, स्क्रीनशॉट बनाते, तुलना करते और फिर सुधार के बिंदु बताते।
“वो (युवराज) बहुत डीटेल में जाते थे। पांच ओवर की प्रैक्टिस भी होती थी तो वो पूरे टाइम हमारे साथ रहते थे। जब हम थक जाते थे, तब भी वह कहते—‘और करो, मैच में कोई नहीं छोड़ेगा तुम्हें।’”
इस अनुशासन का असर अब साफ दिखता है। अभिषेक की शॉट सेलेक्शन, फिटनेस और मानसिक मजबूती—सब कुछ युवराज की छवि की झलक देता है।
IPL से एशिया कप तक का सफर
अभिषेक शर्मा ने शुरुआती IPL सीजन में निरंतरता की कमी से जूझा। कभी खेलते, कभी बेंच पर बैठते। लेकिन युवराज के मार्गदर्शन के बाद उनकी बल्लेबाजी में संतुलन और आत्मविश्वास दोनों आया। अब वे न सिर्फ पावर-प्ले में आक्रामक बल्लेबाज हैं, बल्कि लंबे फॉर्मेट में भी संयमित पारी खेल सकते हैं।
ICC की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 एशिया कप में अभिषेक ने स्ट्राइक रेट 148 से ज्यादा रखा—जो टूर्नामेंट में सबसे तेज था।
गुरु-चेले की कहानी जिसने क्रिकेट जगत को छू लिया
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई गुरु-चेले की कहानियाँ हैं—धोनी और कोहली, गांगुली और सहवाग, द्रविड़ और रहाणे। अब उस सूची में एक और जोड़ी जुड़ गई है—युवराज सिंह और अभिषेक शर्मा।
अभिषेक की विनम्रता और युवराज का दृष्टिकोण, दोनों ने मिलकर भारतीय क्रिकेट को एक और मैच-विनर दे दिया। क्रिकेट फैंस अब यह जान चुके हैं—जब युवराज कहते हैं “तुम भारत के लिए मैच जिताओगे,” तो वो सिर्फ प्रोत्साहन नहीं, एक भविष्यवाणी होती है।