T20 World Cup 2024 को लेकर सभी टीमों ने अपनी तैयारियां अभी से ही शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में भारतीय टीम भी इस मेगाटूर्नामेंट के लिए अपनी कमजोरियों और खामियों पर काम करने में लग गई है। हालांकि इस बीच टीम के स्टार खिलाड़ी Rohit Sharma और Virat Kohli इस टूर्नामेंट का हिस्सा होंगे भी या नहीं, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है। आए दिन इस विषय पर चर्चा होती रह रही है, लेकिन जवाब अबतक नहीं मिल पाया है।
कई दिग्गजों का कहना है कि अब टीम में युवाओं को मौका देना चाहिए और आगामी टूर्नामेंट के लिए उनपर ही भरोसा करना चाहिए। हालांकि वहीं दूसरी तरफ कईयों का कहना है कि रोहित और विराट अभी भी खेल सकते हैं और उन्हें आगामी टूर्नामेंट का हिस्सा जरुर बनना चाहिए। इस विषय को लेकर डिबेट अबतक जारी है, जिसका समाधान अबतक नहीं निकल पाया है। इस बीच ये बात भी साफ नहीं हो पाई है कि आखिर ये दोनों खिलाड़ी आने वाले समय में टी20 फॉर्मेट खेलेंगे भी या नहीं?
वहीं गौर करने वाली बात यह भी है कि रोहित और विराट ने काफी लंबे समय से टी20 फॉर्मेट खेला नहीं है। ऐसे में उनकी टीम में वापसी और वो भी ऐसे बड़े टूर्नामेंट में सभी को एक बड़े कंफ्यूजन में डाले है। ऐसे में भारतीय टीम के गेंदाबीज कोच पारस म्हाम्ब्रे ने हाल ही में रोहित और विराट को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है।
How does it feel to become the ICC Men's No. 1️⃣ T20I Bowler 🤔
— BCCI (@BCCI) December 8, 2023
Hear what #TeamIndia leg-spinner Ravi Bishnoi said 👇#SAvIND pic.twitter.com/Szg1BYfFeD
Team India के गेंदबाजी कोच ने विराट और रोहित को लेकर क्या कहा?
दरअसल, रोहित और विराट भविष्य में टी20 क्रिकेट में वापसी करेंगे या नहीं, इसको लेकर ही पारस म्हाम्ब्रे ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि, “युवा खिलाड़ियों को मौका टीम की हर क्षेत्र में हर परिस्थिती के अनुकूल क्षमता को देखने के लिए दिया जाता है। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि द्विपक्षीय टी20 सीरीज अहम नहीं होतीं। यह सिर्फ टीम में खिलाड़ियों से बनने वाले बैलेंस को देखकर किया जाता है। यह इस पर भी निर्भर करता है कि हम किसकी बात कर रहे। रोहित या विराट जैसे खिलाड़ी टी20 गेम में चाहें आईपीएल हो या इंटरनेशनल एक सीमित क्षेत्र के तहत देखते हैं।”
“लोग युवा खिलाड़ियों को देखना चाहते हैं”
पारस म्हाम्ब्रे ने अपने बयान में आगे कहा कि, “ज्यादातर लोग युवा खिलाड़ियों को द्विपक्षीय सीरीज में देखना चाहते हैं। हम भी उन्हें आजमाते हैं और उनकी खुद को परिस्थितियों में ढालने की क्षमता को देखना चाहते हैं। हम देखना चाहते हैं कि भारत की जर्सी में खुद को वह कैसे ढालते हैं। उनकी खेल के प्रति जागरुकता और प्रेशर की स्थिति से निपटने की क्षमता क्या है।”