India U-19 – भारत की युवा ब्रिगेड ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगली पीढ़ी का क्रिकेट भविष्य कितना उज्ज्वल है। भारत U-19 टीम ने ऑस्ट्रेलिया U-19 के खिलाफ दूसरा यूथ टेस्ट भी जीत लिया — इस बार 7 विकेट से।
पहले मैच में पारी और 58 रन की विशाल जीत दर्ज करने के बाद, टीम इंडिया के अंडर-19 खिलाड़ियों ने सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। लेकिन जीत के बीच सबसे ज्यादा चर्चा में रहा — 14 वर्षीय प्रतिभाशाली बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी, जो पहली पारी में खराब अंपायरिंग का शिकार बन गए।
वैभव सूर्यवंशी के साथ अंपायरिंग विवाद
भारत की पहली पारी के दौरान, वैभव सूर्यवंशी को चार्ल्स लैचमंड की गेंद पर कैच आउट करार दिया गया। लेकिन रिप्ले और मैदान पर खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया से साफ झलक रहा था कि गेंद बल्ले से टच नहीं हुई थी।
सूर्यवंशी खुद भी हैरान रह गए और उन्होंने अंपायर को इशारा किया कि बल्ला गेंद से नहीं लगा। इसके बावजूद अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया। उस वक्त वे 20 रन बनाकर खेल रहे थे।
इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई। कई फैंस और क्रिकेट विश्लेषकों ने सवाल उठाया कि अंडर-19 स्तर पर इस तरह की गलत अंपायरिंग युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकती है।
सूर्यवंशी की पहली टेस्ट में धमाकेदार पारी
पहले यूथ टेस्ट में, 14 साल के इस बल्लेबाज ने महज 86 गेंदों में 113 रन की तूफानी पारी खेली थी। उस मैच में भारत ने पारी और 58 रनों से जीत हासिल की थी।
दूसरे टेस्ट की पहली पारी में भी वे अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे — 20 रनों में 2 चौके और 1 छक्का जड़ा, लेकिन विवादित फैसले ने उनकी लय तोड़ दी।
दुर्भाग्य से, दूसरी पारी में वे पहली ही गेंद पर आउट हो गए।
मैच का पूरा हाल
ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 135 रन पर अपनी पहली पारी सिमटा दी।
भारत U-19 ने जवाब में 171 रन बनाए और 36 रनों की बढ़त हासिल की।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी भी ज्यादा नहीं चली — पूरी टीम 116 रन पर ढेर हो गई।
भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 3 विकेट खोकर आसानी से जीत दर्ज की।
पारी | टीम | स्कोर | लीड / घाटा |
---|---|---|---|
1st | ऑस्ट्रेलिया U-19 | 135 | — |
1st | भारत U-19 | 171 | +36 |
2nd | ऑस्ट्रेलिया U-19 | 116 | — |
2nd | भारत U-19 | 117/3 | 7 विकेट से जीत |
भारतीय गेंदबाजों का दबदबा
भारत की जीत में गेंदबाजों ने शानदार भूमिका निभाई। भारतीय स्पिनरों ने लगातार विकेट झटके और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को दबाव में रखा।
अंत में, भारत ने आराम से सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली।
वैभव सूर्यवंशी – नई पीढ़ी का स्टार
हालांकि उनका दूसरा टेस्ट थोड़ा निराशाजनक रहा, लेकिन सूर्यवंशी की प्रतिभा सबके सामने है। 14 साल की उम्र में विदेशी टीम के खिलाफ टेस्ट सेंचुरी जड़ना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
क्रिकेट विश्लेषक मानते हैं कि अगर उन्हें सही मार्गदर्शन और धैर्य मिला, तो वे भविष्य में भारत के युवा विराट कोहली या शुभमन गिल साबित हो सकते हैं।