Asia Cup 2025 – भारत ने एशिया कप 2025 के अपने पहले ही मुकाबले में यूएई को करारी शिकस्त देकर टूर्नामेंट का जोरदार आगाज़ कर दिया। बुधवार को खेले गए इस मैच में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया, और उनका यह दांव सोने पर सुहागा साबित हुआ।
भारतीय गेंदबाज़ों ने यूएई की पूरी टीम को सिर्फ 57 रन पर ढेर कर दिया—जो एशिया कप टी20 इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर है।
कुलदीप यादव और शिवम दुबे ने यूएई की बल्लेबाज़ी को ध्वस्त कर दिया। जवाब में भारत ने महज़ 27 गेंदों में 9 विकेट शेष रहते हुए लक्ष्य हासिल कर लिया।
भारतीय गेंदबाज़ों का कहर
यूएई के बल्लेबाज़ मैदान पर टिक ही नहीं पाए। सलामी बल्लेबाज़ अलीशान शराफु ने 17 गेंदों पर 22 रन बनाए, जिन्हें जसप्रीत बुमराह ने चलता किया। वहीं कप्तान मुहम्मद वसीम ने 22 गेंदों पर 19 रन बनाए और कुलदीप यादव का शिकार बने। बाकी बल्लेबाज़ दोहरे अंक तो छोड़िए, 3 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर सके।
भारतीय गेंदबाज़ी का हाल इस तरह रहा:
- कुलदीप यादव – 4 विकेट
- शिवम दुबे – 3 विकेट
- जसप्रीत बुमराह – 1 विकेट
- अक्षर पटेल – 1 विकेट
- वरुण चक्रवर्ती – 1 विकेट
एशिया कप टी20 में सबसे कम स्कोर
टी20 एशिया कप इतिहास में यह स्कोर दूसरा सबसे छोटा है। सबसे कम स्कोर 2022 में दर्ज हुआ था जब हांगकांग की टीम पाकिस्तान के खिलाफ 38 रन पर ढेर हो गई थी।
वर्ष | टीम | विपक्षी टीम | स्कोर | परिणाम |
---|---|---|---|---|
2022 | हांगकांग | पाकिस्तान | 38 | पाकिस्तान 155 रन से जीता |
2025 | यूएई | भारत | 57 | भारत 9 विकेट से जीता |
2016 | पाकिस्तान | भारत | 83 | भारत 5 विकेट से जीता |
2016 | यूएई | बांग्लादेश | 82 | बांग्लादेश 51 रन से जीता |
2016 | यूएई | भारत | 81 | भारत 9 विकेट से जीता |
पुराने मुकाबलों की याद
2016 एशिया कप में भी यूएई की टीम का हाल कुछ ऐसा ही था। भारत के खिलाफ उसने सिर्फ 81 रन बनाए थे और बांग्लादेश के खिलाफ 82 रन पर ऑलआउट हो गई थी। पाकिस्तान की टीम भी 2016 में भारत के सामने 83 रन से ज्यादा नहीं बना पाई थी।
भारत का आसान जीत का सफर
लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने कोई मुश्किल महसूस नहीं की। पावर हिटर्स ने धुआंधार शुरुआत दी और टीम ने 4.3 ओवर में ही जीत दर्ज कर ली। यह जीत न केवल स्कोरबोर्ड पर दर्ज हुई, बल्कि टूर्नामेंट में भारत के आत्मविश्वास को भी नई ऊँचाई पर ले गई।
नतीजा
एशिया कप 2025 की शुरुआत भारत के लिए सपनों जैसी रही। एकतरफा जीत के साथ उसने विरोधियों को साफ संदेश दे दिया है कि ट्रॉफी की दौड़ में वही सबसे बड़ा दावेदार है।