SA vs IND – दक्षिण अफ्रीका के अनुभवी स्पिनर केशव महाराज ने कहा है कि भारत में टेस्ट मैच जीतना उनकी टीम के लिए अब “मिशन” बन गया है। भारत में पिछली बार 2008 में टेस्ट जीतने के बाद से दक्षिण अफ्रीका लगातार 15 साल से इंतजार कर रहा है। अब टीम इस रिकॉर्ड को तोड़ने को बेताब है।
भारत में जीत की भूख, महाराज का बड़ा बयान
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला 14 नवंबर से शुरू हो रही है। पहला मुकाबला कोलकाता में जबकि दूसरा गुवाहाटी में खेला जाएगा।
श्रृंखला से पहले ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में केशव महाराज ने कहा, “हमारी टीम भारत को भारत में हराने के लिए सचमुच बेताब है। यह हमारे लिए सबसे कठिन दौरों में से एक है, और साथ ही खुद को साबित करने का शानदार मौका भी।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने उपमहाद्वीप के अन्य देशों में जीत हासिल की है। अब भारत में जीत दर्ज करना हमारे लिए एक तरह का ‘अंतिम लक्ष्य’ है। टीम में इसके लिए जबरदस्त जुनून है।”
15 साल से सूखा, अब बदलेगी कहानी?
दक्षिण अफ्रीका ने 2008 में आखिरी बार भारत में टेस्ट मैच जीता था। उसके बाद 2015 और 2019 की श्रृंखलाओं में टीम को हार का सामना करना पड़ा। इस बार टेम्बा बावुमा की कप्तानी में प्रोटियाज टीम जीत का इंतजार खत्म करना चाहती है।
| वर्ष | श्रृंखला परिणाम | विजेता |
|---|---|---|
| 2008 | 1-1 | ड्रॉ |
| 2015 | 0-3 | भारत |
| 2019 | 0-3 | भारत |
पिचों को लेकर महाराज की राय
महाराज ने साफ कहा कि भारत की पिचें स्पिन के लिए उतनी अनुकूल नहीं होंगी जितनी हाल ही में पाकिस्तान में थीं। “मुझे लगता है कि यहां के विकेट संतुलित होंगे, जहां शुरुआत में बल्लेबाजों को मदद मिलेगी, और जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, स्पिनरों को भी टर्न मिलेगा,” उन्होंने कहा।
उन्होंने आगे जोड़ा, “भारत अब पारंपरिक टेस्ट विकेटों को प्राथमिकता दे रहा है — जैसा हमने वेस्टइंडीज़ के खिलाफ श्रृंखला में देखा था। चौथे-पांचवें दिन तक मैच चलना इस बात का संकेत है कि विकेट अच्छे बनाए जा रहे हैं।”
भारतीय टीम की तारीफ
भारतीय टीम को लेकर महाराज ने कहा, “भारत एक शानदार टीम है, जिसने बदलाव के दौर में भी निरंतरता बनाए रखी है। यह टीम अब बहुत संतुलित है, और अच्छे विकेटों पर खेलना पसंद करती है। हमारे लिए यह एक बड़ा मौका है अपनी क्षमताओं को परखने का।”
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ पिछले प्रदर्शन का ज़िक्र करते हुए कहा, “हमने पाकिस्तान में दूसरा टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर की थी। उस लय को बनाए रखने की कोशिश करेंगे। टॉस जो भी हो, हम परिणाम अपने पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंक देंगे।”
क्या भारत में इतिहास दोहराएगा दक्षिण अफ्रीका?
महाराज के बयान से साफ है कि दक्षिण अफ्रीका इस बार केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि “विजय मिशन” के इरादे से भारत आया है। टीम ने पिछले कुछ महीनों में विदेशी सरज़मीं पर प्रदर्शन सुधारा है। अगर उसकी गेंदबाजी, खासकर स्पिन विभाग, भारत की पिचों पर असरदार साबित हुआ, तो 15 साल का इंतजार शायद खत्म हो जाए।















