भारतीय टीम के विश्व विजेता और पूर्व कप्तान Kapil Dev आज शनिवार यानी 6 जनवरी को अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने टीम इंडिया को उस समय पर विश्व कप ट्रॉफी जीताई थी, जब ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज जैसी टीमों से हर एक टीम डरती थी। ऐसे समय में कपिल देव की अगुवाई वाली टीम ने सभी टीमों को मात देते हुए भारत को पहला विश्व कप का खिताब जिताया था।
ये खिताब कपिल देव की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने साल 1983 के विश्व कप में किया था। इसके बाद से ही भारतीय टीम को पूरे विश्व में एक मजबूत टीम के तौर पर पहचान मिली। हालांकि क्या आप जानते हैं कि कपिल देव से जुड़ा एक किस्सा ऐसा भी है, जब कपिल देव ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम को भारतीय ड्रेसिंग रुम से बाहर निकाल दिया था।
356 intl. matches 👌
— BCCI (@BCCI) January 6, 2024
9031 intl. runs 🙌
687 intl. wickets 👏
India’s 1983 World Cup-winning Captain 🏆
Wishing the legendary @therealkapildev – #TeamIndia's greatest all-rounder – a very happy birthday 🎂👏 pic.twitter.com/2wDimcObNK
जब कपिल देव ने दाउद इब्राहिम को ड्रेसिम रुम से बाहर निकाल दिया था
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये घटना साल 1986 में हुई थी, जब भारतीय टीम पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज खेल रही थी। इस सीरीज के दौरान भारत शारजहां में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला खेल रही थी। इस मैच से पहले ही दाउद इब्राहिम ने कह दिया था कि अगर टीम इंडिया इस मुकाबले में पाकिस्तान को हरा देती है तो वो भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को एक-एक कार गिफ्ट करेगा।
ये बात जब कपिल देव के कानों में पड़ी थी, तो उन्होंने ड्रेसिंग रूम में आकर दाउद इब्राहिम से सीधा कह दिया था कि कौन है तू? चल बाहर चल यहां से। कपिल देव की ये बात सुनकर दाउद ड्रेसिम रुम से फौरन ही बाहर चला गया था। हालांकि उस समय पर कपिल देव बिल्कुल नहीं जानते थे कि दाउद इब्राहिम आखिरकार है कौन? सिर्फ वो ही नहीं बल्कि उस समय पूरी भारतीय टीम में वेंगसरकर के अलावा कोई दाउद इब्राहिम को नहीं जानता था।
साल 1993 में हुए मुंबई सीरियल ब्लास्ट में दाउद इब्राहिम का नाम आया तब सभी को उसके असली पहचान का पता लगा। इतना ही नहीं बल्कि तभी से दाउद इब्राहिम भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बना हुआ है।
कपिल देव का क्रिकेट करियर
बता दें कि कपिल देव ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कुल 225 वनडे और 131 टेस्ट मुकाबले खेले थे। इस दौरान उन्होंने 131 टेस्ट मुकाबलों में 8 शतक 27 अर्धशतक की मदद से 5248 रन बनाए थे। वहीं 225 वनडे मुकाबलों में उनके नाम 3783 रन दर्ज हैं। इसके अलावा गेंदबाजी में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कुल 434 और वनडे में 253 विकेट अपने नाम किए थे।