Odi Captain – भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी के बाद अगला वनडे कप्तान कौन होगा, इस सवाल ने नया मोड़ ले लिया है। कुछ दिनों से शुभमन गिल का नाम सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन अब सुरेश रैना ने हार्दिक पांड्या को इस रेस का असली घोड़ा बताया है। मिस्टर आईपीएल कहे जाने वाले रैना का मानना है कि हार्दिक पांड्या सफेद गेंद के क्रिकेट में भारत के लिए वही कर सकते हैं जो कभी कपिल देव और बाद में महेंद्र सिंह धोनी ने किया।
कप्तानी की दौड़ में कौन-कौन?
रोहित शर्मा और विराट कोहली के बाद टीम इंडिया की अगली पीढ़ी से नेतृत्व की उम्मीदें हैं।
खिलाड़ी | मौजूदा स्थिति | कप्तानी का अनुभव | प्लस पॉइंट्स |
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शुभमन गिल | टेस्ट कप्तान, T20 उपकप्तान | घरेलू स्तर पर नेतृत्व | युवा, शांत स्वभाव, निरंतर प्रदर्शन |
श्रेयस अय्यर | मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज | दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व IPL कप्तान | रणनीतिक दिमाग, टीम को बांधने की क्षमता |
हार्दिक पांड्या | ऑलराउंडर, IPL विजेता कप्तान | गुजरात टाइटंस को IPL 2022 जिताया | धोनी जैसी कूलनेस, कपिल देव जैसी ऑलराउंड स्किल्स |
गिल को अगला चेहरा माना जा रहा था, लेकिन अय्यर और हार्दिक भी चर्चाओं में हैं। रैना ने खासतौर पर हार्दिक का नाम आगे रखकर बहस को और दिलचस्प बना दिया है।
रैना क्यों मानते हैं हार्दिक बेहतर विकल्प?
सुरेश रैना ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा, “टीम मैनेजमेंट चाहे तो गिल को कप्तान बना सकता है, लेकिन हार्दिक पांड्या कप्तान के तौर पर चमत्कार कर सकते हैं। उनके पास कपिल पाजी जैसा अनुभव है और उनमें मुझे धोनी की झलक दिखती है।”
रैना का कहना है कि हार्दिक की बॉडी लैंग्वेज, खिलाड़ियों से बातचीत का तरीका और मैदान पर ऊर्जा उन्हें एक नैचुरल लीडर बनाती है। आईपीएल में हार्दिक ने गुजरात टाइटंस को खिताब जिताकर पहले ही अपनी कप्तानी क्षमता साबित कर दी है।
हार्दिक के आँकड़े क्या कहते हैं?
वनडे करियर में हार्दिक पांड्या ने अब तक 94 मैच खेले हैं।
- बल्लेबाजी: 1904 रन, औसत 32.82, स्ट्राइक रेट 110.89
- गेंदबाजी: 91 विकेट, इकॉनमी 5.60
इन आंकड़ों से साफ है कि हार्दिक पंड्या टीम में बैलेंस लाने वाले खिलाड़ी हैं—और कप्तान के तौर पर ये एक बड़ी प्लस पॉइंट है।
रोहित-कोहली का भविष्य
दिलचस्प बात ये है कि रैना ने हार्दिक का नाम आगे बढ़ाने के बावजूद साफ कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली को 2027 वर्ल्ड कप तक खेलना चाहिए। “उनके पास अनुभव है, उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी जीती है, और अभी भी खेल में बहुत कुछ बाकी है।”
कप्तानी का असली फैसला किसके हाथ?
आख़िर में, ये सब कयास और बहस ही हैं। असली फैसला सेलेक्टर्स और बीसीसीआई के पास है। गिल का युवा चेहरा, अय्यर की स्थिरता और हार्दिक की लीडरशिप—तीनों के अपने फायदे और जोखिम हैं। लेकिन अगर रैना की राय पर भरोसा करें तो अगले 50 ओवरों के कप्तान की तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाती है।