Asia Cup 2025 – एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम का ऐलान होते ही चर्चाओं और सवालों का दौर शुरू हो गया है। इस बार सबसे बड़ी बहस शुभमन गिल की उपकप्तानी को लेकर है। टीम में गिल को सीधे नंबर-2 की जिम्मेदारी दी गई, जबकि यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन जैसे युवा बल्लेबाज सिर्फ रिजर्व में हैं या टीम से ही बाहर। यही मुद्दा पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने भी उठाया है।
बद्रीनाथ का सवाल – गिल को क्यों प्राथमिकता?
अपने यूट्यूब चैनल पर बद्रीनाथ ने साफ कहा कि गिल को उपकप्तान बनाना अच्छी बात है क्योंकि वह भविष्य के कप्तान के रूप में प्रोजेक्ट किए जा रहे हैं। लेकिन उन्होंने यह भी पूछा—“यशस्वी जायसवाल का क्या? साई सुदर्शन का क्या?”
दरअसल, यशस्वी ने टी20 फॉर्मेट में गिल से बेहतर प्रदर्शन किया है। इसी तरह, साई सुदर्शन ने IPL 2025 में 700+ रन बनाए और ऑरेंज कैप जीती, इसके बावजूद उनका चयन नहीं हुआ। बद्रीनाथ के मुताबिक, यह उन खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी है जो इसी फॉर्मेट में लगातार रन बना रहे हैं।
आंकड़े क्या कहते हैं?
खिलाड़ी | हालिया प्रमुख टूर्नामेंट | रन | स्ट्राइक रेट | हाइलाइट्स |
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शुभमन गिल | इंग्लैंड टेस्ट सीरीज 2025 | 750+ | — | सीरीज जीत में अहम योगदान, कप्तानी में निखार |
यशस्वी जायसवाल | IPL 2025 | 600+ | 160+ | कई अर्धशतक, आक्रामक ओपनिंग |
साई सुदर्शन | IPL 2025 | 700+ (Orange Cap) | 145+ | लगातार 50+ स्कोर, टीम का सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज |
संजू सैमसन | IPL 2025 | 450+ | 155 | कप्तानी में भी चमके, लेकिन प्लेइंग XI पर संदेह |
यहां साफ दिखता है कि फॉर्मेट के लिहाज से जायसवाल और सुदर्शन का मामला गिल से मजबूत है।
चयन पर पूर्वाग्रह का आरोप
बद्रीनाथ का कहना है कि भारतीय क्रिकेट में अक्सर यह होता है—“जो खिलाड़ी इस वक्त सबसे अच्छा खेल रहा है, उसे चुना जाता है, चाहे वह किसी भी फॉर्मेट में क्यों न चमक रहा हो।” लेकिन इस बार चयनकर्ताओं ने गिल पर भरोसा दिखाया, जो हालिया टेस्ट सीरीज के प्रदर्शन के दम पर उपकप्तान बने।
गिल की स्थिति
बात सही भी है कि पिछले 2-3 सालों में गिल टी20 में निरंतरता नहीं दिखा पाए। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उनकी कप्तानी और 750+ रन वाली सीरीज ने उनका कद बहुत बढ़ा दिया। BCCI शायद यही मैसेज देना चाहता है कि गिल को भविष्य का कप्तान तैयार किया जा रहा है, भले ही फॉर्मेट अभी टी20 हो।
प्लेइंग XI पर बड़ा सवाल
बद्रीनाथ ने संजू सैमसन पर भी चिंता जताई। रिजर्व खिलाड़ी होने के बावजूद उनका प्लेइंग XI में खेलना संदिग्ध है, खासकर जब ऋषभ पंत वापसी कर चुके हैं। इसका मतलब यह है कि कुछ बड़े नाम UAE में बेंच पर ही बैठ सकते हैं।
भारत का अभियान
टीम इंडिया अपना एशिया कप अभियान 10 सितंबर से UAE के खिलाफ शुरू करेगी। उससे पहले यह बहस जरूर जारी रहेगी कि क्या चयनकर्ताओं ने सही खिलाड़ियों को जगह दी या फिर भविष्य को ध्यान में रखकर कुछ नामों के साथ सख्ती बरती।