India A – साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ पहले चार दिवसीय मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले तनुश कोटियान (Tanush Kotian) ने खुलासा किया कि मुंबई के सीनियर बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) जैसे अनुभवी खिलाड़ियों से नेट्स में गेंदबाजी करने का अनुभव उनकी गेंदबाजी को नई ऊंचाई पर ले गया।
भारत ए के ऑफ-स्पिनर कोटियान ने कहा कि रहाणे और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से उन्हें यह समझने में मदद मिली कि स्पिन गेंदबाजों को किन क्षेत्रों में सुधार की जरूरत होती है।
रहाणे से नेट्स पर मिली बड़ी सीख
30 अक्टूबर को साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ खेले गए पहले चार दिवसीय मैच के पहले दिन तनुश कोटियान ने 4 विकेट झटके और अफ्रीकी टीम को 299/9 पर रोक दिया।
दिन का खेल खत्म होने के बाद कोटियान ने कहा—
“मुंबई रणजी टीम में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्होंने भारत के लिए खेला है और वे स्पिन के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाज हैं। उनसे गेंदबाजी करते हुए आप अपनी कमजोरियां पहचान सकते हैं। अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों को नेट्स में गेंदबाजी करना मेरे लिए अमूल्य अनुभव रहा।”
उन्होंने आगे बताया कि रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ी गेंदबाजों को बताते हैं कि स्पिन खेलते वक्त कहां मुश्किल होती है, जिससे ऑफ-स्पिनर को रणनीति तय करने में मदद मिलती है।
| खिलाड़ी | टीम | भूमिका | अनुभव | 
|---|---|---|---|
| अजिंक्य रहाणे | मुंबई/भारत | बल्लेबाज | भारत के पूर्व कप्तान | 
| तनुश कोटियान | मुंबई/भारत ए | ऑफ-स्पिनर | उभरते ऑलराउंडर | 
“रहाणे और शार्दुल ठाकुर से मिला आत्मविश्वास”
कोटियान ने कहा—
“हमारे पास अजिंक्य रहाणे हैं जो हमारे पिछले कप्तान थे और शार्दुल ठाकुर जो मौजूदा कप्तान हैं। दोनों ही खिलाड़ियों का अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। वे बताते हैं कि कब आक्रमण करना है और कब बचाव करना है। उनकी सलाह से हमें अपनी योजनाएं और बेहतर करने में मदद मिलती है।”
कोटियान के मुताबिक, इन सीनियर्स की मदद से न सिर्फ उनकी गेंदबाजी सुधरी बल्कि मानसिक रूप से भी वह मजबूत हुए हैं।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ रणनीति का खुलासा
मैच के बाद कोटियान ने बताया कि कैसे उन्होंने और स्पिनरों ने परिस्थितियों के हिसाब से अपनी गेंदबाजी रणनीति बदली।
“शुरुआत में गेंद ज्यादा स्पिन नहीं कर रही थी, क्योंकि पिच में थोड़ी नमी थी। इसलिए हमने लंच के बाद स्टंप लाइन पर टिककर गेंदबाजी करने का फैसला किया ताकि बल्लेबाजों को रन बनाने का मौका न मिले।”
उनकी इस योजना ने शानदार परिणाम दिए—उन्होंने 22 ओवर में 72 रन देकर 4 विकेट लिए।
उनकी टाइट लाइन और लगातार कंट्रोल ने अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान कर दिया।
| गेंदबाज | ओवर | रन | विकेट | इकोनॉमी | 
|---|---|---|---|---|
| तनुश कोटियान | 22 | 72 | 4 | 3.27 | 
| हर्षित राणा | 18 | 59 | 2 | 3.28 | 
| शार्दुल ठाकुर | 20 | 61 | 1 | 3.05 | 
मुंबई नेट्स से लेकर इंडिया ए तक का सफर
तनुश कोटियान लंबे समय से मुंबई रणजी टीम का हिस्सा रहे हैं और कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से टीम को मैच जिताया है।
वह बल्ले से भी योगदान देते रहे हैं, लेकिन उन्हें मुख्य रूप से एक क्लासिकल ऑफ-स्पिनर के रूप में जाना जाता है।
अब जब वह ऋषभ पंत की कप्तानी में इंडिया ए का हिस्सा हैं, तो उनका लक्ष्य एक ही है—टीम इंडिया के लिए डेब्यू करना।
“भारत ए में खेलना मेरे लिए सपना सच होने जैसा है। मैं कोशिश कर रहा हूं कि यहां के अनुभव को अपने खेल में उतारूं और एक दिन भारत के लिए खेल सकूं।”
तनुश कोटियान भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे हैं। रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ अभ्यास कर उन्होंने न सिर्फ अपनी गेंदबाजी सुधारी बल्कि धैर्य और रणनीति का महत्व भी सीखा।
अगर वह इसी लय में आगे बढ़ते रहे, तो जल्द ही उन्हें टीम इंडिया की ब्लू जर्सी में देखने की उम्मीद है।















