U19 : 209* रन की ऐतिहासिक पारी कुंडू ने U-19 क्रिकेट में रच दिया नया अध्याय

Atul Kumar
Published On:
U19

U19 – मंगलवार को अंडर-19 एशिया कप के मैदान पर जो हुआ, वह सिर्फ एक जीत नहीं थी—यह एक रिकॉर्ड स्टेटमेंट था।

भारतीय अंडर-19 टीम ने मलेशिया को 315 रन से रौंद दिया, और इस जीत के केंद्र में रहा एक नाम—अभिज्ञान कुंडू। 17 साल के इस बल्लेबाज़ ने ऐसा दोहरा शतक जड़ा, जिसने एशिया कप के इतिहास को दो हिस्सों में बांट दिया: कुंडू से पहले और कुंडू के बाद।

315 रन की जीत—इतिहास में सबसे बड़ी, लेकिन वर्ल्ड रिकॉर्ड से एक कदम दूर

भारत की यह जीत U-19 एशिया कप के इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। हालांकि, इसके बावजूद एक वर्ल्ड रिकॉर्ड अभी भी भारत की पहुंच से बाहर ही रहा।
अंडर-19 एशिया कप वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड अब भी बांग्लादेश के नाम है, जिसने 2012 में कतर को 328 रन से हराया था।

फिर भी, आंकड़े भारत के पक्ष में दमदार हैं।
यह रनों के अंतर से भारत की दूसरी सबसे बड़ी युवा वनडे जीत है।
पहली—2022 में युगांडा के खिलाफ 322 रन की जीत।

अभिज्ञान कुंडू—209* रन और इतिहास की परिभाषा बदल दी

इस मैच को हमेशा अभिज्ञान कुंडू की नाबाद 209 रन की पारी के लिए याद किया जाएगा।
125 गेंदों में खेली गई इस पारी में उन्होंने:

– 17 चौके
– 9 छक्के
– और सबसे खास—55 सिंगल रन

यह सिर्फ पावर-हिटिंग नहीं थी, यह कंट्रोल, फिटनेस और मैच-टेम्परामेंट की पारी थी।

कुंडू इसके साथ ही युवा वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए।

युवा वनडे में खास क्लब—कुंडू का नाम सुनहरे अक्षरों में

अभिज्ञान कुंडू अब उस बेहद खास लिस्ट में शामिल हो चुके हैं, जहां नाम गिने-चुने हैं।

खिलाड़ीरनगेंदविरोधी
जोरिच वान शाकविक (SA)215153ज़िम्बाब्वे
अभिज्ञान कुंडू (भारत)209*125मलेशिया

कुंडू, दक्षिण अफ्रीका के जोरिच वान शाकविक के बाद युवा वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज़ बने।

408/7—भारत की बल्लेबाज़ी का पूरा खाका

भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 7 विकेट पर 408 रन बनाए।
इस विशाल स्कोर की नींव कई अहम साझेदारियों ने रखी।

मैच की बड़ी साझेदारियां

– चौथे विकेट के लिए 209 रन
अभिज्ञान कुंडू + वेदांत त्रिवेदी

– पांचवें विकेट के लिए 87 रन
कुंडू + कनिष्क चौहान

चौथे नंबर पर उतरे वेदांत त्रिवेदी ने भी शानदार पारी खेली—
106 गेंदों में 90 रन, 7 चौके।
यह साझेदारी मैच का असली टर्निंग पॉइंट रही।

वैभव सूर्यवंशी—फॉर्म में चलती आग

भारत के लिए वैभव सूर्यवंशी ने सिर्फ 26 गेंदों में 50 रन ठोक दिए।
याद दिला दें—इसी टूर्नामेंट में उन्होंने यूएई के खिलाफ 171 रन की धमाकेदार पारी खेली थी।

यानी यह सिर्फ एक मैच का फ्लैश नहीं, बल्कि कंसिस्टेंसी का संकेत है।

गेंद से कहर—दीपेश देवेंद्रन का पांच विकेट शो

अगर बल्लेबाज़ी ने मैच बनाया, तो गेंदबाज़ी ने उसे खत्म किया।

दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज़ दीपेश देवेंद्रन ने मलेशियाई बल्लेबाज़ी की रीढ़ तोड़ दी—

– 5 विकेट
– सिर्फ 22 रन
– और पूरा विपक्ष 32.1 ओवर में 93 रन पर ढेर

यह एकतरफा मुकाबला था, जहां मलेशिया कभी लक्ष्य के पास पहुंचता हुआ दिखा ही नहीं।

भारत बनाम मलेशिया—स्कोरकार्ड का सच

टीमस्कोर
भारत U-19408/7
मलेशिया U-1993 (32.1 ओवर)
नतीजाभारत 315 रन से विजेता
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