INDIA TEAM – कभी-कभी इंटरव्यू ऐसे होते हैं जो सीधे दिल में उतर जाते हैं। न कोई PR की चमक, न स्क्रिप्ट का बोझ—सिर्फ रियल बातें। कुछ ऐसा ही हुआ जब पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने क्रिकेट को लेकर अपनी बेबाक राय रखी। बात बुमराह से शुरू हुई, कोहली पर ठहरी, और फिर पहुंची उस एक सलाह तक जिसने उनकी ज़िंदगी बदल दी।
सिर्फ शब्द नहीं थे—एक कोच, एक खिलाड़ी और एक कमेंटेटर का पूरा सफ़र था उस बातचीत में।
“बल्लेबाज़ होता तो बुमराह से डरता!” – शास्त्री
ये लाइन इंटरनेट पर आग की तरह फैल गई।
जब शास्त्री से पूछा गया कि आज के दौर में किस गेंदबाज़ का सामना करना सबसे मुश्किल होता, तो उन्होंने एक पल भी नहीं गंवाया—”बुमराह!”
उनके शब्द थे:
“अगर मैं बल्लेबाज़ होता, तो जसप्रीत बुमराह का सामना करने से नफरत करता।”
काफी कुछ कह देता है ये बयान। क्योंकि ये उस इंसान की ज़ुबानी है, जो खुद एक ऑलराउंडर रह चुका है, जिसने वेस्टइंडीज के चार-चार फास्ट बॉलर्स झेले थे। अगर वो कह रहा है कि बुमराह को फेस करना “नफरत” वाली बात है, तो समझिए, बुमराह का लेवल क्या है।
शास्त्री और बुमराह दोनों फिलहाल इंग्लैंड में हैं—एक माइक के साथ, दूसरा बॉल के साथ। शायद कमेंट्री बॉक्स से देखकर ही शास्त्री को ये एहसास हुआ हो कि “भाई, इससे पंगा मत लेना!”
विराट कोहली: “दसक का नहीं, युग का खिलाड़ी”
अब कोहली की बात आई, तो शास्त्री ने एकदम दिल से जवाब दिया। न आंकड़े गिनाए, न किसी और की बात दोहराई—बस अपनी राय रख दी:
“विराट न केवल पिछले एक दशक के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं, बल्कि सबसे प्रभावशाली क्रिकेटर भी हैं।”
“Most impactful cricketer”—ये छोटा सा टैगलाइन नहीं है। इसका मतलब है कि कोहली का असर सिर्फ रन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि फिटनेस कल्चर से लेकर एग्रेसन, ऑडियंस कनेक्शन, और पूरी टीम की मेंटलिटी तक… हर जगह उनकी छाप है।
फैंस तो झूम उठे। ट्विटर, इंस्टा सब जगह कोहली की तारीफों की बाढ़ आ गई।
वो एक सलाह जिसने रवि शास्त्री की सोच बदल दी
और अब बात उस सलाह की, जो उन्होंने कमेंट्री के शुरुआती दिनों में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिची बेनो से पाई थी।
रिची ने एक दिन शास्त्री से कहा था:
“तुम्हें इसलिए पैसे नहीं मिलते कि तुम कितना बोलते हो,
बल्कि इसलिए मिलते हैं कि तुम क्या बोलते हो।”
सीधा-सपाट और दमदार।
शास्त्री मानते हैं कि ये लाइन आज भी उनके साथ है। चाहे मैदान में हों या माइक्रोफोन के पीछे, वो हर बार सोचते हैं कि “क्या कह रहा हूं?”—ना कि “कितना कह रहा हूं?”
इस एक लाइन ने शास्त्री को माइक के पीछे भी उतना ही धारदार बना दिया, जितना वो मैदान में थे।
सोशल मीडिया रिएक्शन: कोहली फैंस हुए भावुक
शास्त्री के इस बयान पर फैंस टूट पड़े। एक ने लिखा:
“जब खुद शास्त्री कहे कि विराट सबसे बड़ा है, तो बाकी सब चुप।”
दूसरे ने कहा:
“कोहली सिर्फ प्लेयर नहीं, आइकन है। और शास्त्री जैसे लोग ही ये पहचानते हैं।”
QUICK LOOK: क्या-क्या कहा शास्त्री ने?
टॉपिक | रवि शास्त्री का जवाब |
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सबसे खतरनाक मौजूदा गेंदबाज | जसप्रीत बुमराह |
सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज | विराट कोहली |
सबसे अहम करियर सलाह | “कितना नहीं, क्या बोलते हो – यही मायने रखता है” |