Shubman Gill – भारतीय क्रिकेट के नए सितारे शुभमन गिल के लिए बतौर कप्तान वनडे क्रिकेट की शुरुआत उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में भारत को 1-2 से हार झेलनी पड़ी, और खुद गिल के बल्ले से भी रन नहीं निकले।
इस सीरीज में उन्होंने तीन मैचों में कुल 43 रन बनाए — जो उनकी काबिलियत के हिसाब से काफी कम है।
गिल का टेस्ट फॉर्म भले शानदार रहा हो, लेकिन व्हाइट-बॉल क्रिकेट में वह लगातार संघर्ष कर रहे हैं। बतौर कप्तान उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पांच मैचों में 750 रन और चार शतक लगाए थे, लेकिन इसके बाद टी20 और वनडे में उनका बल्ला शांत पड़ा।
कप्तानी और वर्कलोड से थक गए हैं गिल – मोहम्मद कैफ
भारत के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने शुभमन गिल के हालिया प्रदर्शन पर साफ कहा कि उन्हें “ऑल-फॉर्मेट वर्कलोड” यानी तीनों प्रारूपों में खेलने और कप्तानी का दबाव झेलना पड़ रहा है।
अपने यूट्यूब चैनल पर कैफ ने कहा,
“गिल ने काफी मैच खेले हैं। टेस्ट, वनडे, टी20 — हर जगह ओपनिंग करनी पड़ती है और कप्तानी भी। फिर आईपीएल की जिम्मेदारी, गुजरात टाइटंस के साथ नई रणनीति, नीलामी की तैयारी — यह सब मिलकर मानसिक रूप से थका देने वाला है। उनकी बॉडी लैंग्वेज से भी लग रहा था कि वे थक चुके हैं।”
| टूर्नामेंट | मैच | रन | औसत | शतक |
|---|---|---|---|---|
| इंग्लैंड टेस्ट सीरीज | 5 | 750 | 83.3 | 4 |
| टी20 एशिया कप | 7 | 127 | 18.1 | 0 |
| ऑस्ट्रेलिया वनडे | 3 | 43 | 14.3 | 0 |
कैफ का मानना है कि एक युवा खिलाड़ी को इतने सारे रोल्स एक साथ नहीं निभाने चाहिए, क्योंकि इससे उसकी बल्लेबाजी पर सीधा असर पड़ता है।
श्रीकांत बोले – “गिल खुद पर ज्यादा दबाव डाल रहे हैं”
पूर्व कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत ने भी शुभमन गिल की मानसिक स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा,
“इंग्लैंड में शानदार प्रदर्शन के बाद शायद वह खुद पर बहुत ज्यादा दबाव डाल रहे हैं। उन्हें शांत रहकर अपने नैचुरल गेम पर ध्यान देना चाहिए।”
श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के तीसरे वनडे का जिक्र करते हुए कहा,
“गिल ने शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन हेजलवुड ने शानदार गेंद फेंकी। हालांकि, उनकी बॉडी लैंग्वेज देखकर लग रहा है कि वह प्रेशर में हैं — खासकर क्योंकि उन्होंने रोहित शर्मा की जगह कप्तानी संभाली है और साथ ही ओपनिंग भी कर रहे हैं।”
सितंबर 2024 से लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं शुभमन
वर्कलोड का असर सिर्फ परफॉर्मेंस में नहीं, बल्कि उनके शेड्यूल में भी साफ दिख रहा है। शुभमन गिल सितंबर 2024 से लगातार टीम इंडिया के साथ हैं।
उन्होंने इस बीच —
- टी20 एशिया कप,
- वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट,
- और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे खेले हैं।
अब वे जल्द ही शुरू होने वाली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज का भी हिस्सा होंगे। यानी गिल को कई महीनों से लगातार आराम का मौका नहीं मिला है।
बल्लेबाजी पर दिख रहा थकान का असर
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि शुभमन की तकनीक पर कोई सवाल नहीं, लेकिन उनकी “टाइमिंग” और “कंसंट्रेशन” हाल के मैचों में कमजोर पड़े हैं।
जहां टेस्ट में वह लंबी पारियां खेलने में माहिर हैं, वहीं सीमित ओवरों में जल्दी शॉट खेलने की कोशिश में आउट हो रहे हैं।
कप्तानी का दबाव और लगातार मैच खेलने से उनकी मानसिक थकान (mental fatigue) बढ़ गई है, जो बल्लेबाजी में दिख रही है।
IPL भी बनेगा बड़ा टेस्ट
अब नजरें होंगी गुजरात टाइटंस की कप्तानी पर, जहां गिल को नए सीजन में टीम का नेतृत्व करना है। नीलामी और टीम रणनीति के दबाव के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या गिल खुद को रिलैक्स करके वापसी कर पाते हैं या नहीं।
विशेषज्ञों की राय: गिल को चाहिए ब्रेक
पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि गिल को कुछ वक्त का ब्रेक लेकर मानसिक रूप से तरोताजा होना चाहिए।
कैफ ने कहा, “कभी-कभी एक सीरीज से दूर रहना खिलाड़ी को ज्यादा मजबूत बनाता है। उन्हें अपनी ऊर्जा दोबारा हासिल करनी होगी।”















