Under-19 – मलेशिया अंडर-19 इंटर स्टेट चैंपियनशिप में वो हुआ जो इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक कोई टीम नहीं कर पाई। सैलंगोर की टीम ने पुत्राजाया के खिलाफ खेले गए 50 ओवर के मुकाबले में 6 विकेट पर 564 रन ठोक डाले।
जी हां, पूरे 564! और इस ऐतिहासिक पारी के हीरो रहे मोहम्मद अकरम एबीडी मालेक, जिन्होंने 97 गेंदों पर तूफानी 217 रन ठोककर मैदान पर आग लगा दी।
मोहम्मद अकरम का धमाका – 97 गेंदों में 217 रन
सैलंगोर के बल्लेबाज मोहम्मद अकरम एबीडी मालेक ने शुरुआत से ही गेंदबाजों पर हमला बोल दिया। उन्होंने 11 चौके और 23 छक्कों की बरसात कर दी। 97 गेंदों पर 217 रन बनाकर उन्होंने विपक्षी टीम को पूरी तरह हिला दिया। उनका स्ट्राइक रेट करीब 223 के पार था, जो किसी भी प्रोफेशनल स्तर पर हैरतअंगेज माना जाएगा।
उनका साथ अब्दुल हैजद और नागिनेश्वरन स्थनाकुमरण ने दिया, जिन्होंने शानदार अर्धशतक जड़ते हुए टीम के स्कोर को 500 के पार पहुंचाया।
बल्लेबाज | रन | गेंदें | चौके | छक्के |
---|---|---|---|---|
मोहम्मद अकरम एबीडी मालेक | 217 | 97 | 11 | 23 |
अब्दुल हैजद | 68 | 55 | 8 | 2 |
नागिनेश्वरन स्थनाकुमरण | 54 | 47 | 5 | 3 |
50 ओवर में 564 रन – क्रिकेट के इतिहास में अनोखा रिकॉर्ड
क्रिकेट इतिहास में अब तक किसी इंटरनेशनल टीम ने 50 ओवर में 500 रन का आंकड़ा नहीं छुआ है। लेकिन सैलंगोर की इस पारी ने यह दिखा दिया कि अगर बल्लेबाज दिन पर हों, तो सीमाओं की कोई हद नहीं।
सैलंगोर ने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट पर 564 रन बनाए। यह आंकड़ा इंटरनेशनल क्रिकेट में बने किसी भी स्कोर से लगभग 60-70 रन ज्यादा है।
पुत्राजाया की टीम 87 पर ढेर
इतने बड़े टारगेट के दबाव में पुत्राजाया की टीम पूरी तरह ढह गई। पूरी टीम सिर्फ 87 रन पर ऑलआउट हो गई। 21.5 ओवर तक भी नहीं टिक पाई।
नतीजा? सैलंगोर ने यह मुकाबला 477 रनों से जीत लिया — जो किसी भी वनडे स्तर पर दर्ज हुई सबसे बड़ी जीतों में से एक मानी जा रही है।
टीम | स्कोर | ओवर | परिणाम |
---|---|---|---|
सैलंगोर | 564/6 | 50 ओवर | — |
पुत्राजाया | 87 ऑलआउट | 21.5 ओवर | सैलंगोर ने 477 रनों से जीत दर्ज की |
क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय
मलेशिया क्रिकेट एसोसिएशन के अनुसार (MCA Official Site), यह अब तक का सबसे बड़ा टीम स्कोर है किसी भी राष्ट्रीय या आयु वर्ग प्रतियोगिता में। इस पारी के बाद सोशल मीडिया पर मोहम्मद अकरम का नाम ट्रेंड करने लगा। क्रिकेट फैंस ने उन्हें “मलेशिया का गलेन मैक्सवेल” तक कहना शुरू कर दिया।