World Cup – कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में आज माहौल कुछ अलग ही है। भारत बनाम पाकिस्तान महिला वर्ल्ड कप 2025 का छठा लीग मैच चल रहा है, और जैसा कि अंदेशा था—तनाव सिर्फ मैदान पर नहीं, भावनाओं में भी दिख रहा है।
टॉस के वक्त पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लेकिन असली सुर्खियाँ तो कुछ और ही ले उड़ीं—भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने फातिमा सना से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया।
भारत की ‘नो हैंडशेक’ नीति बरकरार
एशिया कप 2025 से शुरू हुई भारत की “नो हैंडशेक पॉलिसी” आज भी जारी है। हरमनप्रीत कौर टॉस के लिए जब मैदान पर उतरीं, तो उन्होंने फातिमा सना से न तो हाथ मिलाया और न ही मैच शुरू होने के बाद कोई औपचारिक अभिवादन किया। यह वही नीति है जिसे भारतीय पुरुष टीम भी अपनाए हुए है—पाकिस्तानियों से मैदान पर या मैच के बाद हैंडशेक नहीं।
सोशल मीडिया पर यह दृश्य तेजी से वायरल हो गया। कई फैंस ने इसे “राष्ट्र गर्व” का प्रतीक बताया, जबकि कुछ ने इसे “स्पोर्ट्समैनशिप” के खिलाफ कहा।
टॉस और टीमों की स्थिति
पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जबकि भारत ने बल्लेबाजी की चुनौती स्वीकार की। पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन में शीर्ष क्रम की बल्लेबाज सदफ शमस को मौका मिला, वहीं भारत ने अमनजोत कौर की जगह बीमार होने के कारण रेणुका सिंह ठाकुर को शामिल किया।
टीम | कप्तान | बदलाव | प्रमुख खिलाड़ी |
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भारत | हरमनप्रीत कौर | अमनजोत OUT, रेणुका IN | मंधाना, जेमिमा, दीप्ति, ऋचा घोष |
पाकिस्तान | फातिमा सना | सदफ शमस IN | मुनीबा अली, आलिया रियाज, डायना बेग |
भारत का रिकॉर्ड पाकिस्तान के खिलाफ
अगर आंकड़ों की बात करें, तो महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा साफ दिखाई देता है। अब तक भारत पाकिस्तान से एक भी वनडे मैच नहीं हारा है। चार बार वुमेंस वर्ल्ड कप में दोनों टीमें आमने-सामने आईं और हर बार जीत भारत के हिस्से में गई।
टूर्नामेंट | मुकाबले | भारत की जीत | पाकिस्तान की जीत |
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वुमेंस वनडे इंटरनेशनल | 13 | 13 | 0 |
वुमेंस वर्ल्ड कप | 4 | 4 | 0 |
मैदान पर तनाव, लेकिन फोकस क्रिकेट पर
“नो हैंडशेक” नीति के बावजूद दोनों टीमों ने खेल पर पूरा फोकस रखा। स्मृति मंधाना और हरलीन देयोल की साझेदारी ने भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। दूसरी ओर, पाकिस्तान की गेंदबाज डायना बेग और नाशरा संधू लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रही थीं।
हरमनप्रीत कौर मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह चुकी थीं कि टीम का ध्यान “सिर्फ क्रिकेट” पर है। उन्होंने कहा था, “हम मैदान पर जीतने आए हैं, राजनीति करने नहीं। लेकिन सम्मान वहीं दिया जाएगा जहाँ उसका हक़ हो।”
सोशल मीडिया पर बंटा हुआ माहौल
#INDvsPAK और #NoHandshake दोनों ट्रेंड कर रहे हैं। कुछ लोगों ने कहा कि “भारतीय महिला टीम ने सही संदेश दिया है,” जबकि कुछ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट फॉलोअर्स ने इसे “स्पोर्ट्स स्पिरिट की कमी” बताया।
बीसीसीआई ने अभी तक इस नीति पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अंदरखाने सूत्र बताते हैं कि यह “संगठन की मंज़ूरी” से चल रही रणनीति है।
इतिहास दोहराएगा या बदलेगा?
क्रिकेट में भारत-पाकिस्तान मुकाबले सिर्फ मैच नहीं, बल्कि भावना होते हैं। महिला टीम ने अब तक इस राइवलरी में अपना वर्चस्व कायम रखा है। सवाल यह है—क्या इस बार भी इतिहास दोहराया जाएगा या पाकिस्तान अपनी पहली जीत का स्वाद चखेगा?