भारतीय अंडर 19 महिला टीम ने इंग्लैंड अंडर 19 महिला टीम को सात विकट से हराकर पहला महिला अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप जीता : पोचेफस्ट्रूम के सेनवेस पार्क में खेले गए भारतीय महिला टीम और इंग्लैंड महिला टीम (IND w u19 vs ENG w u19) के बीच महिला अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप (ICC Women’s U19 T20 World Cup) के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को सात विकट से हराकर पहला महिला अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड महिला टीम ने 17.1 ओवर में 68 रनों पर सिमट गई।
जवाब में भारत ने 14 ओवर में तीन विकट खोकर इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। टिटास साधू को शानदार गेंदबाज़ी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया , जबकि इंग्लैंड की कप्तान ग्रेस स्क्रीवेंस को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट मिला।
टॉस भारतीय कप्तान शेफाली वर्मा ने जीता और पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी इंग्लैंड महिला टीम की शुरुआत बेहद ख़राब रही पारी की चौथी गेंद पर लिबर्टी हीप बिना खाता खोले आउट हो गईं।
निआह हॉलैंड भी तीसरे ओवर में 10 रन बनाकर 15 रन के स्कोर पर अर्चना देवी का शिकार बने। कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस भी इसी ओवर में 4 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए।
भारतीय गेंदबाजों ने इंग्लिश बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं दिया और विकेट गिरते रहे। 50 रन के अंदर टीम के 6 विकेट गिर चुके थे और 18वें ओवर तक टीम अपने सारे विकेट खोकर 68 रनों पर सिमट गई।
इंग्लैंड टीम के लिए रेयान मैकडोनाल्ड ने सबसे ज्यादा 19 रन बनाए। गेंदबाज़ी में भारत की ओर से तीता साधु, अर्चना देवी और पारसवी चोपड़ा ने 2-2 विकेट लिए जबकि सोनम यादव, शेफाली वर्मा और मन्नत ने 1-1 विकेट लिया।
69 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम के दोनों सलामी बल्लेबाज 20 के स्कोर तक आउट हो गए।
कप्तान शेफाली वर्मा ने 15 और श्वेता सहरावत ने 5 रन बनाए। यहां से सौम्या तिवारी और तृषा गोंगड़ी ने अच्छी बल्लेबाजी की और भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाया।
बड़ा शॉट लगाकर मैच खत्म करने की कोशिश में त्रिशा 24 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गईं और भारत ने 66 रन के स्कोर पर तीसरा विकेट गंवा दिया. सौम्या (24) ने विजयी शॉट मारकर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
गेंदबाज़ी में इंग्लैंड की ओर से हन्नाह बेकर , ग्रेस स्क्रीवेंस और अलेक्सा स्टोनहॉउस को एक – एक विकट मिला। भारतीय महिला टीम की किसी भी महिला विश्व कप में यह पहली खिताबी जीत है।