Virat Kohli – पूर्व भारतीय कोच ग्रेग चैपल ने कहा है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट इतिहास के ऐसे दो खिलाड़ी हैं जिनकी विरासत सिर्फ आंकड़ों से नहीं, बल्कि भावनाओं और आदर्शों से परिभाषित होगी।
चैपल का मानना है कि कोहली का जुनून और रोहित की विनम्रता—दोनों ही भारतीय क्रिकेट की पहचान बन चुके हैं, और जब ये दोनों अपने करियर के अंतिम दौर में हैं, तो उनकी कहानी हर फैन के दिल में हमेशा जिंदा रहेगी।
ग्रेग चैपल ने कोहली को बताया “मूवमेंट, सिर्फ बल्लेबाज नहीं”
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल ने अपने कॉलम में लिखा कि विराट कोहली को सिर्फ “महान बल्लेबाज” कहना उनके योगदान के साथ अन्याय होगा। उन्होंने लिखा:
“कोहली कभी सिर्फ बल्लेबाज नहीं थे। वह एक मूवमेंट थे। उन्होंने भारत की वनडे टीम को ऐसी मशीन में बदल दिया जो घर हो या बाहर, जीतने के लिए खेलती थी।”
चैपल ने आगे कहा कि कोहली का जुनून, अनुशासन और टीम-फर्स्ट मानसिकता ने भारतीय क्रिकेट को नया चेहरा दिया।
उनके मुताबिक, “कोहली आंकड़ों के पीछे नहीं भागते थे। उन्होंने हमेशा कहा — मैं रिकॉर्ड के लिए नहीं, भारत के लिए खेलता हूं। यही बात उन्हें बाकियों से अलग बनाती है।”
| पहलू | विराट कोहली | रोहित शर्मा |
|---|---|---|
| व्यक्तित्व | जुनूनी, योद्धा मानसिकता | शांत, विनम्र, कलात्मक |
| योगदान | भारत की फिटनेस क्रांति, आक्रामक क्रिकेट संस्कृति | टाइमिंग और संयम से टीम की रीढ़ बने |
| प्रतीक | नेतृत्व और विरासत | शालीनता और निरंतरता |
रोहित शर्मा: शालीनता और टाइमिंग के उस्ताद
ग्रेग चैपल ने रोहित शर्मा के करियर को “धीमी लेकिन शानदार चढ़ाई” बताया। उन्होंने लिखा,
“जहां कोहली का उदय तेज़ था, वहीं रोहित का सफर धीमी गति से महानता की ओर बढ़ने वाला था। उनकी टाइमिंग और संयम ने उन्हें घर-घर में जाना-पहचाना नाम बना दिया।”
चैपल ने याद किया कि 2013 में रोहित को पहली बार ओपनर के तौर पर मौका मिला, और वहीं से उनकी कहानी बदल गई।
“उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोहरा शतक लगाया — और उसी साल पहला शतक भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही था। इसके बाद उनकी आत्मविश्वास और तकनीक दोनों में निखार आ गया।”
उन्होंने लिखा कि रोहित की विनम्रता और उनकी वापसी की कहानी हर युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा है।
“क्रिकेट और जिंदगी दोनों में, टाइमिंग ही सब कुछ है। रोहित इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।”
कोहली-रोहित युग: आंकड़ों से परे एक विरासत
ग्रेग चैपल का मानना है कि क्रिकेट के इतिहास में “कोहली-रोहित युग” एक स्वर्णिम अध्याय की तरह याद रखा जाएगा।
“नए कप्तान आएंगे, नए नाम उभरेंगे, लेकिन कोहली और रोहित का दौर हमेशा याद रहेगा। उन्होंने सिर्फ क्रिकेट नहीं खेला, उन्होंने खेल को नई परिभाषा दी।”
चैपल की भावनात्मक टिप्पणी
“अब जैसे-जैसे क्रिकेट की दुनिया आगे बढ़ेगी, नए सितारे जन्म लेंगे। लेकिन कोहली और रोहित की कहानियाँ सिर्फ रिकॉर्ड बुक में नहीं, बल्कि फैंस के दिलों में दर्ज रहेंगी।”
चैपल ने दोनों खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट के “आदर्श और संतुलन” का प्रतीक बताया — एक तरफ कोहली का जोश, दूसरी ओर रोहित की सहजता।















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