क्रिकेट में चौंकाने वाले पांच आंकड़ों पर एक नज़र

क्रिकेट में चौंकाने वाले पांच आंकड़ों पर एक नज़र : क्रिकेट एक अनिश्चयताओ का खेल हैं जहां कभी भी कुछ भी हो सकता हैं । क्रिकेट इतिहास में न जाने कितने रिकॉर्डस् बने और टूटे । क्रिकेट एक बहुआयामी खेल है, और खिलाड़ियों के लिए रिकॉर्ड बनाने का अवसर अन्य खेलों की तुलना में अधिक है। कई महान खिलाड़ियों ने खेल को गौरवान्वित किया है और कई शानदार प्रदर्शन किए हैं।

विश्व कप के इतिहास में सबसे सफल 300 रनो से अधिक पीछा करने का आयरलैंड का रिकॉर्ड इस बात का एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे अप्रत्याशित क्रिकेट है और कैसे इस कभी भी विकसित होने वाले खेल में किसी के द्वारा रिकॉर्ड बनाया और नष्ट किया जा सकता है। न केवल टीमों ने इस तरह के रिकॉर्ड बनाए हैं, बल्कि व्यक्तिगत खिलाड़ियों ने भी कुछ शानदार प्रदर्शन किए हैं जो क्रिकेट इतिहास में सभी को आश्चर्यचकित करते हैं।

आज हम आपको पाँच ऐसे आँकड़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें सुनकर आपको हैरानी होगी । आइए एक नजर डालते हैं उन आंकड़ो पर —

5. सचिन तेंदुलकर — एकमात्र खिलाड़ी जिन्होंने मैच में दो बार आखिरी ओवर में छह या उससे कम रन बचाए हैं।

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क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट इतिहास में वो कारनामा करके दिखाया हैं जो आजतक किसी दूसरे गेंदबाज़ ने भी नहीं किया । सचिन इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने दो बार मैच के निर्णायक ओवरो में छह या उससे कम रन बचाए हैं ।यह कारनामा सचिन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 1993 में हीरो कप के सेमीफाइनल में किया था । दक्षिण अफ्रीका को मैच में जीत के लिए छह रन चाहिए थे ।

उस मैच में भारतीय कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने सचिन से आखिरी ओवर दिया । उस ओवर में सचिन ने महज़ तीन रन दिए और भारत को दो रनों से जीत दिला दी । उसके बाद सचिन ने यह कारनामा साल 1996 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फिर से दोहराया । ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए छह रन चाहिए थे और एक विकेट बाकि था ।

सचिन के उस ओवर की पहली गेंद पर ब्रेड हॉग रनआउट हो गए और भारत ने यह मुकाबला पांच रनों से जीत लिया । सचिन बतौर बल्लेबाज़ खेलते हैं मगर गेंदबाजी में उनके यह आंकड़े चौकाने वाले हैं ।

4. सनत जयसूर्या — वनडे क्रिकेट में शेन वार्न से भी ज्यादा विकेट 

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श्रीलंका के विस्फोटक बल्लेबाज़ सनत जयसूर्या एक दौर में अपनी धुआंधार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। जयसूर्या बल्लेबाजी के साथ—साथ गेंदबाजी में भी श्रीलंका को कई अहम मौको पर विकेट दिलाए हैं । टीम में मुथैया मुरलीथरन और चमिंडा वास जैसे गेंदबाज़ी क्रम होने के बावजूद भी जयसूर्या गेंदबाज़ी में भी अपना योगदान देते थे। सनत जयसूर्या के बतौर बल्लेबाज़ रिकॉर्डस् उतने ही शानदार हैं जितने गेंदबाजी में हैं ।

जयसूर्या ने 445 वनडे मैचों में 323 विकेट लिए हैं जिसमे उन्होंने आठ बार चार विकेट और चार बार पांच विकेट लिए हैं । सनत जयसूर्या ने वनडे में ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिन गेंदबाज़ शेन वार्न से भी ज्यादा विकेट लिए हैं । शेन वार्न ने अपने वनडे करियर में 293 विकेट लिए हैं यानि सनत जयसूर्या ने शेन वार्न की तुलना में 30 विकेट ज्यादा लिए हैं । हालंकि जयसूर्या ने शेन वार्न से 250 मैच अधिक खेले हैं मगर फिर भी यह आंकड़ा चौकानें वाला हैं ।

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3.वसीम अकरम — टेस्ट में सचिन और कालिस से सबसे बड़ा उच्चतम स्कोर बनाने का रिकॉर्ड

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पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ और सुल्तान ऑफ़ स्विंग के नाम से महशूर वसीम अकरम ने टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर और जैक कैलिस से बड़ा उच्चतम स्कोर बनाया हैं । वसीम अकरम का टेस्ट क्रिकेट में उच्चतम स्कोर 257 हैं जो उन्होंने ज़िम्बाब्वे के खिलाफ साल 1996 में बनाया था । उस पारी में अकरम ने 12 छक्के भी लगाए थे ।

सचिन तेंदुलकर और जैक कैलिस टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक हैं और दोनों ने टेस्ट क्रिकेट में रनों ओर शतको का अंबार लगाया हैं । सचिन ने 51 और कैलिस ने 45 शतक लगाए हैं मगर टेस्ट में कभी 250 या उससे अधिक रन नहीं बनाए हैं । सचिन ने टेस्ट में छह दोहरे शतक लगाए हैं जिसमे उनका उच्चतम स्कोर 248 हैं तो वही कालिस ने दो दोहरे शतक लगाए हैं जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 224 हैं । वसीम अकरम के यह आंकड़े चौकाने वाले हैं ।

2. क्रिस स्कॉट — एकलौते ग्राउंड्समैन जिन्हें मैन ऑफ़ द मैच से सम्मानित किया गया 

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क्रिकेट मैच में अक्सर खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रर्दशन के लिए मैन ऑफ़ द मैच से सम्मानित किया जाता हैं । जो खिलाड़ी मैच में अच्छी बल्लेबाज़ी या फिर अच्छी गेंदबाजी करता हैं उसे मैन ऑफ़ द मैच मिलता हैं ।

दिसंबर 2000 में दक्षिण अफ्रीका और न्यूजींलैंड के बीच वांडरर्स स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच में मैन ऑफ़ द मैच किसी खिलाड़ी को नहीं बल्कि एक ग्राउंड्समैन क्रिस स्कॉट को दिया जो उस मैदान के मुख्य ग्राउंड्समैन थे। उस टेस्ट मैच के पहले दिन भारी वर्षा होने के कारण मैच संभव नहीं हो पाया । मगर दूसरे दिन भारी वर्षा होने के कारण मैदान काफी गिला था जिसे देखकर लगा की शायद दूसरे दिन का खेल हो पाना असंभव हैं। मगर ग्राउंड्समैन के कड़े संघर्ष के बाद मैच में 99 ओवरो का खेल मुमकिन हो सका।

मैच के तीसरे और चौथे दिन फिर से वर्षा होने के कारण खेल संभव नहीं हो पाया। मगर पांचवे दिन यह जानते हुए भी की मैच का कोई नतीजा नहीं निकलने वाला उसके बावजूद भी ग्राउंड्समैन के कड़े संघर्ष के बाद पांचवे दिन के खेल को करवाने की कोशिश की । उनके इस कार्य के लिए मुख्य ग्राउंड्समैन क्रिस स्कॉट को मैन ऑफ़ द मैच से सम्मानित किया गया।

1. सचिन तेंदुलकर — वनडे क्रिकेट में शेन वार्न से ज्यादा पांच विकेट 

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वनडे क्रिकेट में सचिन ने दो बार छह या उससे कम रन बचाए हैं मगर उन्होंने एक ऐसा कारनामा किया है जिनके सामने शेन वार्न भी छोटे नज़र आते हैं । वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर ने शेन वार्न से ज्यादा पांच विकेट लिए हैं । शेन वार्न ने वनडे करियर में सिर्फ एक बार पांच विकेट लिये हैं जो उन्होंने साल 1996 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मिली थी।

वही दूसरी और सचिन ने वनडे में दो बार मैच में पांच विकेट लिए हैं । सचिन पहला पांच विकेट साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोच्ची में लिया था । साल 2005 में इत्तेफ़ाक़ से इसी मैदान पर पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने पांच विकेट लिए थे । सचिन ने अपने वनडे करियर में 154 विकेट लिए हैं । 

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Kiran Yadav

Delve into the world of cricket with an author who brings 2 years of immersive experience in the sport. From in-depth match analyses to captivating narratives of cricketing journeys, discover a wealth of insights and passion for the game. Join me on this cricketing odyssey as we explore the nuances, triumphs, and stories that make cricket a truly remarkable sport.