Harshit Rana – भारत के उभरते तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने ऑस्ट्रेलिया की सरज़मीं पर शनिवार को तीसरे वनडे में चार विकेट लेकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया।
मैच के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने में “बहुत मजा” आया — और इसके पीछे बड़ी वजह हैं उनके कोच गौतम गंभीर और मोर्न मोर्कल, जिन्होंने उन्हें इस सफलता तक पहुँचाया।
हर्षित राणा की शानदार वापसी
सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज अपने नाम की, जिसमें 23 वर्षीय हर्षित राणा का प्रदर्शन मैच का टर्निंग पॉइंट रहा। उन्होंने 8 ओवर में 34 रन देकर चार विकेट चटकाए। राणा का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया की पिचें उनके लिए नई नहीं थीं, क्योंकि वह पहले भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान यहाँ खेल चुके थे।
उन्होंने जियोस्टार के ‘क्रिकेट लाइव’ पर बातचीत में कहा,
“मुझे ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करने में बहुत मजा आया। मैं पहले से परिस्थितियों को जानता था — कहाँ बॉल स्विंग होगी, कहाँ लेंथ पकड़नी है। गौती भाई (गौतम गंभीर) और मोर्कल सर का शुक्रिया, जिन्होंने हमेशा सही एरिया में गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित किया।”
| मैच | विकेट | ओवर | इकोनॉमी | स्थान |
|---|---|---|---|---|
| तीसरा वनडे | 4 | 8 | 4.25 | सिडनी, ऑस्ट्रेलिया |
कोच गौतम गंभीर और मोर्न मोर्कल का योगदान
राणा ने अपनी सफलता का श्रेय टीम के सपोर्ट स्टाफ को भी दिया। उन्होंने कहा,
“कोचिंग ग्रुप ने मुझे बस अपनी ताकत पर फोकस करने को कहा। पिछले एक साल में बहुत कुछ बदला है—पिछले साल यहीं डेब्यू किया था, और अब यहां अपने करियर का बेस्ट परफॉर्मेंस देना, ये मेरे लिए इमोशनल मोमेंट है।”
गौतम गंभीर ने हमेशा की तरह आक्रामक माइंडसेट पर जोर दिया, जबकि मोर्न मोर्कल ने राणा की लाइन-लेंथ को सुधारने में अहम भूमिका निभाई।
मिच ओवेन का विकेट: रोहित शर्मा की चालाक प्लानिंग
राणा ने अपने दिन के पसंदीदा पल का खुलासा किया — मिच ओवेन का विकेट। और उसके पीछे थी कप्तान रोहित शर्मा की समझदारी।
“शुभमन ने पूछा कि क्या मैं स्लिप लेना चाहता हूँ, मैंने मना कर दिया। फिर रोहित भाई बोले, ‘स्लिप ले ना, जाने दे मेरेको।’ मैंने कहा ठीक है। अगली ही गेंद पर किनारा सीधा स्लिप में उनके पास चला गया! उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘मैंने कहा था ना स्लिप ले ले।’ वो पल मैं कभी नहीं भूल सकता।”
इस पल ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियाँ बटोरीं — एक कप्तान की इंस्टिंक्ट और युवा गेंदबाज का भरोसा, दोनों का सुंदर मेल।
गेंदबाजी की लय और आउटस्विंगर का जादू
राणा ने कहा कि उनका मकसद शुरुआत में सिर्फ “सही एरिया” में बॉल डालना था, न कि जल्दी विकेट लेना। उन्होंने बताया कि वह अपनी आउटस्विंगर को लगातार बेहतर बना रहे हैं और इस मैच में उसे बखूबी अंजाम दिया।
“शुरुआत में विकेट नहीं मिले, लेकिन नई गेंद के साथ मेरी प्लानिंग यही थी कि सही लेंथ हिट करता रहूँ। जब लय मिली, तो सब कुछ नैचुरल लगने लगा।”
| गेंदबाजी आँकड़े | विवरण |
|---|---|
| सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े | 4/34 |
| औसत गति | 137 किमी/घं |
| स्ट्राइक रेट | 12.0 |
| बेस्ट विकेट | मिच ओवेन (रोहित शर्मा की स्लिप योजना से) |
भारतीय क्रिकेट का नया सितारा
सिर्फ 23 साल की उम्र में, हर्षित राणा भारत की नई पीढ़ी के तेज गेंदबाजों का चेहरा बनकर उभरे हैं। उनकी स्विंग, नियंत्रित गति और विकेट लेने की भूख उन्हें भविष्य का स्टार बनाती है।
भारतीय टीम के पास अब जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा जैसे तीन घातक तेज गेंदबाज हैं — और यह संयोजन किसी भी टीम के लिए सिरदर्द साबित हो सकता है।















