Test – गुवाहाटी टेस्ट चौथे दिन ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहाँ भारत के सामने सिर्फ़ एक ही रास्ता बचा है—चमत्कार।
सीरीज में पहले ही 0-1 से पीछे चल रही टीम इंडिया को इस मैच में भी हार का खतरा घेर चुका है। साउथ अफ्रीका की लीड 400 रन के करीब पहुँच चुकी है, और चौथी पारी में भारत को ऐसा लक्ष्य मिलने वाला है जो घरेलू टेस्ट इतिहास में कभी सफलतापूर्वक हासिल नहीं हुआ।
यानी ऋषभ पंत की टीम के लिए यह मुकाबला अब सिर्फ खेल नहीं—इतिहास की लड़ाई बन चुका है।
भारत में 400+ रन चेज? आज तक कभी नहीं हुआ
भारत में चौथी पारी में बल्लेबाज़ी वैसे भी कठिन होती है—पिच टूटने लगती है, स्पिन बढ़ जाता है और असमान बाउंस बल्लेबाज़ों को सताता है।
इसीलिए भारत में टेस्ट के इतिहास में 300+ का सफल रनचेज सिर्फ एक बार हुआ है।
वो भी 2008 में—चेन्नई टेस्ट।
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 387 रन का पीछा करते हुए:
- सचिन तेंदुलकर – नाबाद 103
- युवराज सिंह – नाबाद 85
की बदौलत मैच जीता था।
इसलिए अगर भारत को गुवाहाटी टेस्ट जीतना है, तो उसे 400 से ऊपर का लक्ष्य हासिल करने वाला पहला देश बनना पड़ेगा।
SA का दबदबा—489 रन, फिर 288 की बढ़त, अब बढ़ रही है मुश्किल
साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए मैच की नींव शुरुआत में ही मजबूत कर दी।
मुख्य योगदान:
- सेनुरन मुथुसामी – शतक
- मार्को यान्सन – 93 रन
- कुल स्कोर – 489 रन
भारत जवाब में सिर्फ 201 पर सिमट गया—यानि 288 रन की बढ़त देकर तीसरे दिन मैदान में उतरा।
तीसरे दिन का खेल खत्म होते-होते SA 26/0 बना चुका था और कुल बढ़त 314 रन तक पहुंच गई थी।
चौथे दिन यह बढ़त 400 के आसपास जा रही है—जो भारत को मैच से लगभग बाहर धकेल रही है।
चौथी पारी की चुनौती—गुवाहाटी की पिच बिगड़ती जा रही
गुवाहाटी की पिच पहले ही स्पिनरों के लिए मददगार नहीं थी—कुलदीप यादव ने तो इसे “रोड” कहा था।
लेकिन चौथे दिन तक जैसे-जैसे घास हटेगी और पिच टूटेगी, यह बल्लेबाज़ों के लिए बेहद मुश्किल भरा चरण बन जाएगा।
भारत के सामने:
- भारी रनटारगेट
- स्पिन ट्रैप
- यान्सन–महाराज–हार्मर की तिकड़ी
- दबाव की स्थिति
इन सबका कॉम्बिनेशन होगा।
भारत की संभावनाएँ—क्या चमत्कार संभव है?
मुश्किल है, पर क्रिकेट में कुछ भी नामुमकिन नहीं।
अगर भारत यह टेस्ट जीतता है:
- यह भारत में सबसे बड़ा सफल रनचेज होगा
- टीम इंडिया सीरीज 1-1 से बराबर करेगी
- पंत की कप्तानी को बड़ा मोमेंट मिलेगा
लेकिन यह रास्ता कठिन, लंबा और बिल्कुल इतिहास के खिलाफ है।















