Jaiswal – कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका पहला टेस्ट भले ही यशस्वी जायसवाल की खराब पारी से शुरू हुआ हो, लेकिन 22 साल के इस युवा बल्लेबाज ने एक ऐसा रिकॉर्ड तोड़ दिया जो सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाज भी नहीं छू पाए थे।
दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में सिर्फ 159 रन पर ऑलआउट हो गया। जवाब में भारत की शुरुआत कमजोर रही—यशस्वी 27 गेंदों में 12 रन बनाकर मार्को जानसन की गेंद पर बोल्ड हो गए।
लेकिन यह आउट उनके करियर का रफ्तार नहीं रोक पाया, क्योंकि इसी के साथ उन्होंने टेस्ट करियर की शुरुआती 50 पारियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाजों की लिस्ट में सचिन को पीछे छोड़ दिया।
सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ यशस्वी बने चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय
50 पारियों के बाद सबसे ज्यादा टेस्ट रन—यशस्वी ने इस खास सूची में चौथा स्थान हासिल किया है।
उनके नाम अब 2420 रन हैं, जो कि सचिन के शुरुआती 2415 रनों से ज़्यादा है।
50 टेस्ट पारियों के बाद भारत के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज
| रैंक | खिलाड़ी | रन |
|---|---|---|
| 1 | गौतम गंभीर | 2692 |
| 2 | राहुल द्रविड़ | 2540 |
| 3 | वीरेंद्र सहवाग | 2535 |
| 4 | यशस्वी जायसवाल | 2420 |
| 5 | सचिन तेंदुलकर | 2415 |
यानी यशस्वी ने युवा उम्र में ही सचिन, द्रविड़ और सहवाग जैसे दिग्गजों की कतार में जगह बना ली है।
कोलकाता टेस्ट: भारत की धीमी लेकिन स्थिर शुरुआत
पहले दिन के खेल के अंत तक भारत ने 1 विकेट पर 37 रन बना लिए थे।
पहली पारी में भारत अभी भी 122 रन पीछे है।
क्रीज पर—
- केएल राहुल 13 रन*
- वॉशिंगटन सुंदर 6 रन*
दक्षिण अफ्रीका के पेसर्स ने कसी हुई लाइन-लेंथ से भारतीय बल्लेबाजों को बांधकर रखा।
केशव महाराज की स्पिन ने भी दोनों बल्लेबाजों को कई बार चकमा दिया—गेंद विकेट से और बल्ले से बाल-बाल निकलती रही।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी: भारतीय गेंदबाजों का जलवा
इससे पहले भारतीय गेंदबाजी यूनिट ने अफ्रीकी टीम को सिर्फ 159 पर रोक दिया था।
जसप्रीत बुमराह के 5 विकेट, कुलदीप और जडेजा की संयुक्त स्पिन जोड़ी ने अफ्रीकी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।
क्या यशस्वी अगले मैचों में जारी रख पाएंगे यह लय?
50 पारियों में इतने बड़े खिलाड़ियों से आगे निकलने वाला यह युवा ओपनर अब टेस्ट क्रिकेट में भारत का लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकता है।
हालांकि कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में उनके विकेट ने यह भी दिखाया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्थिरता बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है।
यशस्वी के लिए यह रिकॉर्ड भविष्य में एक प्रेरणा भी है और एक जिम्मेदारी भी—अब उनसे उम्मीदें और बढ़ चुकी हैं।
















Test 2025 : जसप्रीत बुमराह का बयान वायरल—टेंबा बावुमा पर टिप्पणी से बढ़ सकती हैं मुश्किलें