Ashes 2025 – ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर डेविड वॉर्नर के एशेज भविष्यवाणी बयान पर इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड भड़क उठे हैं। वॉर्नर ने हाल ही में दावा किया था कि ऑस्ट्रेलिया आगामी एशेज सीरीज 4-0 से जीतेगा, लेकिन ब्रॉड ने पलटवार करते हुए मौजूदा कंगारू टीम को “2010 के बाद की सबसे कमजोर ऑस्ट्रेलियाई टीम” करार दिया।
ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड एशेज सीरीज 2025 की शुरुआत 21 नवंबर से पर्थ में होगी। पांच टेस्ट मैचों की इस प्रतिष्ठित सीरीज को लेकर दोनों देशों में पहले ही जुबानी जंग शुरू हो गई है।
ब्रॉड बोले – “यह 2010 के बाद की सबसे खराब ऑस्ट्रेलियाई टीम”
ब्रॉड ने अपने साथी जोस बटलर के साथ पॉडकास्ट ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ में कहा,
“मुझे समझ नहीं आ रहा कि वॉर्नर किस आधार पर 4-0 की भविष्यवाणी कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में किसी भी टीम के लिए जीतना मुश्किल जरूर है, लेकिन इस बार दबाव ऑस्ट्रेलिया पर ही ज्यादा है। उनके कप्तान, उनके खिलाड़ियों की फिटनेस और उनका टीम संतुलन — सब सवालों के घेरे में है।”
उन्होंने आगे कहा,
“मेरे हिसाब से यह 2010 के बाद की सबसे खराब ऑस्ट्रेलियाई टीम है। वहीं, इंग्लैंड की मौजूदा टीम 2010 के बाद की सबसे मजबूत यूनिट है। ऑस्ट्रेलिया अब पहले जैसी निरंतरता नहीं रख पा रहा। हालात बिल्कुल 2010/11 जैसी हैं, जब वे कंफ्यूज और अस्थिर थे।”
पैट कमिंस की फिटनेस पर उठे सवाल
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस की पीठ की चोट को लेकर भी ब्रॉड ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर कमिंस पूरी तरह फिट नहीं हैं, तो टीम की बॉलिंग गहराई पर असर पड़ सकता है।
कमिंस की उपलब्धता पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
इंग्लैंड ने घोषित की टीम, ऑस्ट्रेलिया अब तक खामोश
इंग्लैंड ने बेन स्टोक्स की कप्तानी में अपनी एशेज टीम की घोषणा कर दी है, जिसमें जेम्स एंडरसन, हैरी ब्रूक, जो रूट और मार्क वुड जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक अपने स्क्वॉड का ऐलान नहीं किया है। इससे टीम की तैयारी पर सवाल उठ रहे हैं।
एशेज सीरीज | वर्ष | नतीजा | विजेता |
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2010/11 | 3-1 | इंग्लैंड | |
2013/14 | 5-0 | ऑस्ट्रेलिया | |
2017/18 | 4-0 | ऑस्ट्रेलिया | |
2021/22 | 4-0 | ऑस्ट्रेलिया |
ब्रॉड ने साफ कहा कि इंग्लैंड इस बार पूरी तरह बदला लेने के मूड में है।
“मुझे लगता है इंग्लैंड के पास शानदार मौका है। टीम का आत्मविश्वास और एग्रेसिव अप्रोच दोनों ही मजबूत हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया की बॉडी लैंग्वेज कमजोर दिख रही है।”
एशेज का इतिहास: ऑस्ट्रेलिया में जीत मुश्किल
दिलचस्प बात यह है कि इंग्लैंड ने 2011 के बाद से ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर कोई टेस्ट नहीं जीता है। उस वक्त एंड्रयू स्ट्रॉस की कप्तानी में इंग्लैंड ने माइकल क्लार्क की टीम को 3-1 से हराया था। तब से तीनों दौरे (2013/14, 2017/18, 2021/22) में इंग्लैंड को करारी हार मिली है।
इस बार इंग्लैंड टीम की सोच स्पष्ट है — बाज़बॉल रणनीति के साथ खेलने की, जहां हर खिलाड़ी आक्रामक इरादे से उतरता है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया फिटनेस और कप्तानी दोनों मोर्चों पर असमंजस में दिख रही है।
स्टुअर्ट ब्रॉड डेविड वॉर्नर एशेज
ब्रॉड और वॉर्नर के बीच यह बयानबाज़ी एशेज सीरीज को और दिलचस्प बना रही है। इंग्लैंड का इरादा इतिहास पलटने का है, जबकि ऑस्ट्रेलिया अपने घरेलू वर्चस्व को बनाए रखना चाहता है।