Rodrigues – आईसीसी वुमेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में भारत की युवा स्टार जेमिमा रोड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने अपनी ज़िंदगी की सबसे यादगार पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 339 रनों के वर्ल्ड रिकॉर्ड टारगेट का पीछा करते हुए उन्होंने 127 रनों की नाबाद पारी खेली और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
वह अब वर्ल्ड कप नॉकआउट में रन चेज़ के दौरान शतक लगाने वाली पहली भारतीय (पुरुष या महिला) खिलाड़ी बन गईं।
जेमिमा का ईश्वर में विश्वास और ‘बाइबिल’ का जिक्र
पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन के दौरान जब जेमिमा रोड्रिग्स से उनके मैच-विनिंग प्रदर्शन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा—
“आखिर में बस मैं बाइबिल में लिखी हुई वह बात याद कर रही थी—चुपचाप खड़े रहो और खुदा मेरे लिए लड़ेगा।”
यह एक छोटा-सा वाक्य था, लेकिन उसमें गहरी आस्था झलकती थी। इस बयान से एक बार फिर साफ हुआ कि जेमिमा का ईसा मसीह और अपनी धार्मिक मान्यताओं पर गहरा विश्वास है।
लेकिन इस बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर उनका एक पुराना विवाद फिर चर्चा में आ गया — खार जिमखाना क्लब (Khar Gymkhana Controversy) से जुड़ा मामला।
खार जिमखाना विवाद क्या है?
यह विवाद अक्टूबर 2024 में शुरू हुआ, जब मुंबई के प्रतिष्ठित खार जिमखाना क्लब ने जेमिमा रोड्रिग्स की मानद सदस्यता (Honorary Membership) रद्द कर दी थी।
कारण था—उनके पिता इवान रोड्रिग्स (Ivan Rodrigues) पर क्लब परिसर में अनधिकृत धार्मिक सभाएं आयोजित करने का आरोप।
| तारीख | घटना | परिणाम | 
|---|---|---|
| अप्रैल 2023–सितंबर 2024 | क्लब में प्रार्थना सभाएं आयोजित | क्लब ने अनुमति दी थी | 
| 20 अक्टूबर 2024 | AGM में विवाद उठा | सदस्यता रद्द | 
| नवंबर 2024 | रोड्रिग्स परिवार का बयान | धर्मांतरण के आरोपों से इनकार | 
क्या थे आरोप?
खार जिमखाना की वार्षिक आम सभा (AGM) में कई सदस्यों ने शिकायत की कि क्लब के अध्यक्षीय हॉल में नियमित रूप से “धार्मिक समारोह” आयोजित किए जा रहे थे, जो क्लब के नियमों के खिलाफ हैं।
इन कार्यक्रमों का आयोजन कथित तौर पर ब्रदर मैनुअल मिनिस्ट्रीज (Brother Manuel Ministries) के बैनर तले किया जा रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 महीनों में 35 प्रार्थना सभाएं हुई थीं। कुछ सदस्यों का दावा था कि इनमें “धर्मांतरण गतिविधियों” से जुड़े तत्व शामिल थे — हालांकि इसका कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया।
इवान रोड्रिग्स का जवाब
जेमिमा के पिता इवान रोड्रिग्स ने सोशल मीडिया पर एक विस्तृत बयान जारी किया और इन आरोपों को पूरी तरह गलत बताया।
उन्होंने कहा—
“हमने अप्रैल 2023 से एक वर्ष के दौरान कई मौकों पर केवल प्रार्थना सभाएं आयोजित की थीं, जो सभी के लिए खुली थीं। ये सभाएं धर्मांतरण बैठकें नहीं थीं, जैसा कि मीडिया ने गलत तरीके से लिखा है।”
उन्होंने आगे लिखा—
“जब क्लब ने हमें सभाएं बंद करने को कहा, तो हमने तुरंत फैसला मान लिया। हमने सभी नियमों का पालन किया और किसी भी प्रकार की गलत गतिविधि में शामिल नहीं थे।”
इवान ने यह भी बताया कि उन्होंने क्लब की सदस्यता फीस और अतिथि दरों से जुड़ी बकाया राशि भी समय पर चुका दी।
| नाम | पद | बयान | 
|---|---|---|
| इवान रोड्रिग्स | जेमिमा के पिता | “प्रार्थना सभाएं सबके लिए थीं, कोई धर्मांतरण नहीं।” | 
| खार जिमखाना सदस्य | शिकायतकर्ता | “क्लब परिसर का धार्मिक उपयोग नियमों के खिलाफ है।” | 
क्लब की कार्रवाई
खार जिमखाना समिति ने जांच के बाद यह निर्णय लिया कि क्लब परिसर में धार्मिक कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस फैसले के बाद जेमिमा की मानद सदस्यता भी समाप्त कर दी गई।
हालांकि, रोड्रिग्स परिवार ने इसे “भेदभावपूर्ण और गलतफहमी पर आधारित निर्णय” बताया।
जेमिमा रोड्रिग्स का मौजूदा फोकस – सिर्फ क्रिकेट
विवाद के बावजूद, जेमिमा रोड्रिग्स ने मैदान पर कभी इसका असर नहीं दिखने दिया।
उनकी बल्लेबाजी, आत्मविश्वास और टीम के प्रति समर्पण ने भारत को वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल तक पहुंचाया।
उनके लिए यह जीत न केवल क्रिकेटीय उपलब्धि है, बल्कि एक आध्यात्मिक जीत भी है।
“मैं जानती हूं, भगवान मेरे साथ है। और यही मेरी ताकत है,” — जेमिमा रोड्रिग्
जेमिमा रोड्रिग्स ने मैदान पर अपनी प्रतिभा से आलोचनाओं को करारा जवाब दिया है।
उनकी आस्था निजी हो सकती है, लेकिन उनकी उपलब्धि राष्ट्रीय गर्व का विषय है।
भारत की यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि विश्वास और दृढ़ता की कहानी है — जहाँ जेमिमा ने अपने “भगवान में भरोसे” को जीत में बदल दिया।















