SMAT – ईडन गार्डन्स की शाम में जैसे ही वैभव सूर्यवंशी ने कवर्स के ऊपर से छक्का उड़ाया, स्टेडियम की आवाज़ एक पल को ऐसी गूंज उठी मानो किसी ने इतिहास को हाथ से पकड़ लिया हो।
14 साल 250 दिन।
कमाल है—इतनी छोटी उम्र में न सिर्फ सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेलना, बल्कि शतक ठोककर टूर्नामेंट का सबसे कम उम्र का सेंचुरी मेकर बन जाना… यह कहानी किसी अंडर-14 स्कूल टैलेंट की नहीं, एक ऐसे खिलाड़ी की है जिसकी क्रिकेट टाइमलाइन उम्र से आगे भाग रही है।
वैभव सूर्यवंशी—14 साल का तूफान, जिसने ईडन पर इतिहास बदल दिया
महाराष्ट्र के खिलाफ बिहार के लिए ओपनिंग करते हुए वैभव ने 61 गेंदों में नाबाद 108 रन ठोके—7 चौके, 7 गगनचुंबी छक्के, और स्ट्राइक रेट 177 से ऊपर।
इस पारी ने न सिर्फ मैच का रंग बदला, बल्कि 2013 से कायम एक रिकॉर्ड भी गिरा दिया।
विजय जोल ने 18 साल 118 दिन की उम्र में SMAT का शतक लगाया था।
वैभव ने यह कीर्तिमान चार साल से भी छोटे होते हुए तोड़ दिया।
ऐसा लगता ही नहीं कि यह पारी किसी 14 वर्षीय लड़के ने खेली है—यह तो एक ऐसे बल्लेबाज की बैटिंग थी जो गेंद को देखने के बाद निर्णय नहीं लेता, वह पहले ही जानता होता है कि उसे कहाँ भेजना है।
बिहार की पारी—एक किशोर की कंधों पर खड़ी हुई
20 ओवर में 3 विकेट पर 176।
यह स्कोर वैभव के बैट का ही था, क्योंकि दूसरे छोर पर सब कुछ शांत था—उन्हीं की तेजी, उन्हीं की हिटिंग, उन्हीं का टेम्पो टीम की रफ्तार था।
यह कोई पहला चमत्कार नहीं—वैभव की टाइमलाइन एक अलग ग्रह की लगती है
वैभव की टी20 यात्राएँ देखें, तो SMAT का यह शतक बस नई कड़ी है:
| उपलब्धि | विवरण |
|---|---|
| टी20 में 3 शतक | सिर्फ 16 पारियों में |
| IPL 2025 में RR के लिए 35 गेंदों में शतक | गुजरात टाइटन्स के खिलाफ |
| Asia Cup Rising Stars, इंडिया A | 32 गेंदों में शतक (ऋषभ पंत के रिकॉर्ड की बराबरी) |
| सबसे तेज़ भारतीय टी20 शतक रिकॉर्ड | पंत (32), अभिषेक शर्मा (28), उर्विल पटेल (28) के बाद दूसरे पायदान पर |
| रणजी डेब्यू उम्र | 12 साल—सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड टूटा |
इतनी उम्र में इतने रिकॉर्ड?
कभी-कभी लगता है कि भारतीय क्रिकेट को जिस “जनरेशन शिफ्ट” की जरूरत थी, वह शायद इस लड़के के बैट में छुपी हुई है।
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IPL 2025 में गुजरात के खिलाफ उनका 35 गेंदों वाला शतक याद है?
वह पारी ही पहली बार थी जब क्रिकेट जगत ने उन्हें सिर्फ टैलेंट नहीं, बल्कि असंभव को संभव करने वाला खिलाड़ी माना।
RR की स्काउटिंग टीम ने जिस 12–13 साल के किशोर को पकड़कर भविष्य माना था, वह भविष्य अब 14 में ही मुख्य मंच पर आ गया है।
भारत के इतिहास में IPL ने पहले भी युवा सितारे दिए हैं—गिल, पृथ्वी, रियान पराग, यशस्वी—लेकिन वैभव की गति इन सभी से तेज़ है।
भारत को एक नया फिनॉम मिला है—लेकिन सवाल भी उतने ही बड़े हैं
इतने कम उम्र में इतनी क्रिकेट—
क्या यह बॉडी संभाल पाएगी?
क्या मानसिक दबाव का असर होगा?
क्या इतनी जल्दी इतनी ऊँचाई खतरनाक भी हो सकती है?
ये सवाल जायज़ हैं, और टीम मैनेजमेंट को इनका जवाब सिस्टम से निकालना होगा।
लेकिन यह भी सच है कि भारत के पास अब एक ऐसा टैलेंट है जो विश्व क्रिकेट में “टीनएज प्रोडिजी” की परिभाषा को फिर से लिख सकता है।
सबसे तेज़ भारतीय टी20 शतक—रिकॉर्ड की कहानी दिलचस्प है
2024–25 के SMAT में अभिषेक शर्मा और उर्विल पटेल ने 28 गेंदों में शतक लगाकर रिकॉर्ड बराबर किया।
वैभव 32 गेंदों पर—दूसरे स्थान पर।
और ज़रा सोचिए: उम्र 14।
भारत में टैलेंट हमेशा रहा है, लेकिन इस स्तर का तैयार टैलेंट बहुत कम आता है।
वैभव की कहानी का ‘WOW मोमेंट’
एक लाइन इसे परिभाषित कर देती है—
14 साल और 250 दिन में SMAT शतक।
दुनिया में शायद इससे कम उम्र में इतने बड़े मंच पर इतने बड़े फैसलों वाली पारी किसी ने नहीं खेली होगी।
और जिस चीज़ ने इसे और ग्रैंड बना दिया—यह रिकॉर्ड ईडन गार्डन्स पर बना है।
वह जगह जहाँ इतिहास स्वयं खड़ा होकर हर नए नायक का स्वागत करता है।















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