क्रिकेट में फिक्सिंग नहीं हो रही खत्म – क्रिकेट के खेल में फिक्सिंग का जिन्न पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल (2022) 13 क्रिकेट मैच ऐसे रहे जिनमें फिक्सिंग होने का शक जताया गया। ‘स्पोर्टरडार इंटीग्रिटी सर्विसेज’ की ओर से यह रिपोर्ट जारी की गई है जो अनियमित सट्टेबाजी, मैच फिक्सिंग और खेलों में अन्य तरह के भ्रष्टाचार का विश्लेषण करती है।
क्रिकेट में मैच फिक्सिंग का जिन्न अभी भी खत्म नहीं हुआ है। एक ताजातरीन रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है। ‘स्पोर्टराडार इंटीग्रिटी सर्विसेज’ की ओर से प्रकाशित एक समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में 13 क्रिकेट मैच ऐसे थे, जो संदेह के दायरे में आए। 28 पन्नों की रिपोर्ट का शीर्षक ‘सट्टेबाजी, भ्रष्टाचार और मैच फिक्सिंग’ था
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2022 में 92 देशों में खेल के 12 इवेंट में 1212 मैच ऐसे थे जिन पर संदेह था. आपको बता दें कि ‘स्पोर्टरडार | इंटीग्रिटी सर्विसेज’ विशेषज्ञों की एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय टीम है जो अनियमित सट्टेबाजी, मैच फिक्सिंग और खेलों में अन्य तरह के भ्रष्टाचार का विश्लेषण करती है।
मैच में किसी तरह की हरकत का पता लगाने के लिए कंपनी यूनिवर्सल फ्रॉड डिटेक्शन सिस्टम (UFDS) एप्लिकेशन का यूज करती है।
फुटबॉल मैचों में हुआ सबसे ज्यादा करप्शन
इस रिपोर्ट की मानें तो फुटबॉल का खेल करप्शन मामले में अव्वल रहा है. पिछले साल कुल 775 फुटबॉल मैच ऐसे थे जिसमें फिक्सिंग होने का शक जाहिर किया गया है। इस सूची में बास्केटबॉल दूसरे नंबर पर है जिसके 220 मैच संदिग्ध थे।
वहीं लॉन टेनिस के 75 मैचों पर सवाल खड़ा हुआ। क्रिकेट इस सूची में छठे नंबर पर है और केवल 13 मैच ऐसे थे जो कथित रूप से भ्रष्टाचार से लिप्त हो सकते है।
भारत में नहीं हुई एक भी क्रिकेट मैच में फिक्सिंग
क्रिकेट के 13 मैच पर संदेह होना ‘स्पोर्टरडार इंटीग्रिटी सर्विसेज’ द्वारा दर्ज किए गए उच्चतम वार्षिक आंकड़े हैं। रिपोर्ट में दर्शाए गए ग्राफिक्स के अनुसार भारत में खेले गए किसी भी क्रिकेट मैच में फिक्सिंग नहीं हुआ।
स्पोर्टरडार ने आईपीएल मैचों के दौरान सट्टेबाजी की अनियमितताओं का पता लगाने के लिए 2020 में बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के साथ साझेदारी की थी। रिपोर्ट के मुताबिक कुछ ऐसे खेल भी रहे जिसमें फिक्सिंग के मामले ना के बराबर आए हैं। हैंडबॉल और फुटसल ने भी अब तक के सबसे अधिक संदिग्ध मैच दर्ज किए।
महिला टी20 वर्ल्ड कप में सामने आया था मामला
क्रिकेट में अक्सर फिक्सिंग संबधित मामले सामने आते रहते हैं. पिछले महीने हुए वूमेन्स टी20 वर्ल्ड कप में फिक्सिंग का शक गहराया था। तब ढाका न्यूज आउटलेट जमुना टीवी ने एक ऑडियो टेप जारी किया था जिसमें बांग्लादेश की दो वूमेन्स क्रिकेटर बातचीत कर रही थी।
इनमें से एक खिलाड़ी का नाम लता मंडल बताया गया था जो बांग्लादेशी टीम के साथ साउथ अफ्रीका गई थीं। वहीं दूसरी क्रिकेटर शोहेली अख्तर थीं जिनका टी20 वर्ल्ड कप के लिए चयन नहीं हुआ था, बीसीबी ने इसकी सूचना आईसीसी को भी दी थी।
आईपीएल 2013 में हुई कथित स्पॉट फिक्सिंग से सबक लेते हुए बीसीसीआई (BCCI) ने कई कदम उठाए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल 2023 को लेकर बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को किसी अंजान शख्स से बातचीत ना करने और उनसे दूर रहने की सलाह दी है।
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31 मार्च से हो रही है इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन की शुरुआत।