आईपीएल 2023 के लिए बीसीसीआई ने इम्पैक्ट प्लेयर के नियम में किया बड़ा बदलाव : बीसीसीआई ने आईपीएल 2023 में लागू होने वाले इम्पैक्ट प्लेयर के नियम में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत आगमी आईपीएल सीजन के लिए सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों पर लागू होगा। आईपीएल मैच में अधिकतम एक टीम में चार ही विदेशी खिलाड़ी खेल सकते हैं वह इस नियम का हिस्सा नहीं होंगे।
आपको विस्तार से बताते है की आखिरी यह नियम क्या है ? इस नियम के तहत 11 खिलाड़ियों की जगह 15 खिलाड़ियों की लिस्ट दे सकता है। मैच में कप्तान ने प्लेइंग XI में अलावा जो चार एक्स्ट्रा खिलाड़ी चुनता है , उनमें से किसी एक को प्लेइंग 11 के किसी एक खिलाड़ी से रिप्लेस कर सकता है।
इस नियम के तहत यह भी ध्यान रखना होगा कि पारी के 14 ओवर खत्म होने से पहले ही कप्तान एक खिलाड़ी को अंतिम एकादश से बाहर कर सकता है और उन चार में से एक खिलाड़ी को बाहर कर सकता है. 14 ओवर के बाद यह नियम लागू नहीं होगा। लेकिन अगर मैच 10 ओवर से कम का ही होता है तो यह नियम लागू नहीं होगा. इसके लिए कम से कम 11 ओवर का खेल होना जरूरी है।
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इस नियम की खास बात यह है कि जो खिलाड़ी प्रभाव खिलाड़ी के अधीन टीम में आएगा, वह बाकी सभी खिलाड़ियों की तरह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही कर सकेगा। लेकिन यह नियम अब आने वाले सीजन में सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के लिए ही लागू होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार सभी आईपीएल फ्रैंचाइजी को यह जानकारी दी है की इम्पैक्ट प्लेयर का नियम विदेशी खिलाड़ियों पर लागू नहीं होगा। सभी टीमों को सूचित किया गया है की वह किसी विदेशी खिलाड़ी को किसी भी खिलाड़ी से इस नियम के अनुसार बदल नहीं सकते।
इस नियम के तहत विदेशी खिलाड़ियों को इस नियम के तहत सिर्फ टीम में तभी जगह मिलेगी जब प्लेइंग XI में तीन ही विदेशी खिलाड़ी खेल रहे हो। यह नियम केवल बाकि सात भारतीय खिलाड़ियों पर ही लागू होगा। बीसीसीआई ने सभी टीमों को एक नोट पर लिखकर इस नियम के बारे में जानकारी दी है।
बीसीसीआई ने अपने नोट में लिखा,
“आईपीएल 2023 के नए सीजन में नया टैक्टाइल और स्ट्रैटेजिक कॉन्सेप्ट लाया जाएगा। इसके मुताबिक आईपीएल मैच में सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी को खिलाया जा सकता है। इस नियम के तहत पूरी जानकारी जल्द ही जारी की जाएगी।’ जिस तरह फुटबॉल, रग्बी, बास्केटबॉल और बेसबॉल में, इस नियम के तहत एक स्थानापन्न खिलाड़ी को अन्य सभी खिलाड़ियों के समान दर्जा दिया जाता है। स्थानापन्न खिलाड़ी सभी नियमित खिलाड़ियों की तरह पात्र होगा।”
गौरतलब है कि हाल ही में इस नियम का इस्तेमाल भारत की घरेलू टी20 लीग सैयद मुश्ताक अली में किया गया था।