Test 2025 – भारत बनाम साउथ अफ्रीका टेस्ट में इतिहास रचा: 93 साल में पहली बार प्लेइंग XI में 6 लेफ्ट-हैंड बैटर, गिल–गंभीर की नई सोच ने किया चौंक
14 नवंबर 2025, ईडन गार्डन्स—इस दिन भारतीय टेस्ट इतिहास में एक ऐसा रिकॉर्ड बना, जो 1932 से अब तक कभी नहीं देखा गया था।
भारत बनाम साउथ अफ्रीका पहले टेस्ट की प्लेइंग XI में 6 लेफ्ट-हैंड बैटर्स शामिल किए गए—पहली बार, पूरे 93 साल में!
कप्तान शुभमन गिल और कोच गौतम गंभीर की नई सोच ने पूरे क्रिकेट जगत को चौंका दिया है। भारत की टेस्ट टीम में आमतौर पर 2–3 लेफ्ट-हैंडर होते हैं, कभी-कभार 4, लेकिन 6—यह बिल्कुल ऐतिहासिक है।
93 साल का सिलसिला टूटा—टीम इंडिया की पहली “लेफ्ट-हैंडर भारी” प्लेइंग XI
ईडन गार्डन्स टेस्ट में भारत की टीम में ये 6 लेफ्ट-हैंड बैटर शामिल थे:
- यशस्वी जायसवाल
- वॉशिंगटन सुंदर
- ऋषभ पंत
- रवींद्र जडेजा
- अक्षर पटेल
- कुलदीप यादव
इनमें से 5 खिलाड़ी नियमित रूप से अच्छी बल्लेबाजी करते हैं।
भारत की बल्लेबाजी लाइनअप में सिर्फ 3 मुख्य राइट-हैंड बैटर्स ही थे—शुभमन गिल, केएल राहुल और ध्रुव जुरेल।
जबकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज तकनीकी रूप से राइट-हैंडर हैं, लेकिन बल्लेबाजी में उनकी भूमिका सीमित होती है।
क्यों है यह रिकॉर्ड खास?
- भारत ने टेस्ट इतिहास में इतना लेफ्ट-हैंड बैटिंग संयोजन कभी नहीं उतारा।
- यह विरोधी गेंदबाजों को लगातार वैरिएशन से जूझने के लिए मजबूर करता है।
- लेफ्ट-राइट कॉम्बीनेशन के खिलाफ साउथ अफ्रीका के स्पिनर्स और पेसर्स दोनों को योजना बदलनी पड़ रही है।
- यह गौतम गंभीर की “आक्रामक और अनोखी टीम संरचना” वाली फिलॉसफी का हिस्सा माना जा रहा है।
13 साल बाद चार स्पिनर्स की रणनीति भी लागू
इतना ही नहीं, भारत पहली बार 2012 के बाद दोबारा चार स्पिनर लेकर मैदान में उतरा है—
- रवींद्र जडेजा
- अक्षर पटेल
- वॉशिंगटन सुंदर
- कुलदीप यादव
इससे पहले दिसंबर 2012 में भारत ने चार स्पिनर + एक पेसर के साथ खेला था।
इस बार संयोजन बदलकर किया गया है—
चार स्पिनर + दो पेसर (बुमराह और सिराज)
पिछली बार 1 स्पिनर ऑलराउंडर था, इस बार 3 स्पिन ऑलराउंडर + 1 फ्रंटलाइन स्पिनर खेल रहे हैं।
यह बदलाव संकेत देता है कि गंभीर–गिल की जोड़ी पिच रीडिंग, एंग्ल्ड अटैक और स्पिन-डाउनफोर्स रणनीति पर काम कर रही है।
साउथ अफ्रीका के लिए क्यों होगी मुश्किल?
- लगातार लेफ्ट-हैंडर्स के खिलाफ उनकी गेंदबाजी योजना बिगड़ सकती है।
- केशव महाराज और साइमन हार्मर की ऑफ-स्पिन लेफ्टियों पर कम असरदार हो सकती है।
- बाएं हाथ के बल्लेबाज आमतौर पर रिवर्स स्विंग को बेहतर खेलते हैं, जो भारतीय पिचों पर देर से मिलता है।
भारत की प्लेइंग XI ने सोशल मीडिया पर मचाया हंगामा
टेस्ट मैच शुरू होते ही ट्विटर/X पर “6 Lefties”, “Gill-Gambhir Masterstroke” और “Indian Cricket 2025 Era” जैसे ट्रेंड चलने लगे।
पूर्व क्रिकेटरों ने इसे “साहसिक कदम” और “अगले दशक की तैयारी” बताया।
यह साफ दिखता है कि भारत अब फॉरवर्ड-थिंकिंग टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता है—जहां पिच, विपक्ष और मैच परिस्थितियों के हिसाब से टीम लगातार बदल सकती है।















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