BCCI : मिथुन मन्हास को मिली कमान – जानिए उनका क्रिकेट और प्रशासनिक सफर

Atul Kumar
Published On:
BCCI

BCCI – बीसीसीआई की 94वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में मिथुन मन्हास को नया BCCI अध्यक्ष चुना गया। इस फैसले ने यह साफ कर दिया कि बोर्ड अब भी पूर्व क्रिकेटरों को शीर्ष पद पर रखने की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहता है।

सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी जैसे बड़े नाम पहले ही इस पद पर रह चुके हैं। अब 45 वर्षीय मन्हास भारतीय क्रिकेट बोर्ड के 37वें अध्यक्ष बन गए हैं।

क्रिकेट से प्रशासन तक का सफर

दिल्ली के पूर्व कप्तान मन्हास ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भले न खेला हो, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका शानदार करियर रहा है।

  • प्रथम श्रेणी मैच: 157
  • कुल रन: 9714 (27 शतक सहित)
  • लिस्ट ए रन: 4126

करीब दो दशक तक दिल्ली की टीम का हिस्सा रहे मन्हास ने वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, शिखर धवन, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसे बड़े नामों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया। कई बार वह कप्तान भी रहे और स्टार खिलाड़ियों के बीच संतुलन बनाए रखा।

जम्मू-कश्मीर क्रिकेट में बड़ा योगदान

बीसीसीआई से पहले मन्हास ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट संघ (JKCA) में क्रिकेट ऑपरेशंस डायरेक्टर के तौर पर काम किया। उनके नेतृत्व में श्रीनगर और जम्मू में क्रिकेट सुविधाओं का कायाकल्प हुआ।

  • पिचों के पुनर्निर्माण से स्थानीय खिलाड़ियों का स्तर बेहतर हुआ।
  • अब राज्य के कई खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में उत्तर क्षेत्र की टीम का हिस्सा बन रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर के गेंदबाजी कोच पी. कृष्ण कुमार ने पीटीआई से कहा,
“नई पिचों ने खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ाया है। अब वे मुंबई या बड़ौदा जैसी बड़ी टीमों का डटकर सामना करते हैं। मन्हास जैसे अनुभवी व्यक्ति का होना बहुत मददगार साबित हुआ।”

नई जिम्मेदारी, बड़ा इम्तिहान

बीसीसीआई अध्यक्ष का पद बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है। गांगुली और बिन्नी अपने करियर की प्रतिष्ठा के कारण सम्मानित हुए। लेकिन मन्हास को प्रशासनिक अनुभव और व्यवहारिक कौशल पर भरोसा करना होगा।

बीसीसीआई के एक पूर्व अधिकारी के मुताबिक,
“पहले कुछ महीने आसान होंगे, लेकिन असली परीक्षा अगले साल होगी जब भारत टी20 विश्व कप की मेजबानी करेगा। वहीं उनकी असली प्रशासनिक क्षमता सामने आएगी।”

आईपीएल और रिश्तों का संतुलन

मन्हास आईपीएल में पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस जैसी टीमों से भी जुड़े रहे हैं। यहां उन्होंने अपने पुराने साथियों सहवाग और आशीष नेहरा के साथ काम किया। पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने उन्हें याद करते हुए कहा,
“वह हमेशा लोकप्रिय रहे। दिल्ली टीम में कई बड़े स्टार थे, लेकिन मन्हास ने कप्तान रहते हुए सभी को साथ लेकर खेला।”

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