PBKS vs RR: “फिनिशर होना आशीर्वाद और अभिशाप है…”, राजस्थान के खिलाफ मैच जीताऊ पारी खेलने के बाद आखिर Shimron Hetmyer ने क्यों दिया ऐसा बयान

Pranjal Srivastava
Published On:
PBKS vs RR

बीती रात शनिवार को चंडीगढ़ में Punjab Kings और Rajasthan Royals के बीच रोमांचक मुकाबले खेला गया, जिसमें राजस्थान ने पंजाब को 3 विकेट से मात दे दी। इस मैच में राजस्थान की जीत के हीरो रहे Shimron Hetmayer जिन्होंने महज 10 गेंदों पर 27 रनों की तूफानी पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाई। इस दौरान उन्होंने 1 चौका और 3 गगनचुंबी छक्के लगाए।

वहीं इस तूफानी मैच सेवर पारी के लिए मुकाबले के बाद हेटमायर को मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड से भी नवाजा गया। उनके लिए ये अवॉर्ड बनता भी था, क्योंकि उन्होंने ये पारी तब खेली, जब राजस्थान का जीतना एक समय पर नामुमकिन लग रहा था। हालांकि उन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाजी के बदौलत आखिरकार राजस्थान के हिस्से में इस टूर्नामेंट की पांचवीं जीत डाल दी।

इस बीच मुकाबले के बाद जब उनसे बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि टीम को मैच जिताना बहुत अच्छा है। हालांकि जब उनसे एक बेहतरीन फीनिशर होने के अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बड़ा ही चौकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि फिनिशर होना आशीर्वाद और अभिशाप है।

Shimron Hetmyer को एक फीनिशर होना कैसा लगता है?

पंजाब के खिलाफ शानदार जीत के बाद जब राजस्थान रॉयल्स की जीत के हीरो शिमरॉन हेटमायर ने बात करते हुए कहा कि, “यह वास्तव में सिर्फ अभ्यास है, मैं पहले नेट्स पर ठीक से बल्लेबाजी करने की प्रैक्टिस करता हूं। फिर जब सभी लोग छक्का मारने की कोशिश कर चुके होते हैं तो मैं वापस चला जाता हूं।”

वहीं इसके बाद जब उनसे पूछा गया की एक बेहतरीन फीनिशर होने के बारे में वो क्या सोचते हैं, तो उन्होंने बड़ा ही हैरान करने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, “यह एक आशीर्वाद और एक अभिशाप है। कभी-कभी ऐसा होता है, कभी-कभी ऐसा नहीं होता। मुझे खुशी है कि मैं आज के मैच में (PBKS vs RR) अपनी टीम को जीत दिलाने में मदद कर सका।”

वहीं आखिरकार जब उनसे पूछा गया कि बतौर फीनिशर क्या उन्हें कभी असफल होने से डर लगता है, तो जवाब देते हुए हेटमायर ने कहा कि, “अंदर ये विचार आते तो हैं लेकिन बाद में, मैं इसे यथासंभव स्पष्ट रखने की कोशिश करता हूं। शुरुआत में कुछ गेंदों के बाद वह ट्रेंट बोल्ट मेरे पास आए और मुझे शांत किया। मैंने ट्रेंट बोल्ट से बात की थी और मैंने कहा कि भले ही मुझे दूसरा नहीं मिला, मैं सिंगल लेने की पूरी कोशिश करूंगा और कम से कम इसे टाई कराऊंगा।”

हेटमायर ने आगे यह भी बताया कि आखिरी गेंद पर छक्का लगाने के पीछे की कहानी क्या थी। उन्होंने कहा कि, “मैं बस एक या दो रन लेने के लिए थक रहा था और तभी मुझे फुल टॉस मिला और मैंने उस पर छक्का मारने की कोशिश की।”

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