Lahore Test – लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के भारतीय मूल के स्पिनर सेनुरन मुथुस्वामी ने पाकिस्तान के खिलाफ गज़ब की गेंदबाजी करते हुए इतिहास रच दिया।
31 वर्षीय मुथुस्वामी ने पूरे मैच में 11 विकेट झटककर पाकिस्तान की बैटिंग लाइन-अप को ध्वस्त कर दिया और टेस्ट क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बना ली।
मुथुस्वामी ने पाकिस्तान को फिर ढेर किया
पाकिस्तान की दूसरी पारी 46.1 ओवर में 167 रन पर सिमट गई, जिसमें मुथुस्वामी ने 17 ओवर में 57 रन देकर 5 विकेट हासिल किए।
पहली पारी में उन्होंने 32 ओवर में 117 रन देकर 6 विकेट लिए थे। यानी दोनों पारियों को मिलाकर उन्होंने कुल 11 विकेट अपने नाम किए — और इसी के साथ वो 1957 के बाद तीसरे दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर बन गए जिन्होंने किसी टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा विकेट लिए हों।
खिलाड़ी | वर्ष | विपक्ष | विकेट | स्थान |
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केशव महाराज | 2018 | श्रीलंका | 12 विकेट | गॉल |
पॉल एडम्स | 2003 | बांग्लादेश | 10 विकेट | पोर्ट एलिजाबेथ |
सेनुरन मुथुस्वामी | 2025 | पाकिस्तान | 11 विकेट | लाहौर |
बाबर आज़म ही दिखा सके थोड़ी जुझारू बल्लेबाजी
पाकिस्तान की दूसरी पारी में कप्तान बाबर आज़म ने सर्वाधिक 42 रन (72 गेंद, 5 चौके) बनाए।
अब्दुल्ला शफीक (41) और सऊद शकील (38) ने कुछ देर संघर्ष किया, लेकिन बाकी बल्लेबाज पूरी तरह ढह गए।
पहली पारी में 93 रन बनाने वाले इमाम-उल-हक बिना खाता खोले आउट हो गए, जबकि कप्तान शान मसूद (7) समेत पांच बल्लेबाज दहाई अंक तक नहीं पहुंचे।
साइमन हार्मर का साथ और पाकिस्तान की गिरती पारी
मुथुस्वामी के अलावा ऑफ-स्पिनर साइमन हार्मर ने भी बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट चटकाए।
दोनों ने मिलकर पाकिस्तान के बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
पाकिस्तान की टीम सिर्फ तीन सत्रों के भीतर ही धराशायी हो गई।
साउथ अफ्रीका को मिला 277 रनों का लक्ष्य
पाकिस्तान ने पहली पारी में 378 रन बनाए थे। जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम 269 रन पर सिमट गई थी।
साउथ अफ्रीका की ओर से टोनी डी जोरजी (104) ने शानदार शतक लगाया, जबकि रयान रिकेल्टन (71) ने अहम योगदान दिया।
पहली पारी के आधार पर पाकिस्तान को 109 रनों की बढ़त मिली थी, लेकिन मुथुस्वामी और हार्मर की स्पिन जोड़ी ने दूसरी पारी में मैच पलट दिया।
भारतीय मूल के मुथुस्वामी का जादू
सेनुरन मुथुस्वामी, जिनकी जड़ें भारत के तमिलनाडु से जुड़ी हैं, साउथ अफ्रीका के लिए 2019 से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं।
लाहौर टेस्ट में उनका यह प्रदर्शन करियर का सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने मैच के बाद कहा,
“यह मेरे लिए बेहद खास पल है। पाकिस्तान जैसी टीम के खिलाफ एशियाई परिस्थितियों में विकेट लेना आसान नहीं होता। मैंने बस अपनी लाइन और लेंथ पर भरोसा रखा।”
इस शानदार प्रदर्शन के साथ मुथुस्वामी ने न सिर्फ साउथ अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि उपमहाद्वीपीय पिचों पर अफ्रीकी स्पिनर भी गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।