Delhi Test – अगर आप जानना चाहते हैं कि वेस्टइंडीज टेस्ट टीम की हालत इस समय कितनी खराब है, तो बस एक आंकड़ा काफी है—पिछली 16 पारियों में कैरेबियाई टीम एक बार भी 80 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर पाई।
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चल रहे भारत बनाम वेस्टइंडीज दूसरे टेस्ट में आखिरकार उन्होंने यह आंकड़ा छुआ, लेकिन जैसे-तैसे। टीम ने 80 ओवर पूरे किए और भारत ने 81वें ओवर में दूसरी नई गेंद ली। और फिर—दो ओवर बाद पूरी टीम ढेर।
वेस्टइंडीज की गिरती हालत: 16 पारियों में एक भी लंबी साझेदारी नहीं
टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो वेस्टइंडीज की यह स्थिति चिंताजनक है। 2023 के बाद से टीम की बल्लेबाजी गहराई लगभग गायब हो चुकी है।
जुलाई 2023 में पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट (भारत के खिलाफ) वह आखिरी मौका था जब वेस्टइंडीज की टीम ने 80 से अधिक ओवर बल्लेबाजी की थी। उसके बाद से—लगातार 16 पारियों तक टीम इतनी जल्दी सिमट जाती रही कि विपक्षी टीम को दूसरी नई गेंद लेने का मौका ही नहीं मिला।
दिल्ली टेस्ट में यह सिलसिला टूटा, लेकिन केवल औपचारिक रूप से—क्योंकि 81वें ओवर की शुरुआत के कुछ देर बाद ही कुलदीप यादव ने आखिरी विकेट लेकर टीम को 248 रन पर ऑलआउट कर दिया।
शुभमन गिल का दांव: कुलदीप के “फाइफर” के लिए इंतजार
भारत को दिल्ली टेस्ट में 9वां विकेट 73वें ओवर में मिला। सामान्य स्थिति में कप्तान नई गेंद लेकर पारी समेट देते, लेकिन शुभमन गिल ने एक दिलचस्प फैसला लिया।
उन्होंने सोचा—कुलदीप यादव पहले ही 4 विकेट ले चुके हैं, क्यों न उन्हें पांचवां विकेट (फाइफर) निकालने का पूरा मौका दिया जाए।
गिल ने 7 ओवर तक कुलदीप को गेंदबाजी जारी रखवाई, जिससे टीम को दूसरी नई गेंद लेने में थोड़ी देरी हुई।
और जैसा सोचा गया था, वैसा ही हुआ—नई गेंद लेने के बाद दूसरे ही ओवर में कुलदीप यादव ने विकेट चटकाया, अपना करियर का 5वां फाइव विकेट हॉल पूरा किया और वेस्टइंडीज की पारी का अंत किया।
भारत बनाम वेस्टइंडीज स्कोर सारांश
टीम | स्कोर | ओवर | प्रमुख बल्लेबाज | प्रमुख गेंदबाज |
---|---|---|---|---|
भारत | 518/5 (घोषित) | 120 ओवर | यशस्वी जायसवाल – 175, शुभमन गिल – 129* | – |
वेस्टइंडीज | 248 (80.5 ओवर) | 81 ओवर | अथांजे – 41, चंद्रपाल – 34 | कुलदीप यादव – 5/48 |
भारत ने इसके बाद वेस्टइंडीज को फॉलोऑन भी दिया। यानी, भारतीय टीम इस समय पूरी तरह हावी है।
वेस्टइंडीज क्रिकेट का लगातार पत
कभी क्लाइव लॉयड, विव रिचर्ड्स और ब्रायन लारा जैसी दिग्गजों की टीम अब टेस्ट क्रिकेट में संघर्षरत है।
इस दशक में वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी का औसत 25 से भी नीचे चला गया है। खिलाड़ियों की फिटनेस, घरेलू संरचना की कमी और चयन में अस्थिरता ने मिलकर एक विश्व विजेता टीम को निचले स्तर तक पहुंचा दिया है।
जहां पहले वेस्टइंडीज 90-100 ओवर तक टिककर जवाब देती थी, वहीं अब टीम 60-70 ओवर में ही समेटी जा रही है।
दिल्ली टेस्ट में भले ही 80 ओवर का आंकड़ा पार हुआ, लेकिन यह प्रदर्शन “संघर्ष” से ज्यादा “संयोग” लग रहा था।
कुलदीप यादव की गेंदबाजी बनी कहानी की हाइलाइट
कुलदीप यादव ने न केवल 5 विकेट लेकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि टेस्ट मैच में एक बार फिर साबित किया कि वह स्पिन के बादशाह बन चुके हैं।
उनकी फ्लाइट, टर्न और वैरिएशन ने वेस्टइंडीज बल्लेबाजों को बार-बार धोखा दिया।
यह उनका पांचवां फाइव विकेट हॉल था, और दिलचस्प बात—पहला और पांचवां, दोनों ही वेस्टइंडीज के खिलाफ।