India – भारतीय क्रिकेट का इतिहास स्पिन जादूगरों और घातक पेसरों से भरा पड़ा है। लेकिन शुक्रवार को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारत बनाम साउथ अफ्रीका पहले टेस्ट के दौरान दो भारतीय गेंदबाज—जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव—ने ऐसा मुकाम हासिल किया, जिसने उन्हें एक खास क्लब में शामिल कर दिया।
दोनों ने एक साथ भारत की धरती पर 150 विकेट पूरे किए और अब 151-151 विकेट के साथ संयुक्त रूप से नौवें स्थान पर काबिज हैं।
भारत में सबसे ज्यादा विकेट—कौन कहां खड़ा है?
भारतीय सरजमीं पर सबसे ज्यादा विकेट का रिकॉर्ड अनिल कुंबले के नाम है।
दिग्गज लेग स्पिनर ने 204 पारियों में 446 विकेट झटके।
लेकिन उनसे भी आगे हैं आर. अश्विन—जिन्होंने सिर्फ 193 पारियों में 475 विकेट लेकर भारतीय क्रिकेट में एक नया मानक स्थापित कर दिया है।
भारत में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज
| रैंक | खिलाड़ी | विकेट | पारियां |
|---|---|---|---|
| 1 | आर अश्विन | 475 | 193 |
| 2 | अनिल कुंबले | 446 | 204 |
| 3 | हरभजन सिंह | 380 | 201 |
| 4 | रवींद्र जडेजा | 377 | 200 |
| 5 | कपिल देव | 319 | 202 |
| 6 | जवागल श्रीनाथ | 211 | 137 |
| 7 | जहीर खान | 201 | 137 |
| 8 | मोहम्मद शमी | 168 | 91 |
| 9 | जसप्रीत बुमराह | 151 | 97 |
| 9 | कुलदीप यादव | 151 | 87 |
बुमराह और कुलदीप दोनों ने यह उपलब्धि साउथ अफ्रीका की पहली पारी में हासिल की।
बुमराह ने जहां 5 विकेट चटकाए, वहीं कुलदीप ने 2 विकेट झटके और अपने आंकड़े को 151 पर पहुंचाया।
बुमराह–कुलदीप: पेस-ट्विस्ट कॉम्बीनेशन का नया दौर
भारतीय सरजमीं पर स्पिनरों का बोलबाला हमेशा रहा है।
लेकिन बुमराह इस मिथक को नियमित रूप से तोड़ते आ रहे हैं।
भारतीय पिचों पर उनकी—
- टाइट लेंथ,
- रिवर्स स्विंग,
- और ऑफ-स्टंप एंगल
उन्हें भारत में सबसे सफल पेसरों में से एक बना चुके हैं।
दूसरी ओर कुलदीप यादव, जो wrist-spin को नई धार देते हैं, भारत में लगातार मैच विनिंग स्पेल डाल रहे हैं।
महज 87 पारियों में 150 विकेट, इन आंकड़ों की चमक खुद सबकुछ कह देती है।
रवींद्र जडेजा भी 400 के करीब
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर मौजूद रवींद्र जडेजा अब सिर्फ 23 विकेट दूर हैं भारत में 400 विकेट पूरे करने से।
भारत की स्पिन तिकड़ी अश्विन–जडेजा–कुलदीप आने वाले वर्षों में इस सूची को फिर से लिख सकती है।
शमी–जहीर–स्रीनाथ: पेसर्स की विरासत
ज़हीर खान (201), श्रीनाथ (211) और शमी (168) भारतीय सरजमीं पर शीर्ष तेज गेंदबाजों में गिने जाते हैं।
शमी लंबे समय से टीम से बाहर हैं, लेकिन उनके रिकॉर्ड अब भी भारतीय पेस अटैक की गुणवत्ता बताते हैं।
क्यों खास है 150 विकेट क्लब?
भारत की बल्लेबाजी-फ्रेंडली और स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर पेसर के तौर पर 150 विकेट लेना आसान नहीं।
कुलदीप के लिए भी wrist-spin में इतनी स्थिरता हासिल करना बड़ी उपलब्धि है।
दोनों गेंदबाज अब धीरे-धीरे भारत के टॉप-5 में जगह बनाने की राह पर चल रहे हैं।
















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