Shashi Tharoor – चेतेश्वर पुजारा के रिटायरमेंट ने क्रिकेट फैंस को तो भावुक किया ही, लेकिन अब राजनीति जगत से भी आवाज़ें उठ रही हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने इस मौके पर बीसीसीआई को घेरा और कहा कि “पुजारा एक सम्मानजनक विदाई के हकदार थे।” दरअसल, पुजारा का करियर भले ही चुपचाप खत्म हो गया हो, लेकिन उनकी बल्लेबाजी की दृढ़ता और टीम इंडिया के लिए निभाई गई भूमिका को भुलाना आसान नहीं।
शशि थरूर की प्रतिक्रिया
थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर लिखा कि पुजारा को टीम से बाहर करने से पहले कुछ और मौके मिलने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि पुजारा ने कठिन हालात में भारत को कई बार संभाला, और ऐसे खिलाड़ी को एक ग्रैंड फेयरवेल देना ही न्यायसंगत होता।
थरूर ने आगे कहा कि पुजारा जब टीम से बाहर हुए, तो भी उन्होंने घरेलू क्रिकेट में जोरदार वापसी की और रन बनाए। बावजूद इसके चयनकर्ताओं ने नए खिलाड़ियों को मौका देने का फैसला कर लिया। उन्होंने भावुक लहज़े में लिखा कि वह हाल ही में पुजारा की पत्नी का लिखा किताब “एक क्रिकेटर की पत्नी की डायरी” पढ़ रहे थे और सोच रहे थे कि इतने बड़े करियर के पीछे कितनी मेहनत और त्याग की कहानी छुपी रहती है।
पुजारा का करियर और उनकी ‘दीवार’ छवि
पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और 7195 रन बनाए। उनका औसत 43.60 का रहा और उन्होंने 19 शतक ठोके, जिनमें तीन दोहरे शतक भी शामिल हैं। 2018 और 2021 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज में उनकी लंबी, धैर्यपूर्ण पारियों ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
पांच वनडे इंटरनेशनल मैच भी उन्होंने खेले, लेकिन वहां सफलता नहीं मिली। 2023 में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इसके साथ ही उनका इंटरनेशनल करियर व्यावहारिक रूप से समाप्त हो गया।
पुजारा को अक्सर “नई दीवार” कहा गया, क्योंकि राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद टीम इंडिया को एक भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाज की तलाश थी, और कई सालों तक यह जिम्मेदारी पुजारा ने शानदार तरीके से निभाई।
सम्मानजनक विदाई का सवाल
भारतीय क्रिकेट में यह बहस पुरानी है — क्या हर महान खिलाड़ी को farewell match मिलना चाहिए? कई दिग्गज जैसे सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली को शानदार विदाई मिली, लेकिन वीवीएस लक्ष्मण या वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों को यह मौका नहीं दिया गया। अब पुजारा का नाम भी इसी सूची में जुड़ गया है।
Cheteshwar Pujara : 103 टेस्ट और 21 हजार फर्स्ट क्लास रन – ‘दीवार’ ने कहा अलविदा