Test Cricket : Steve Smith वनडे से संन्यास के बाद पूरी तरह तरोताजा – एशेज 2025 में ऑस्ट्रेलिया की कमान

Atul Kumar
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Test Cricket – ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज स्टीव स्मिथ (Steve Smith Test Cricket Focus) ने वनडे क्रिकेट से दूरी बनाकर अपने करियर को एक नई दिशा दी है।
अब वे पूरी तरह टेस्ट क्रिकेट पर केंद्रित हैं, और यही वजह है कि 35 की उम्र पार करने के बाद भी वह मैदान पर पहले से ज्यादा तरोताजा महसूस कर रहे हैं।
21 नवंबर से पर्थ में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली एशेज 2025 सीरीज में स्मिथ ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करेंगे, क्योंकि नियमित कप्तान पैट कमिंस अभी भी पीठ की चोट से उबर रहे हैं।

“अब सिर्फ टेस्ट क्रिकेट मेरी प्राथमिकता है” – स्टीव स्मिथ

सिडनी में मीडिया से बातचीत में स्मिथ ने खुलकर बताया कि उन्होंने खुद को थकान से बचाने के लिए सीमित ओवरों से दूरी बनाई।

“मैं मानसिक रूप से पहले से ज्यादा जल्दी थक जाता हूं। दस साल पहले मुझे हर मैच खेलना अच्छा लगता था, लेकिन अब मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट ही सबसे अहम है।”

36 वर्षीय स्मिथ ने कहा कि अब वे अपने करियर के इस पड़ाव पर क्वालिटी ओवर क्वांटिटी पर ध्यान देना चाहते हैं।

“जब मैं हर मैच खेलता था, तो गर्मियों के आखिर तक मानसिक रूप से थक जाता था और प्रदर्शन पर असर पड़ता था। अब मैं चुनिंदा क्रिकेट खेलता हूं ताकि ताजगी बनी रहे।”

एशेज से पहले न्यूयॉर्क में बिताया वक्त

स्मिथ ने खुलासा किया कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सर्दियों में न्यूयॉर्क में समय बिताया, जहाँ उन्होंने अगस्त से अब तक बल्ला तक नहीं उठाया था।

“मैंने पिछले कुछ महीनों से कोई मैच नहीं खेला, कोई नेट प्रैक्टिस नहीं की। यह ब्रेक जरूरी था। अब मैं फिर से मैदान पर आने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।”

यह ब्रेक न सिर्फ उनके शरीर के लिए, बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अहम रहा।
टेस्ट फॉर्मेट की गहनता और लंबी इनिंग्स के दबाव को झेलने के लिए स्मिथ ने खुद को ताजा किया है।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ने दिखाया असर

स्मिथ का यह फैसला पूरी तरह सफल साबित हुआ जब उन्होंने पिछले सीजन में भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दो शानदार शतक जड़े।
उन्होंने कहा,

“पिछले साल मैंने गर्मियों की शुरुआत में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला था, शायद इसी वजह से भारत के खिलाफ मैं अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में था। कुछ शॉट्स खेलने के बाद ही मैं लय में आ गया था।”

उनका कहना है कि जब वो मानसिक रूप से फ्रेश रहते हैं, तब उनका रिफ्लेक्स और टाइमिंग दोनों बेहतरीन होते हैं — जो टेस्ट क्रिकेट में उनकी सफलता की कुंजी है।

एशेज 2025 – कप्तान के रूप में नई चुनौती

स्मिथ अब एशेज 2025 की कमान संभालने जा रहे हैं।
यह उनके लिए एक और मौका है यह साबित करने का कि वह न सिर्फ एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, बल्कि एक समझदार कप्तान भी।
पैट कमिंस की गैरमौजूदगी में, स्मिथ का अनुभव ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए अमूल्य होगा।

सीरीजतारीखस्थानकप्तान
एशेज टेस्ट 121–25 नवंबर 2025पर्थस्टीव स्मिथ
एशेज टेस्ट 229 नवंबर–3 दिसंबर 2025एडिलेडस्टीव स्मिथ
एशेज टेस्ट 310–14 दिसंबर 2025मेलबर्नस्टीव स्मिथ

स्मिथ के पास पहले भी कप्तानी का अनुभव है, और उनके शांत स्वभाव ने उन्हें ड्रेसिंग रूम में एक मेंटॉर फिगर बना दिया है।

टेस्ट क्रिकेट पर फोकस का फायदा

स्मिथ का कहना है कि अब वह अपने खेल को लेकर पहले से ज्यादा रणनीतिक सोच रखते हैं।

“अब मेरा लक्ष्य हर सीजन में पांच या छह टेस्ट सीरीज पर ध्यान केंद्रित करना है।
जब शरीर और मन दोनों तरोताजा रहते हैं, तो आप ज्यादा लंबे समय तक लगातार प्रदर्शन कर सकते हैं।”

उनका यह दृष्टिकोण क्रिकेट जगत के अन्य वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए भी मिसाल बन रहा है — खासतौर पर उन खिलाड़ियों के लिए जो तीनों फॉर्मेट खेलने की वजह से थकान का सामना करते हैं।

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