Test – ब्रिसबेन की हल्की गुलाबी शाम—पिंक बॉल थोड़ा ज्यादा चमकदार, भीड़ का शोर थोड़ा भारी, और इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी थोड़ी डगमगाती। लेकिन इस अराजकता के बीच एक आदमी ऐसा था जो लगभग ध्यान-योग की मुद्रा में बल्लेबाज़ी कर रहा था—जो रूट।
गुरुवार को उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर अपना पहला टेस्ट शतक लगाया, और ऐसा करते हुए एक अद्भुत करियर के एक और ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुँच गए।
यह शतक सिर्फ एक आंकड़ा नहीं—यह उस निरंतरता, उस क्लास और उस जिद का प्रमाण है जिसने रूट को टेस्ट क्रिकेट का सबसे भरोसेमंद चेहरा बनाया है।
ऑस्ट्रेलिया में तीसरी दर्जन पारी के बाद आया “पहला शतक”
सोचिए—जो रूट जैसे बल्लेबाज ने
रनों का पहाड़ लगाया,
दुनिया की हर टीम को ध्वस्त किया,
40 टेस्ट शतक ठोक दिए,
लेकिन…
ऑस्ट्रेलिया में शतक?
आज से पहले नहीं।
ब्रिसबेन में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट की 30वीं पारी में जाकर उन्होंने यह कमी पूरी की।
रूट ने 181 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया—काबिल-ए-तारीफ़, क्योंकि दूसरे छोर पर विकेट गिरते गए और पिच पर उछाल, सीम और स्टार्क-हेज़लवुड-कमिंस की तिकड़ी हर ओवर में सवाल पूछ रही थी।
ऑस्ट्रेलिया में सबसे देर से आया “पहला शतक”
| खिलाड़ी | पहली शतक तक पारियाँ |
|---|---|
| इयान हीली | 41 |
| बॉब सिम्पसन | 36 |
| गोर्डन वॉ | 32 |
| स्टीव वॉ | 32 |
| जो रूट | 30 |
यह आंकड़ा बताता है कि ऑस्ट्रेलिया में शतक बनाना आसान नहीं—यह वहाँ की पिच, वहाँ की गेंदबाजी और वहाँ के माहौल के खिलाफ लड़ाई है।
160 टेस्ट, 13,660+ रन, 40 शतक—रूट की कहानी अभी अधूरी है
जो रूट अब टेस्ट इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं।
उनके आगे सिर्फ एक नाम—सचिन तेंदुलकर (15,921 रन)।
रूट के नाम:
- 40 टेस्ट शतक
- 66 अर्धशतक
- 13660+ रन
- 262 का हाईएस्ट स्कोर
ये आंकड़े अपने आप में एक रिज्यूमे नहीं—एक युग का सार हैं।
और जो रूट के युग में तकनीक और धैर्य ने आधुनिक टेस्ट क्रिकेट पर एक नया अध्याय लिखा है।
मैच का संदर्भ—ऑस्ट्रेलिया का दबदबा, रूट की जिद
दूसरे टेस्ट के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया का गेंदबाजी दबदबा साफ दिख रहा था।
इंग्लैंड ने लगातार विकेट गंवाए—टॉप ऑर्डर टूटते ही मैच एकतरफा लगने लगा।
लेकिन रूट एक छोर पर टिके रहे।
उनकी पारी में:
- 11 चौके
- स्ट्राइक रेट नियंत्रित
- जोखिम सीमित
- और मानसिक दृढ़ता उफान पर
यह वही बल्लेबाज है जो मैच की दिशा बदलने के लिए सिर्फ एक सीधी बैट और धैर्य का इस्तेमाल करता है।
जो रूट की पारी का संक्षिप्त सार
| विवरण | आँकड़ा |
|---|---|
| रन | 100+ |
| गेंदें | 181 |
| चौके | 11 |
| शतक नंबर | 40 |
| टेस्ट मैच | 160वाँ |
क्यों यह शतक उनके करियर के शीर्ष 5 में शामिल किया जाएगा?
- स्थान – ऑस्ट्रेलिया
- परिस्थिति – पिंक बॉल टेस्ट
- गेंदबाजी आक्रमण – स्टार्क + कमिंस + हेज़लवुड
- टीम स्थिति – लगातार विकेट गिरना
- दबाव – एशेज का मंच
इन पाँचों में से कोई एक भी पारी भारी बना सकता है।
जो रूट ने इन सभी को एक साथ मात दी।
टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में रूट कहाँ खड़े हैं?
अगर रन, औसत, विदेशों में प्रदर्शन और टीम पर प्रभाव देखें तो रूट का नाम आधुनिक क्रिकेट के “बिग 3” में आता है—और शायद तकनीक के मामले में सबसे ऊपर।
क्रिकेट विशेषज्ञ कहते हैं—
“Root is a run-machine stitched with English discipline and subcontinental temperament.”
यानी—क्लास + ग्राइंड + धैर्य।
यह शतक उनका टेस्ट बैज नहीं—उनकी महानता का प्रमाण है।















