बीसीसीआई द्वारा लगातार नजरंदाज किए जाने को लेकर मुरली विजय ने दी बड़ी प्रतिक्रिया : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने बीसीसीआई द्वारा लगातार की जा रही नज़रअंदाज़ी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि बीसीसीआई लगातार उन्हें साइडलाइन कर रहा है लेकिन वह अब भी और क्रिकेट खेलना चाहते हैं और इसलिए अब वह विदेश जाकर खेल सकते हैं।
मुरली विजय ने डेब्यू करने के बाद कई सालों तक जबरदस्त प्रदर्शन किया और 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे तक टीम के साथ बने रहे. मुरली विजय उस समय बुरे दौर से गुजर रहे थे और वह बल्ले से फ्लॉप रहे।
इसके बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उनके टीम से बाहर होने के बाद उनकी जगह भी भर दी गई और टीम में मयंक अग्रवाल , शुभमन गिल , पृथ्वी शॉ , केएल राहुल और बतौर ओपनर रोहित शर्मा शामिल हो गए।
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स्पोर्टस्टार के साथ एक इंटरव्यू में मुरली विजय ने लगातार उनकी अनदेखी करने के लिए बीसीसीआई पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
‘मैं अब बीसीसीआई से थक चुका हूं और विदेशों में मौके तलाश रहा हूं। मैं अब और चुनौतीपूर्ण क्रिकेट खेलना चाहता हूं।”
उन्होंने आगे कहा,
“भारत में 30 साल बाद लोग आपको 80 साल का समझने लगते हैं। मीडिया भी इसे बहुत अलग तरीके से देखता है। मेरे हिसाब से आप 30 की उम्र में ही शिखर पर होते हैं। फिर भी मुझे लगता है कि मैं अब काफी बेहतर बल्लेबाजी कर सकता हूं। हालांकि, अब मौके उतने नहीं हैं और मुझे बाहर मौके तलाशने पड़े। मेरे हिसाब से आप वही कर सकते हैं जो आपके हाथ में है। आप बाहर की चीजों को नियंत्रित नहीं कर सकते। अब जो हो गया सो हो गया।”
मुरली विजय के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 61 मैचों में 38.29 की औसत से 3982 रन बनाये जिसमे 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल है और उनका उच्चतम स्कोर 167 रन है।