Ashes 2025 – पर्थ की तेज़ हवा अब भी एशेज की पहली जीत की गूंज अपने साथ लिए घूम रही है, और ऑस्ट्रेलिया की टीम उससे मिलती-जुलती धार लेकर आगे बढ़ रही है। इंग्लैंड को शुरुआती टेस्ट में जिस आक्रामकता और अनुशासन के साथ मात दी गई, उसने सीरीज की टोन सेट कर दी है—लेकिन ब्रिस्बेन की रात इस कहानी में एक नया मोड़ ला सकती है।
क्योंकि अगला मुकाबला गाबा में डे-नाइट है—पिंक बॉल, उछाल, घास, और तेज़ रोशनी में बदलती रणनीतियां। और चयनकर्ताओं ने इस हाई-प्रेशर टेस्ट के लिए एक बड़ा फैसला लिया है: स्क्वॉड जस का तस।
पिंक-बॉल टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया ने कोई बदलाव नहीं—स्मिथ फिर कप्तान
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट के लिए वही 14 खिलाड़ी चुने हैं, जिन्हें पर्थ टेस्ट में उतारा गया था।
इसका मतलब साफ है:
- पैट कमिंस अब भी बाहर
- जोश हेजलवुड फिट नहीं
- स्टीव स्मिथ दोबारा कप्तान
कमिंस और हेजलवुड की चोटों ने टीम को लगातार दूसरे मैच के लिए बिना दो मुख्य पेसरों के उतार दिया है।
फिर भी चयनकर्ताओं ने जल्दबाज़ी में कमिंस को वापस बुलाने से इनकार कर दिया—जो बताता है कि टीम सीरीज को लंबी रेस की तरह खेल रही है, न कि डर की तरह।
कमिंस ब्रिस्बेन पहुंचकर ट्रेनिंग करेंगे, पर डे-नाइट टेस्ट में उनका खेलना लगभग नामुमकिन है।
हेजलवुड अभी भी हैमस्ट्रिंग से जूझ रहे हैं।
पर्थ के हीरो ब्रेंडन डॉगेट को एक और मौका?
डेब्यू के दबाव में अक्सर खिलाड़ी सिमट जाते हैं, पर ब्रेंडन डॉगेट ने पर्थ टेस्ट में जिस शांति से गेंदबाजी की, उसने सिलेक्टर्स को भरोसा दिया है कि वह गाबा जैसे तेज़ ट्रैक पर और भी असरदार होंगे।
चूंकि यह डे-नाइट टेस्ट है, पिंक बॉल की स्विंग पहले दो घंटे बेहद खतरनाक होती है—और ऐसे माहौल में डॉगेट का एक और मैच पक्का दिखता है।
उनके साथ तीन और मुख्य पेसर तैयार हैं:
- मिशेल स्टार्क (लेफ्ट आर्म, पिंक बॉल स्पेशलिस्ट)
- स्कॉट बोलैंड (लाइन-लेंथ मशीन)
- माइकल नेसर (होम ग्राउंड ब्रिस्बेन स्पेशलिस्ट)
गाबा उनकी पारंपरिक जमीन है, और पिंक बॉल उनकी हथेली जैसा व्यवहार करती है।
उस्मान ख्वाजा की फिटनेस चिंता—अगर बाहर हुए, तो क्या होगा?
पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में ख्वाजा बैटिंग के लिए नहीं उतरे।
समस्या: बैक स्पैजम
अब दूसरे टेस्ट से पहले उनका फिटनेस टेस्ट अनिवार्य है।
अगर ख्वाजा फिट हो जाते हैं, तो जोड़ी अपनी जगह बनी रहेगी।
अगर नहीं—
ऑप्शन 1: ब्यू वेबस्टर (ऑलराउंडर, ऊँची कद-काठी, स्थिर तकनीक)
ऑप्शन 2: जोश इंग्लिस (कीपर-बैटर लेकिन बैक-अप ओपनर भी)
वेबस्टर को बढ़त इसलिए है क्योंकि वे लंबे मैच के लिए बेहतर टेक्निकल ऑप्शन लगते हैं।
इंग्लिस को मिडल ऑर्डर में भी रखा जा सकता है।
गाबा की तेज़ पिच पर शुरुआत में स्विंग इतनी रहती है कि टॉप ऑर्डर की भूमिका बेहद अहम होगी।
इंग्लैंड की मुश्किलें बढ़ेंगी—क्योंकि गाबा है ऑस्ट्रेलिया का किला
गाबा सिर्फ एक स्टेडियम नहीं, एक भावना है।
यह मैदान ऑस्ट्रेलिया का दशक भर तक सबसे सुरक्षित ठिकाना रहा है—2021 में भारत की ऐतिहासिक जीत को छोड़ दें तो यहां स्कोरलाइन लगभग एकतरफा रही है।
डे-नाइट कंडीशन में इंग्लैंड की गेंदबाजी को फायदा जरूर मिलेगा, लेकिन उनके बल्लेबाजों की पिंक बॉल स्विंग के खिलाफ पिछली रिकॉर्ड चिंता बढ़ाते हैं।
ब्रिस्बेन की रात में गेंद हवा में जितना मूव करती है, उतना शायद दुनिया के किसी और मैदान पर नहीं।
यहां विकेट में स्पीड, बाउंस और लेटरल मूवमेंट तीनों का खूंखार मिश्रण देखने को मिलता है।
पर्थ की जीत का असर—ऑस्ट्रेलिया संतुलित, इंग्लैंड दबाव में
पहले टेस्ट की जीत ने ऑस्ट्रेलिया को बड़ा मनोवैज्ञानिक बढ़त दिया है।
स्मिथ कप्तान के तौर पर सहज दिखे, लाबुशेन-हेड-ग्रीन की तिकड़ी फॉर्म में है, और नाथन लियोन डे-नाइट टेस्ट में भी उतने ही खतरनाक हैं।
इंग्लैंड के लिए समस्या यह है कि उनका टॉप ऑर्डर लगातार फेल हो रहा है।
बेज़बॉल का एग्रेसन पिंक बॉल पर उतना असरदार नहीं होता—खासकर जब रोशनी में गेंद अचानक ज्यादा घूमने लगे।
गाबा टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया का पूरा स्क्वॉड
स्टीव स्मिथ (कप्तान)
स्कॉट बोलैंड
एलेक्स कैरी
ब्रेंडन डॉगेट
कैमरून ग्रीन
ट्रैविस हेड
जोश इंग्लिस
उस्मान ख्वाजा
मार्नस लाबुशेन
नाथन लियोन
माइकल नेसर
मिशेल स्टार्क
जेक वेदरल्ड
ब्यू वेबस्टर
कौन खेलेगा? कौन बैठेगा?—संभावित XI
अगर ख्वाजा फिट:
- ख्वाजा
- लाबुशेन
- स्मिथ
- हेड
- ग्रीन
- कैरी
- स्टार्क
- नेसर
- बोलैंड
- लियोन
- डॉगेट
अगर ख्वाजा बाहर:
- वेबस्टर या इंग्लिस एक स्लॉट भरेंगे, और टॉप ऑर्डर हल्का बदलेगा।















