IPL – तेज गेंदबाज नवदीप सैनी एक बार फिर सुर्खियों में हैं — न किसी विवाद से, बल्कि अपने बेबाक बयानों और पुरानी धार वापस लाने की कोशिशों से। 32 साल के इस दिल्ली के पेसर का मानना है कि आज के दौर में टीम इंडिया में चयन की असली कुंजी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) है।
चाहे किसी को यह बात पसंद आए या नहीं, अगर राष्ट्रीय टीम में जगह चाहिए, तो IPL में चमक दिखानी ही पड़ेगी।
51 ओवर पुरानी गेंद पर निकला दम, याद आया 2019 वाला सैनी
हिमाचल के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में सैनी ने अपनी पुरानी गेंदबाजी का जादू दिखाया। 51 ओवर पुरानी, खुरदरी और बेजान एसजी बॉल उनके हाथों में अचानक खतरनाक हो उठी — और उन्होंने हिमाचल के सलामी बल्लेबाज सिद्धांत पुरोहित (70) को आउट किया।
वो डिलीवरी देखकर मैदान में मौजूद लोग वही पुराना नवदीप सैनी याद करने लगे — जिसने 2019 में भारतीय टीम के लिए डेब्यू करते हुए सबका ध्यान खींचा था।
| टूर्नामेंट | विकेट | इकॉनमी | बेस्ट फिगर | वर्ष |
|---|---|---|---|---|
| टेस्ट | 2 | 3.90 | 2/54 | 2021 |
| वनडे | 8 | 5.33 | 3/30 | 2019 |
| T20I | 11 | 7.15 | 3/17 | 2020 |
“मैं अगर भारतीय टीम में वापसी का सपना नहीं देखूं, तो मुझे हक नहीं खेलते रहने का”
दिन का खेल खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सैनी का लहजा ईमानदार और जोशीला दोनों था।
उन्होंने कहा, “जब मैं पहली बार खेला था, तब मेरे पास खोने को कुछ नहीं था। आज भी कुछ खोने को नहीं है। अगर मैं भारतीय टीम में वापसी का सपना नहीं देखूं, तो मुझे हक नहीं कि दिल्ली टीम में जगह बनाए रखूं।”
सैनी आखिरी बार 2021 में भारत के लिए खेले थे। उसके बाद चोटों और फॉर्म में गिरावट ने उन्हें बाहर कर दिया। लेकिन उनकी बॉडी लैंग्वेज और गेंदबाजी देखकर अब फिर वही आत्मविश्वास लौटता दिख रहा है।
IPL ही अब रास्ता है – सैनी की बेबाक राय
सैनी ने चयन की नई हकीकतों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “सच्चाई यही है कि भारत के लिए खेलने के लिए आपको IPL में अच्छा प्रदर्शन करना पड़ेगा। चाहे किसी को ये सुनना अच्छा लगे या नहीं, लेकिन यही सच है।”
उन्होंने यह भी बताया कि एक साल पहले कंधे की चोट ने उन्हें पीछे धकेल दिया था — उनकी रफ्तार कम हुई और साथ ही IPL कॉन्ट्रैक्ट भी हाथ से निकल गया। लेकिन अब वह फिट हैं, और दोबारा तेज गेंदबाजी करने को तैयार हैं।
“दिन के मैचों की चुनौती मुझे पसंद है”
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह सीमित ओवरों के टूर्नामेंट — जैसे विजय हजारे ट्रॉफी या सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी — पर ध्यान देना चाहेंगे, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा,
“मैं खेल सकता हूं, लेकिन मुझे दिन के मैचों में गेंदबाजी करने की चुनौती पसंद है। पिछली बार हैदराबाद में विकेट धीमा था, इसलिए सफलता नहीं मिली। इस बार चाय के बाद पिच जीवंत हुई, और वही मेरा समय था।”
उनके शब्दों में वो पुराना आत्मविश्वास झलकता है, जो हर फास्ट बॉलर की पहचान होता है — गति, जुनून और जिद।
“क्यों नहीं, अगर पांच विकेट लूंगा तो फिर चर्चा में आ जाऊंगा”
जब उनसे सीधा पूछा गया कि क्या अब भी भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद रखते हैं, तो उन्होंने मुस्कराकर जवाब दिया,
“क्यों नहीं! अगर मैं पांच-पांच विकेट लूंगा, तो फिर से चर्चा का हिस्सा बन जाऊंगा।”
नवदीप अगले महीने 33 साल के हो जाएंगे, लेकिन उनके इरादे अब भी 23 के हैं। वह अब भी मानते हैं कि कुछ अच्छे प्रदर्शन और फिटनेस के दम पर टीम इंडिया में वापसी संभव है।
बीते साल की चोट और वापसी की कहानी
सैनी को 2023 में कंधे में चोट लगी थी, जिससे उनकी रफ्तार और बाउंस दोनों पर असर पड़ा। उस चोट की वजह से न सिर्फ IPL कॉन्ट्रैक्ट गंवाना पड़ा, बल्कि डोमेस्टिक सीजन भी मिस करना पड़ा।
अब पूरी तरह फिट होकर वे दोबारा अपने रन-अप और स्पीड पर काम कर रहे हैं। दिल्ली टीम के कोच भी मानते हैं कि “अगर सैनी अपने रिदम में हैं, तो वह किसी भी बल्लेबाज के लिए खतरा हैं।”















