Team India – टीम इंडिया ने भले ही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतकर एक बार फिर अपना दबदबा दिखाया हो, लेकिन अगर बात पावरप्ले की हो, तो आंकड़े कुछ और ही कहानी कहते हैं। पिछले दो सालों में भारत की सबसे कमजोर कड़ी टॉप ऑर्डर की शुरुआत रही है।
Team India Powerplay Record के मुताबिक, 2023 के बाद से भारत ने पांच बार पावरप्ले में बेहद कम रन बनाए हैं — और हर बार शुरुआती विकेटों की झड़ी लग गई।
भारत की शर्मनाक पावरप्ले लिस्ट: 27 से 39 रन तक ही सिमटे स्कोर
पर्थ में खेले जा रहे पहले वनडे में भारत का स्कोर 27/3 (पावरप्ले) रहा — यानी पहले 10 ओवरों में सिर्फ 27 रन और 3 विकेट। यह भारत का 2023 के बाद सबसे छोटा पावरप्ले स्कोर है।
यही कहानी पहले भी कई बार दोहराई गई — चाहे चेन्नई हो, लखनऊ या दुबई। टॉप ऑर्डर लगातार शुरुआती ओवरों में ढह रहा है।
| क्रमांक | स्कोर (पावरप्ले) | विपक्षी टीम | स्थान | वर्ष | गिरे विकेट |
|---|---|---|---|---|---|
| 1 | 27/3 | ऑस्ट्रेलिया | चेन्नई | 2023 | 3 |
| 2 | 27/3 | ऑस्ट्रेलिया | पर्थ | 2025* | 3 |
| 3 | 35/2 | इंग्लैंड | लखनऊ | 2023 | 2 |
| 4 | 37/3 | न्यूजीलैंड | दुबई | 2025 | 3 |
| 5 | 39/3 | ऑस्ट्रेलिया | वानखेड़े | 2023 | 3 |
क्यों टूट रही है भारत की ओपनिंग लाइन
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में भारत की ओपनिंग जोड़ी – रोहित शर्मा और शुभमन गिल – से फैंस को बड़ी उम्मीद थी। लेकिन हुआ उलटा।
रोहित सिर्फ 8 रन बनाकर आउट हुए, विराट कोहली बिना खाता खोले पवेलियन लौटे, और जल्द ही शुभमन गिल भी आउट हो गए।
तीन दिग्गज बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने से भारत की रनगति रुक गई और पावरप्ले स्कोर महज 27 पर सिमट गया।
लगातार दोहराती समस्या – टॉप ऑर्डर की कमजोरी
2023 से अब तक भारत के टॉप ऑर्डर का प्रदर्शन शुरुआती ओवरों में चिंता का कारण बना हुआ है। जहां टीम मिडल ओवर्स में रन रिकवर कर रही है, वहीं शुरुआती झटके मैच की दिशा बदल देते हैं।
चेन्नई, लखनऊ और वानखेड़े जैसी धीमी पिचों पर गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी, और अब वही कहानी पर्थ की बाउंसी पिच पर देखने को मिली।
पावरप्ले में गिरावट के पीछे क्या हैं कारण?
- स्विंग और बाउंस का सामना न कर पाना: विदेशी पिचों पर शुरुआती ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों को मूवमेंट से दिक्कत हो रही है।
- अत्यधिक आक्रामक शुरुआत: ओपनर्स तेज शुरुआत के चक्कर में गलत शॉट खेलकर आउट हो रहे हैं।
- कंसिस्टेंसी की कमी: ओपनिंग जोड़ी बार-बार बदलने से तालमेल नहीं बन पा रहा।
- मिडल ऑर्डर पर दबाव: शुरुआती विकेट गिरने के बाद मिडल ऑर्डर को संभालने का बोझ झेलना पड़ रहा है।
फैंस की चिंता: चैंपियंस ट्रॉफी जीत के बाद भी सुधार कब?
चैंपियंस ट्रॉफी में भले भारत ने ट्रॉफी जीती, लेकिन वहां भी पावरप्ले में रन बनाना बड़ी चुनौती थी।
2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत का स्कोर 37/3 (10 ओवर) था, जो बताता है कि शीर्ष क्रम की कमजोरी अब पुरानी आदत बन चुकी है।
आगे क्या बदलना होगा?
क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि टीम को पावरप्ले में “स्मार्ट बल्लेबाजी” अपनानी होगी। सिर्फ आक्रामक शॉट्स नहीं, बल्कि स्ट्राइक रोटेशन और विकेट बचाकर खेलना जरूरी है।
पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा था —
“अगर टीम इंडिया पावरप्ले झेल ले, तो मिडल ऑर्डर मैच अपने आप जीत लेता है।”















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