Ashes – पर्थ की तेज हवा, सुबह-सुबह की रौशनी और एशेज 2025 का पहला टेस्ट—लेकिन कुछ घंटों के भीतर जो हुआ, उसने 143 साल पुराने इतिहास को उलट-पुलट कर दिया।
एशेज की शुरुआत 1882 में हुई थी, लेकिन इतने लंबे समय में ऐसा कभी नहीं देखा गया था कि दोनों टीमों का पहला विकेट बिना खाता खोले गिर जाए।
इस बार वह “असंभव” सा रिकॉर्ड टूट गया—पहले इंग्लैंड, फिर ऑस्ट्रेलिया। और यही पर्थ टेस्ट की कहानी को और भी रोचक बना देता है।
इंग्लैंड ने टॉस जीता, बल्ला चुना… लेकिन शुरुआत एकदम ठंडी। मिचेल स्टार्क ने पहली ही ओवर में जैक क्रॉली को शून्य पर चलता किया। कुछ ही देर बाद जोफ्रा आर्चर ने वही दर्द ऑस्ट्रेलिया को चखाया—जेक वेदराल्ड भी 0 पर LBW।
इतिहास के इतने सालों बाद पहली बार दोनों टीमों की पारी में पहला विकेट 0 पर—एशेज की किताब में नया पन्ना जुड़ गया।
एशेज में पहली बार—दोनों टीमों का पहला बल्लेबाज़ “0” पर आउट
यह संयोग महज़ संयोग नहीं था। यह गेंदबाज़ी की क्लास का नमूना था—स्टार्क की शुरुआती स्विंग और आर्चर की तेज़, सटीक लाइन।
| टीम | पहला विकेट | बल्लेबाज़ | गेंदबाज़ | ओवर |
|---|---|---|---|---|
| इंग्लैंड | 0 | जैक क्रॉली | मिचेल स्टार्क | 1वां ओवर |
| ऑस्ट्रेलिया | 0 | जेक वेदराल्ड | जोफ्रा आर्चर | 1वां ओवर |
143 साल तक यह रिकॉर्ड सुरक्षित था, लेकिन क्रिकेट का यही तो मज़ा है—कभी भी, किसी भी सुबह इतिहास बदल सकता है।
क्रॉली को स्टार्क ने क्यों नहीं छोड़ा—पहले ओवर में झटका
इंग्लैंड बल्लेबाज़ी करने उतरा और लगा कि शुरुआती ओवर थोड़ा पारंपरिक अंदाज़ में निकलेगा।
लेकिन स्टार्क की आखिरी गेंद ने योजना तोड़ दी।
- बाहर की ओर जाती गेंद
- क्रॉली का अधूरा ड्राइव
- बल्ले का बाहरी किनारा
- स्लिप में खड़े उस्मान ख्वाजा ने आराम से लपक लिया
क्रॉली का ये आउट होना स्टार्क के स्विंग रूटीन का परफेक्ट क्लासिक उदाहरण था—गेंद जो कर सकती है, उसने वही किया।
जेक वेदराल्ड का LBW—DRS ने पलट दिया फैसला
ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत भी वैसी ही डगमगाई जैसे इंग्लैंड की।
जोफ्रा आर्चर ने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर वेदराल्ड को LBW फंसाया।
अंपायर ने पहले “नॉट आउट” किया, लेकिन बेन स्टोक्स ने बिना सोचे-समझे DRS ले लिया—और स्क्रीन पर रीप्ले साफ दिखा रहा था कि गेंद सीधा पैड से टकराकर स्टंप वाली लाइन पर जा रही थी।
फैसला पलटा, और वेदराल्ड की पारी बिना खाता खोले खत्म।
एशेज के पहले ओवर में ऐसा दो बार—शायद स्टेडियम में बैठे दर्शकों को भी यकीन नहीं हुआ होगा।
स्टार्क का तूफ़ान—करियर बेस्ट 7 विकेट और एशेज में 100 का शतक
इंग्लैंड की पहली पारी 172 रनों पर सिमट गई।
और यह स्कोर तय करने वाला था—मिचेल स्टार्क का एकलौता तूफ़ान।
स्टार्क ने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग फिगर (7 विकेट) हासिल किया।
एक-एक बल्लेबाज़ उसी पिच पर संघर्ष करता दिखा, और स्टार्क की गति, मूवमेंट और एंगल ने इंग्लैंड को धो-धोकर रख दिया।
यह सिर्फ एक स्पेल नहीं था—यह स्टार्क का एशेज ओपनिंग स्टेटमेंट था।
स्टार्क का डबल-रिकॉर्ड
इस मैच में उन्होंने:
- एशेज में अपने 100 विकेट पूरे किए
- एशेज इतिहास में पहले लेफ्ट-आर्म फास्ट बॉलर बने जिन्होंने 100 विकेट लिए
अब वे एशेज में शतक लगाने वाले 21वें गेंदबाज़ हैं। लेकिन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ों की लिस्ट में उनकी बराबरी कोई नहीं कर सका।
यह एशेज की टोन सेट करने वाला मैच
इंग्लैंड की शुरुआत कमजोर रही, लेकिन असली कहानी यह नहीं।
असली कहानी यह है कि दोनों तरफ के गेंदबाज़ों ने बता दिया है—यह एशेज भावनाओं, इतिहास और संयोगों से भरी होने वाली है।
पहले ही दिन दोनों टीमों का “डक” वाला ओपनर गिरना, और फिर स्टार्क का तूफ़ान—यह सब दर्शाता है कि पर्थ सिर्फ मैच का वेन्यू नहीं, एशेज की आग का पहला चिंगारी बिंदु है।















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