Ranji Trophy 2025 – भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक बार फिर चर्चा में हैं—लेकिन इस बार उनकी गेंदबाजी के लिए नहीं, बल्कि टीम में उनकी संभावित वापसी पर उठे सवालों के लिए।
35 वर्षीय शमी ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी में अब तक 93 ओवर गेंदबाजी की है, मगर ऐसा लगता है कि उनका टेस्ट क्रिकेट में वापसी का रास्ता लगभग बंद हो गया है। वनडे टीम में भी उनके खेलने की संभावना बहुत कम दिख रही है।
चोट, सर्जरी और वापसी की जद्दोजहद
शमी ने भारत के लिए आखिरी मैच मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी में खेला था।
उसके बाद से वह किसी भी फॉर्मेट की टीम में चयनित नहीं हुए।
2023 वनडे विश्व कप के बाद उन्हें एड़ी की गंभीर चोट लगी थी, जिसके चलते उन्होंने सर्जरी कराई और लंबे समय तक मैदान से दूर रहे।
अब रणजी ट्रॉफी में खेलकर वह अपनी लय वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी गेंदबाजी लोड (workload) सीमित रखा गया है।
यह भी एक कारण है कि चयनकर्ता अभी उन्हें टेस्ट लेवल की तीव्रता के लिए पूरी तरह फिट नहीं मान रहे।
बीसीसीआई सूत्र बोले — “शमी से बातचीत हुई थी”
हाल ही में शमी ने मीडिया में बयान दिया कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं ने उनसे कोई बातचीत नहीं की, जिससे वे निराश हैं।
हालांकि BCCI.tv से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने इस दावे को खारिज किया है।
एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया,
कई बार चयन समिति और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के स्टाफ ने शमी का हालचाल जानने के लिए संपर्क किया। इंग्लैंड सीरीज से पहले भी उनसे बात की गई थी। लेकिन उन्होंने खुद कहा था कि वे अभी पूरी तरह तैयार नहीं हैं।”
सूत्रों के मुताबिक, चयनकर्ताओं ने शमी से इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भारत ए की ओर से खेलने का आग्रह किया था ताकि उनकी फिटनेस को परखा जा सके। लेकिन शमी ने जवाब दिया कि उन्हें अभी वर्कलोड बढ़ाने की जरूरत है और इंग्लैंड दौरे के लिए उन पर विचार नहीं किया जाए।
चयनकर्ताओं की चिंता: उम्र और फिटनेस
शमी ने अब तक 197 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार हैं।
लेकिन उनकी उम्र अब 35 पार कर चुकी है, और 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक वे 37 साल के हो जाएंगे।
भारतीय टीम प्रबंधन अब दीर्घकालिक योजना के तहत प्रसिद्ध कृष्णा, आकाशदीप और अर्शदीप सिंह जैसे युवा विकल्पों पर भरोसा जता रही है।
| प्रारूप | मैच | विकेट | औसत | इकॉनमी |
|---|---|---|---|---|
| टेस्ट | 65 | 229 | 27.7 | 3.3 |
| वनडे | 101 | 195 | 25.9 | 5.5 |
| टी20 | 31 | 45 | 24.6 | 8.9 |
शमी का अनुभव अद्भुत है, लेकिन बार-बार चोटिल होने की प्रवृत्ति टीम प्रबंधन के लिए चिंता का कारण बनी हुई है।
वर्तमान में वह रणजी में सिर्फ छोटे स्पेल डाल रहे हैं, जबकि टेस्ट क्रिकेट में लंबी बॉलिंग की जरूरत पड़ती है।
“अब सिर्फ वनडे विकल्प बचे हैं”
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि शमी का टेस्ट और टी20 करियर लगभग खत्म हो चुका है।
अब उनके लिए केवल वनडे प्रारूप में वापसी की थोड़ी संभावना बची है।
लेकिन 2027 विश्व कप तक उनकी उम्र और फिटनेस टीम इंडिया के चयन समीकरण में बड़ी बाधा बन सकती है।
बीसीसीआई का रुख साफ है — “टीम भविष्य के लिए बने, अतीत के भरोसे नहीं।”
चयनकर्ताओं का निर्णय होगा अंतिम
बीसीसीआई अधिकारी ने स्पष्ट किया,
“शमी को लग सकता है कि वह 50 ओवर के क्रिकेट के लिए फिट हैं, लेकिन यह तय करना चयन समिति का काम है। टीम में जगह फिटनेस और प्रदर्शन के आधार पर मिलेगी, नाम के आधार पर नहीं।”
वर्तमान परिदृश्य में, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा भारत के मुख्य तेज गेंदबाज माने जा रहे हैं।
अगर शमी को वापसी करनी है, तो उन्हें अपनी फिटनेस और निरंतरता दोनों साबित करनी होंगी।















