Ashes 2025 : ऑस्ट्रेलिया में 20 साल में सिर्फ 4 जीत… क्या इंग्लैंड सूखा तोड़ पाएगा? पोंटिंग का जवाब

Atul Kumar
Published On:
Ashes 2025

Ashes 2025 – पर्थ की हवा में पहले से ही हल्की गर्मी घुल चुकी है, और शुक्रवार से शुरू हो रही एशेज 2025 सीरीज का उत्साह अपने उबाल पर है। ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड—यह सिर्फ पांच टेस्ट मैचों की लड़ाई नहीं, बल्कि मानसिकता, इतिहास और प्रतिष्ठा की जंग है।

और इसी माहौल में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज़ रिकी पोंटिंग ने एक ऐसी भविष्यवाणी की है जिसने दोनों देशों के फैंस को चौंका भी दिया और उत्सुक भी कर दिया।

पोंटिंग का दावा साफ है—ऑस्ट्रेलिया 3-2 से एशेज जीतेगा, लेकिन यह सीरीज बेहद करीब रहने वाली है।
उनके मुताबिक इंग्लैंड “आसानी से मैच नहीं देने वाली टीम” है और इस बार दोनों टीमें एक-दूसरे को छीलकर रख देंगी।

पोंटिंग की भविष्यवाणी: “ऑस्ट्रेलिया जीतेगा… लेकिन सीरीज रोमांचक होगी”

ICC रिव्यू के नए एपिसोड में पोंटिंग ने कहा—
“यह एशेज पिछले कई एक्सपर्ट्स की उम्मीद से भी ज्यादा करीबी होगी। इंग्लैंड जिस तरह ‘बैजबॉल’ खेलता है, उससे ड्रॉ की संभावना लगभग खत्म है… हर मैच का नतीजा आएगा।”

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि ऑस्ट्रेलिया ने 2018 से एशेज अपने पास रखी है, और इस सदी में अपने घरेलू मैदान पर इंग्लैंड को सिर्फ चार टेस्ट हारने दिए हैं।

उनके अनुसार, इंग्लैंड दो मैच जरूर जीतेगा—इसलिए 3-2 का आंकड़ा उनकी नज़र में बिल्कुल वास्तविक है।

क्यों नहीं होंगे ड्रॉ मैच? बैजबॉल + ऑस्ट्रेलिया की गर्मी = नतीजे तय

पोंटिंग ने एक दिलचस्प बात कही—
“इंग्लैंड की आक्रामक शैली और ऑस्ट्रेलिया की गर्मियों का मौसम मिलकर ड्रॉ की संभावना लगभग खत्म कर देता है।”

उन्होंने कहा कि पर्थ और ब्रिस्बेन में अक्सर मौसम साफ रहता है, और तेज़ पिचों की वजह से मैच तेजी से आगे बढ़ते हैं।
बैजबॉल की वजह से इंग्लैंड हर सत्र में रन रेट बढ़ाता है, जोखिम उठाता है—इससे मैचों में रिजल्ट निकलना लगभग तय है।

इंग्लैंड की राह कठिन—सिर्फ चार जीत 20+ साल में

एक कठोर तथ्य:
इंग्लैंड ने पिछले 20+ सालों में ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ 4 टेस्ट जीते हैं।
यही वजह है कि पोंटिंग का 3-2 का पलड़ा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में झुकता है।

लेकिन उनका मानना है कि इंग्लैंड इस बार दो मुकाबले जीत सकता है—और यह इंग्लैंड की एप्रोच पर निर्भर करेगा कि वे सीरीज के शुरुआती सत्रों में ऑस्ट्रेलियाई पेसर्स पर कैसे हावी होते हैं।

क्रॉउली–डकेट की फॉर्म = इंग्लैंड की सबसे बड़ी कुंजी

पोंटिंग ने इंग्लैंड की सबसे बड़ी कमजोरी और ताकत दोनों को एक ही वाक्य में रख दिया—
“इंग्लैंड की सफलता उनके ओपनर्स जैक क्रॉउली और बेन डकेट पर निर्भर है।”

उन्होंने कहा कि इन दोनों को पहले 10-12 ओवर में स्टार्क–बोलैंड–डोगेट के खिलाफ लय बनानी होगी, वरना पर्थ की बाउंसी विकेट पर इंग्लैंड हिल जाता है।

अगर शुरुआत मजबूत हुई, तभी इंग्लैंड बैजबॉल की अपनी पहचान पर कायम रह पाएगा।

ऑस्ट्रेलिया भी कमजोर नहीं—भले कमिंस और हेजलवुड बाहर हों

ऑस्ट्रेलिया अपना पहला टेस्ट बिना नियमित कप्तान पैट कमिंस और जोश हेज़लवुड के खेल रहा है।
इसके बावजूद टीम में अनुभव और संतुलन भरपूर है—
– स्टीव स्मिथ कप्तान
– मिचेल स्टार्क की जिम्मेदारी बढ़ी
– नाथन लियोन हमेशा की तरह एक्स-फैक्टर
– दो संभावित डेब्यू—जैक वेदराल्ड और ब्रेंडन डोगेट

पोंटिंग के अनुसार, “ऑस्ट्रेलिया के पास घर की परिस्थितियों का अपार अनुभव है। दबाव भले हो, पर टीम उसे संभालना जानती है।”

क्या पोंटिंग सही साबित होंगे?

3-2 वाली भविष्यवाणी दिलचस्प इसलिए है क्योंकि पोंटिंग ने इंग्लैंड को पूरी तरह खारिज नहीं किया।
उन्होंने स्वीकार किया कि:

– इंग्लैंड आक्रामक है
– फॉर्म में है
– और स्टोक्स के अंदर बड़ा मैच जीतने की ऊर्जा है

लेकिन ऑस्ट्रेलिया अपने मैदान पर मुश्किल होता है।
इसीलिए पोंटिंग की बात क्रिकेटिंग तर्क से मेल भी खाती है… और एशेज को और मसालेदार भी बनाती है।

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