क्रिकेट जगत में वैसे तो कई भारतीय खिलाड़ियों ने अपना नाम काफी ऊंचा किया है, लेकिन इस दौरान कई खिलाड़ी ऐसे भी निकले, जिनके नाम ऐसा कलंक लगा, जिसने उनके करियर को हमेशा-हमेशा के लिए चौपट कर दिया। दरअसल, हम बात कर रहे हैं, Kapil Dev, Mohammed Azahruddin और Manoj Prabhakar जैसे दिग्गज खिलाड़ियों कि जिनका क्रिकेट करियर मैच फीक्सिंग के आरोप ने खा लिया।
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साल 2000 में लगा था मैच फीक्सिंग का आरोप
ये घटना साल 2000 में घटी थी, जब मैच फीक्सिंग के मुख्य आरोपी और चर्चित सट्टेबाज Sanjeev Chawla को मुंबई वापस लाया गया था। लगभग दो दशक से मैच फीक्सिंग के आरोप में संजीव चावला की तलाश की जा रही थी, जो साल 2000 में पूरी हुई। हालांकि इस दौरान पूछताछ में उसने भारतीय टीम के कई दिग्गज खिलाड़ियों का नाम ले लिया। दरअसल, इस मैच फीक्सिंग आरोप में Kapil Dev, Mohammed Azahruddin, Manoj Prabhakar, Navjot Singh Sidhu और Nayan Mogia जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के नाम शामिल हुए थे।
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मैच फीक्सिंग के आरोप ने बर्बाद कर दिया था इन खिलाड़ियों का करियर
आपको बता दें कि वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव का नाम इस फीक्सिंग में सामने आया था और कुछ आरोपियों संग उनके संबंध की बात सामने आई थी। उनका करियर इसके बाद चौपट हो गया था और उनपर बैन लगा दिया गया था। एक बार तो लाइव शो के दौरान कपिल देव फीक्सिंग के आरोप पर सफाई देते हुए फूट-फूटकर रो पड़े थे। वहीं दूसरी तरफ मोहम्मद अजहरुद्दीन पर तो इस आरोप के बाद आजीवन बैन लगा दिया गया था। हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ते रहे।
आखिरकार 12 साल बाद आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट ने उनपर लगे आरोपों को गलत बताया और उन्हें बेदाग घोषित कर दिया। इसके अलावा भारतीय टीम के ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर का करियर भी इस आरोप के बाद चौपट हो गया। वहीं भारतीय टीम के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक अजय जडेजा पर भी इस आरोप के बाद 5 साल का बैन लगा दिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें घरेलु क्रिकेट खेलने की इजाजत मिल गई थी और उन्होंने दिल्ली टीम की कप्तानी भी की थी।